विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए ओलंपिक का कोटा हासिल करने वाले नरसिह यादव की अगुआई में रविवार को बंगलुरु योद्धा के पहलवानों ने पेशेवर कुश्ती लीग में दमदार प्रदर्शन किया और पंजाब रायल्स को 5-2 से हरा कर सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली है। उत्तर प्रदेश चरण के अंतिम लीग मुकाबले में बंगलुरु के पहलवानों ने शुरू से ही अपना दबदबा बना कर पंजाब को कभी भी वापसी का मौका नहीं दिया। बंगलुरु की यह चार मैचों में दूसरी जीत है। इस जीत से वह अंकतालिका में चार अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। मुंबई और हरियाणा की टीमें तालिका में अभी सबसे ऊपर हैं। मुंबई और हरियाणा की टीमों ने तीन-तीन मैच खेले हैं और तीनों ही जीत के साथ छह अंक लेकर टाप पर है। पंजाब की टीम भी चार मैचों में दो जीत के साथ चौथे स्थान पर है और उसका भी सेमीफाइनल में पहुंचना तय है। उत्तर प्रदेश की टीम लीग चरण के सभी मैच खेल कर एक जीत के साथ पांचवें स्थान पर है। दिल्ली की टीम ने अभी अंकों का खाता नहीं खोला है और छह टीमों के लीग में सबसे नीचे है। बंगलुरु के लिए रविवार को जीतना जरूरी था क्योंकि दिल्ली चरण में अपना पहला मुकाबला जीतने के बाद वह लीग में लगातार दो मुकाबले हार चुका था।
पुरुषों के 74 किलोग्राम वर्ग में नरसिंह यादव और पंजाब रायल्स के प्रवीण राणा के बीच रोमांचक मुकाबला हुआ। युवा प्रवीण राणा ने नरसिंह को कड़ी टक्कर दी लेकिन नरसिंह की चपलता, डिफेंस और अनुभव के आगे उनका कोई दांव नहीं चला। अंतिम क्षणों में पिछड़ रहे प्रवीण ने नरसिंह के खिलाफ दांव लगाया लेकिन नरसिंह ने बेहतरीन बचाव कर अपना दांव चला और प्रवीण उनके दांव में फंसे और अंक गंवा बैठे। विश्व चैंपियनशिप के ट्रायल में प्रवीण को हराने वाले नरसिंह ने अपनी श्रेष्ठता फिर साबित की। वे शुरू से ही आक्रामक रहे।
पहले दौर में तो उन्होंने प्रवीण को किसी तरह का मौका लेने नहीं दिया। नरसिंह ने अपना डिफेंस काफी मजबूत रखा और प्रवीण के अटैक पर काउंटर अटैक कर अंक बटोरा और पहले दौर में 4-0 से बढ़त बना ली। लेकिन दूसरे दौर में प्रवीण ने वापसी की और नरसिंह को परेशानी में डाला। लेकिन नरसिंह बिना किसी हड़बड़ाहट के बचाव में लगे रहे। लेकिन अंतिम क्षणों में उन्होंने बेहतरीन तरीके से डब्ल लेग अटैक के जरिए अंक बना कर निर्णायक बढ़त बना ली। दूसरा दौर जब खत्म हुआ तो स्कोर नरसिंह के पक्ष में 6-3 था। पेशेवर कुश्ती लीग में नरसिंह की यह चौथी जीत है। दूसरी तरफ प्रवीण की लीग में यह पहली हार रही। नरसिंह ने जीत के बाद कहा कि मेरी जीत से ज्यादा महत्त्वपूर्ण टीम की जीत रही। उन्होंने कहा कि प्रवीण हमेशा से ही उनके लिए चुनौती रहे हैं। वे एक अच्छे पहलवान हैं और उनके खिलाफ जीत बेहतर रही।
पंजाब ने टास जीता और नियमों के मुताबिक उन्हें प्रतिद्वंद्वी टीम के किसी एक भारवर्ग को अखाड़े में उतरने से रोकना था। उन्होंने पुरुषों के 65 किलो ग्राम वर्ग में फार्म में चल रहे दमदार पहलवान बजरंग पूनिया को लड़ने से रोक कर शुरुआती बढ़त बना ली थी। लेकिन अखाड़े में दम दिखाया बंगलुरु के योद्धाओं ने। पंजाब के लिए तसल्ली की बात यह रही कि उनकी आइकन खिलाड़ी गीता फोगाट ने अपनी कुश्ती जीत कर फार्म में वापसी संकेत दिए। महिलाओं के 58 किलो भार वर्ग में उन्होंने अपनी श्रेष्ठता साबित की और यूूलिया रैकविच को 9-8 से हर कर अपने आलोचकों को भी जवाब दिया। गीता पहले दौर में पिछड़ी लेकिन दूसरे दौर में उन्होंने शानदार वापसी की। यूलिया ने टांग मारने की कोशिश की लेकिन वे अपने दांव में उलझ्ीं और गीता ने बेहतरीन बचाव कर उन पर दांव लगा कर अजेय बढ़त बना ली। यूलिया ने अंतिम क्षणों में वापसी की कोशिश की लेकिन वे अपनी हार नहीं टाल पाईं।
जीत के बाद गीता ने कहा कि मुकाबला कड़ा था लेकिन दर्शकों ने मेरा साथ दिया और मैंने संयम रखा। दिन का सबसे बेहतरीन मुकाबला पंजाब वारियर्स की ग्रेट ब्रिटेन की पहलवान पयाना रतिगन और बंगलुरु योद्धा की अमेरिकी पहलवान एलीसा लैंपे के बीच महिलाओं के 48 किलो भार वर्ग में हुई। दोनों पहलवानों ने भारतीय दांव बांगड़ी और काला जंघ लगा क र दर्शकों का मनोरंजन किया। इस लीग में पहली बार दोनों पहलवानों ने दांव और पलटदांव लगाए। मुकाबले के रोमांच का पता इसी से लगाया जा सकता है कि दोनों पहलवानों ने छह मिनट के दो दौर में 38 अंक बनाए। एलिसा जब 24-14 से आगे थीं तो तकनीकी फाउल के आधार पर उन्हें विजेता घोषत किया गया। पुरुषों के 97 किलो वर्ग में बंगलुरु के यूक्रेनी पहलवान पावलोस ओलसिक ने पंजाब के मौसम खत्री को हरा कर टीम को बढ़त दिलाई। अलीसा ने बढ़त 2-0 से की लेकिन पंजाब के व्लादीमीर ने संदीप तोमर को तकनीकी फाउल के सहारे हरा कर जीत के अंतर को कम किया।
तब व्लादीमीर 12-2 से आगे थे। महिलाओं के 53 किलो भार वर्ग में पंजाब की प्रियंका फोगट अंतिम तीन सेकंड में लड़खड़ाईं और बंगलुरु की ललिता सेहरावत ने दो अंक बना कर 3-2 की बढ़त बना कर मैच जीत लिया। पुरुषों के 125 किलो वर्ग में बंगलुरु के मौजमैनशिल डेविट ने कजलगरशाइकन चुलकबुट को 5-0 से हराया।
सोमवार से दिल्ली चरण के मुकाबले शुरू होंगे। सोमवार को दिल्ली वीर और मुंबई गरूड़ की टीमों के बीच होने वाले मुकाबले में फोगाट बहनों की भिड़ंत मुख्य आकर्षण होगी। विनेश फोगाट दिल्ली वीर की कप्तान हैं और अब तक वे अपने तीनों मुकाबले जीत चुकी हैं जबकि पंजाब टीम की रीतु फोगाट को अब तक मिश्रित सफलता ही मिल पाई है। विश्व व एशियाई चैंपियनशिप के ट्रायल में विनेश इस साल रितु को हरा चुकी हैं। उनका कहना है कि वे मेरी बहन होने के साथ-साथ मेरी ट्रेनिंग पार्टनर भी है लेकिन प्रतियोगिता में वे उनके लिए महज एक प्रतिद्वंद्वी हैं।
दिल्ली को अभी भी लीग में पहली जीत की तलाश है। वैसे दिल्ली के स्टार विदेशी पहलवान यदि आए होते तो कहानी कुछ और ही होती। इसी वजह से दिल्ली अब तक खेले अपने तीनों मुकाबले हार चुकी है जबकि मुंबई गरुड़ टीम तीनों मैच जीतकर लीग तालिका में सबसे ऊपर है। दिल्ली वीर के गुरपाल 97 किलो में पूरी तरह फिट नहीं हैं। पुरुषों के हल्के वजनों में दिल्ली का दांव विदेशी पहलवानों पर टिका है जबकि मुंबई का राहुल आवारे और अमित धनकड़ पर। गीता फोगट को पिछले मुकाबले में चारों खाने चित करने के साथ दिल्ली की येसिलमेक एलिफ जेल लय में लौट आई हैं। इस बार उन्हें साक्षी मलिक की कड़ी चुनौती का सामना करना है। साक्षी भी इस लीग में गीता को हरा चुकी हैं। बबीता से 12-13 के कड़े मुकाबले में हारने वाली दिल्ली की लिलिया होरिशिना की जीत उसके लिए काफी अहम होगी।
दिल्ली वीर के कोच सुजीत मान कहते हैं कि यही वह मुकाबला है जिसमें 74 किलो में दिनेश भी जीत के दावेदार हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनके दो टॉप विदेशी पहलवान आए होते तो वह भी बेहतर स्थिति में होते जबकि पंजाब के कोच अनिल मान का कहना है कि यह मैच जीतकर हम लीग में अपनी स्थिति को और मजबूत करेंगे।