पाकिस्तान के खेल मंत्री एहसान मजारी ने कहा है कि अगर भारत एशिया कप के लिए पड़ोसी मुल्क नहीं आता है, तो उनका देश 2023 विश्व कप खेलने नहीं जाएगा। हालांकि, एशिया कप का शेड्यूल अभी तक जारी नहीं हुआ है, लेकिन एसीसी में इस बात पर आम सहमति है कि यह टूर्नामेंट पाकिस्तान और श्रीलंका में संयुक्त रूप से आयोजित किया जाएगा। भारत अपने सभी मैच श्रीलंका में खेलेगा। पाकिस्तान में 4 मैच होंगे। एसीसी इसकी जानकारी दे चुका है। हालांकि, मजारी ने कहा कि वह इस ‘हाइब्रिड मॉडल’ के पक्ष में नहीं है।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए मजारी ने कहा, ‘मेरी निजी राय है और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) मेरे मंत्रालय के अंतर्गत आता है। अगर भारत एशिया कप के मैच तटस्थ स्थान पर खेलना चाहता है, तो हम भी भारत में नहीं खेलेंगे।” यह बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा भारत की मेजबानी में अक्टूबर-नवंबर विश्व कप में देश की भागीदारी के मुद्दे पर विचार करने के लिए एक हाई-प्रोफाइल समिति गठित करने के एक दिन बाद आया है।
एशिया कप का हाईब्रिड मॉडल नहीं चाहता
समिति को लेकर जानकारी साझा करते हुए मजारी ने कहा, “समिति की अध्यक्षता विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी करेंगे और मैं उन 11 मंत्रियों में से हूं जो इसका हिस्सा हैं। हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और अपनी सिफारिशें प्रधानमंत्री को देंगे, जो पीसीबी के संरक्षक भी हैं। पीएम अंतिम फैसला लेंगे।” एशिया कप के हाईब्रिड मॉडल को लेकर मजारी ने कहा, ” पाकिस्तान मेजबान है, उसे सभी मैच पाकिस्तान में आयोजित करने का अधिकार है। क्रिकेट प्रेमी यही चाहते हैं और मैं हाइब्रिड मॉडल नहीं चाहता।”
भारत सरकार अपनी क्रिकेट टीम यहां क्यों नहीं भेजना चाहती?
मजारी ने कहा कि पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने से भारत का मना करना उन्हें परेशान कर रही है। उन्होंने कहा, “भारत खेल को राजनीति में लाता है। मुझे समझ नहीं आता कि भारत सरकार अपनी क्रिकेट टीम यहां क्यों नहीं भेजना चाहती? कुछ समय पहले भारत का एक विशाल बेसबॉल दल खेलने के लिए इस्लामाबाद आया था। ब्रिज टीम ने भी पाकिस्तान की यात्रा की थी। लगभग 60 से अधिक लोग थे और मैं कार्यक्रम का मुख्य अतिथि था। वे यहां से जीतकर गये। पाकिस्तान की फुटबॉल, हॉकी और शतरंज टीमें भी भारत का दौरा करती हैं।”
सुरक्षा एक बहाना है
मजारी से पाकिस्तान में भारतीय क्रिकेटरों की सुरक्षा चिंता पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “यह कोई ठोस तर्क नहीं है। न्यूजीलैंड टीम यहां थी। इससे पहले इंग्लैंड क्रिकेट टीम पाकिस्तान में थी। उन्हें राष्ट्रपति सुरक्षा मिली हुई है। इससे पहले यहां भारतीय टीम का प्रशंसकों ने जोरदार स्वागत किया। सुरक्षा तो एक बहाना है। हमने पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) का भी आयोजन किया जिसमें बहुत सारे विदेशी खिलाड़ी थे।
आईसीसी पहले दे चुका है बयान
मजारी ने दोनों देशों के बीच क्रिकेट दौरों को फिर से शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा, “यह टीवी पर सबसे ज्यादा देखे जाने वाले क्रिकेट मैचों में से एक है। हम ऐसा चाहते हैं, हम चाहते हैं कि स्वस्थ क्रिकेट खेला जाए। हमें भारत से सकारात्मक जवाब की उम्मीद है।” बता दें कि आईसीसी ने पिछले दिनों पाकिस्तान से विश्व कप के लिए भारत की यात्रा करने का आग्रह किया था। आईसीसी के एक बयान में कहा गया है, “पाकिस्तान ने टूर्नामेंट के लिए एक भागीदारी समझौते (participation agreement) पर हस्ताक्षर किए हैं और हमें उम्मीद है कि टीम भारत आएगी और इसके विपरीत कोई संकेत नहीं मिला है।” सभी सदस्यों को अपने देश के नियमों और कानूनों का पालन करना होता है और हम इसका सम्मान करते हैं, लेकिन हमें विश्वास है कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम विश्व कप के लिए भारत आएगी।”