आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 से टीम इंडिया की जल्द विदाई के बाद उसके खिलाड़ियों के प्रदर्शन को लेकर पोस्टमार्टम शुरू हो गया है। निर्वतमान हेड कोच रवि शास्त्री ने टीम इंडिया की असफलता के पीछे जहां मानसिक स्वास्थ्य का हवाला दिया, वहीं, कुछ पूर्व क्रिकेटर इससे इत्तेफाक नहीं रखते।

टीम इंडिया को पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कप्तान कपिल देव का कहना है कि शायद हमने अपने खिलाड़ियों से उम्मीदें ही ज्यादा रखीं थीं। वहीं, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर अतुल वासन ने कहा कि जब तक क्रिकेटर्स को सजा नहीं मिलेगी तब तक कुछ नहीं होने वाला है।

एबीपी न्यूज पर चर्चा के दौरान कपिल देव से एंकर ने पूछा, ‘रवि शास्त्री ने जो बातें कहीं हैं, क्या उसका यह अर्थ निकाला जाए कि वह अपनी जवाबदेही से पल्ला झाड़ रहे हैं। यदि वह पहले ही कह देते कि हमारे खिलाड़ी थके हुए हैं या जब तुरंत ही वर्ल्ड कप होने वाला हो तो आईपीएल के इतने मुकाबले नहीं होने चाहिए। अब इन बातों को कहने का क्या मतलब है?’

इस पर कपिल देव ने कहा, ‘क्या मैं आपसे एक प्रश्न पूछ सकता हूं? आपने या आपके चैनल या हिंदुस्तान के किसी भी चैनल या मीडिया ने ऐसा सोचा था कि ऐसा होगा। हमने तो बहुत बड़ी-बड़ी बातें की थीं। आपने-मैंने हम सबने बोला था कि इंडिया वर्ल्ड कप जीतकर आएगा। क्या हम खुद को गलत मान सकते हैं कि हमने ऐसा क्यों बोला था? हमें भी मालूम था कि उनकी क्रिकेट क्या हो रही है? लेकिन हम भी बढ़ चढ़कर बोल रहे थे। दावा कर रहे थे कि हम वर्ल्ड कप जीतेंगे।’

कपिल देव ने कहा, ‘आज आप आलोचना कर रहे हैं। सारा दोष मढ़ रहे हैं। हम पर भी दोष मढ़ा जाना चाहिए कि हमने इनसे उम्मीदें ज्यादा रखीं। आपने इतनी उम्मीदें क्यों रखीं कि ये वर्ल्ड चैंपियन बनेंगे। जब आपको मालूम है कि ये इतने बबल में हैं। ये समस्या हो रही है। हमने इस मुद्दे पर कभी चर्चा क्यों नहीं की।’

इस पर एंकर ने कहा, ‘बतौर फैन हमने आईपीएल में टीम इंडिया के खिलाड़ियों का प्रदर्शन देखने के बाद उनसे ऐसी उम्मीदें लगाईं थीं। उस वक्त यदि रवि शास्त्री, विराट कोहली या रोहित शर्मा कहते कि देखो हम बहुत थके हुए हैं। हमें इतना लोड मत दो। तो हम भी अपनी उम्मीदें कम कर लें।’

उन्होंने आगे कहा, ‘ उस वक्त किसी भी क्रिकेटर, टीम मैनेजमेंट के किसी भी व्यक्ति, बीसीसीआई या एमएस धोनी ने किसी ने भी यह नहीं कहा कि हम उन्हें (इंडियन क्रिकेटर्स) बहुत टूर करा रहे हैं। उनसे आप उम्मीदें मत रखिए। आपने भी हमेशा यह सिखाया है कि देश से बढ़कर कुछ भी नहीं है।’

कपिल ने कहा, ‘पर वे वैसा नहीं खेले, इसलिए वे वर्ल्ड कप से बाहर हो गए। उसके लिए हम उनकी आलोचना कर सकते हैं। हमें करना भी चाहिए। वे हमारी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। जब आप अच्छा नहीं खेलते तो आपको यह सब सुनना पड़ेगा, लेकिन वे अपनी उम्मीदों पर भी खरे नहीं उतरे।’

यह पूछने पर कि पाकिस्तान या न्यूजीलैंड के मैच के बाद रवि शास्त्री या विराट कोहली यह कहने के लिए मीडिया के सामने क्यों नहीं आए कि हम थके हुए थे, इसलिए हम हार गए? इस पर अतुल वासन ने कहा, ‘इन बड़े खिलाड़ियों से आप अपनी उम्मीदें थोड़ा कम करेंगे, तभी आप सुखी रहेंगे। आप यह सवाल पूछ रहे हैं इसका कोई मायने नहीं है।’

उन्होंने कहा, ‘आप सांप निकल गया उसकी रस्सी को पीट रहे हैं। आपको क्या लगता है कि आपके दुखी होने से ये दुखी होते हैं। नहीं होते हैं। क्योंकि इनकी जिंदगी चल रही है। इनकी लाइफ सेट है। ये रेस्ट करेंगे। ये दोबारा आएंगे।’

अतुल वासन ने आगे कहा, ‘आप निराश हो रहे हैं। वे भी निराश हैं। लेकिन निराश होने की एक लिमिट होती है। उनको लगता है कि भईया क्या फर्क पड़ रहा है। आप निराश हैं। अगले मैच में वे जीत जाएंगे, आप लोग फिर खुश हो जाएंगे। एक छोटा मैच जीतने पर आप फिर से खुशियां मनाएंगे। जब आप छोटे टारगेट से आप खुश हो जाते हैं तो बड़े टारगेट पर हार जाते हैं तो उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। समस्या यही है।’

उन्होंने कहा, ‘हमें ऐसा सिस्टम लाना होगा कि आप खेल तो रहे हैं, लेकिन यदि वर्ल्ड कप में आप अपनी रैंकिंग के हिसाब से नहीं खेले तो आपको दंड मिलेगा। आपका डिमोशन होगा। आपके पैसे काटे जाएंगे। आप अगले दो टूर्नामेंट के लिए चयनित नहीं किए जाएंगे। जब तक ऐसा सिस्टम नहीं लागू होगा, तब तक कुछ नहीं होगा।’