भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी लगभग 9 महीने से पेशेवर क्रिकेट से दूर हैं। वे आईपीएल के 13वें सीजन से वापसी करना चाहते थे, लेकिन कोरोनावायरस के कारण टूर्नामेंट को फिलहाल 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है। जैसी परिस्थितियां हैं उससे आईपीएल 2020 का होना मुश्किल ही लग रहा है। आईसीसी मेन्स वनडे वर्ल्ड कप के बाद से 38 साल के धोनी को कई विशेषज्ञ और पूर्व क्रिकेटर संन्यास लेने की सलाह दे चुके हैं। अब इस सूची में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का नाम भी जुड़ गया है।

शोएब अख्तर ने पीटीआई से कहा, ‘धोनी को पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था। पता नहीं क्यों पूर्व भारतीय कप्तान ने यह फैसला इतने लंबे समय तक लटका रखा है। उन्हें पिछले साल वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था।’ अख्तर का मानना है कि धोनी अभी अधर में लटके हैं।

अख्तर का कहना है कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद वे शानदार विदाई के हकदार हैं। शोएब ने कहा, ‘धोनी ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उन्हें सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए। उनकी जगह मैं होता तो ऐसा कर चुका होता। मैंने 2011 वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले लिया था। मैं चाहता तो 3-4 साल छोटे फॉर्मेट में खेल सकता था, लेकिन मैं अपने खेल में 100 प्रतिशत नहीं था, तो फिर मैं क्यों इसे लंबा खींचता?’

धोनी आईपीएल से वापसी करने वाले थे। ऐसा माना जा रहा था कि वे अगर इस टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करते हैं तो टीम में उनकी वापसी हो सकती है। शोएब ने कहा, ‘एक देश के तौर पर आपको उन्हें पूरे सम्मान और गरिमा के साथ विदाई देनी चाहिए। उन्होंने आपके लिए वर्ल्ड कप जीते और भारत की ओर से शानदार प्रदर्शन किया है। वे बहुत अच्छे इंसान भी हैं, लेकिन अभी लगता है कि वे अधर में लटके हैं। मुझे लगता है कि जब वे (न्यूजीलैंड के खिलाफ) सेमीफाइनल में टीम को जीत नहीं दिला पाए थे, उन्हें तभी संन्यास ले लेना चाहिए था। उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया, इसका जवाब वही दे सकते हैं। उन्हें शानदार अंदाज में क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए था।’