महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि माही बेटी जीवा के जन्म से पहले रोज चिकन खाते थे। उन्होंने जिम में 2015 के बाद से ही पसीना बहाना शुरू किया था। साक्षी के मुताबिक, धोनी को रोज रात में चिकन और सुबह में मसाला डोसा खाना पसंद था। 2010 में दोनों की शादी हुई थी। इसके पांच साल के बाद जीवा का जन्म हुआ। धोनी उसके पहले भी जिम जाते थे, लेकिन उसमें घंटों पसीना बहाना जीवा के आने के बाद ही शुरू किया।

साक्षी के मुताबिक, धोनी को खाना बहुत पसंद है। जीवा के जन्म के बाद उन्होंने खाने से लेकर ब्रेकफास्ट में भी बदलाव कर दिया। धोनी कई बार सार्वजनिक जगहों पर चिकन और मसालेदार खाना खाते दिखाई दे चुके हैं। माही की कप्तानी में टीम इंडिया दो वर्ल्ड कप जीती है। इसके अलावा टेस्ट में नंबर एक टीम बनी और चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा किया था। धोनी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद फिटनेस पर ज्यादा ध्यान देने लगे।

2015 के बाद ब्रेकफास्ट में दलिया और ओट्स की मात्रा बढ़ गई। रात में बटर चिकन की जगह चिकन टिक्का खाने लगे। हालांकि, वे कभी-कभी बटर चिकन खा लेते हैं, लेकिन पहले की तरह रोजाना नहीं।
2015 के पहले धोनी अभी के मुकाबले में काफी पतले दिखते थे। यहां तक कि उनके मसल्स भी साफ-साफ नहीं दिखते थे। वे रांची जैसे छोटे शहर से आए थे। दौड़ने में काफी फास्ट थे, लेकिन शुरुआती दौर में कभी उनके मसल्स ज्यादा नहीं दिखे।
2015 के पहले धोनी अभी के मुकाबले में काफी पतले दिखते थे। यहां तक कि उनके मसल्स भी साफ-साफ नहीं दिखते थे। वे रांची जैसे छोटे शहर से आए थे। दौड़ने में काफी फास्ट थे, लेकिन शुरुआती दौर में कभी उनके मसल्स ज्यादा नहीं दिखे।
धोनी ने कई मौकों पर अपने टी-शर्ट उतारे हैं। उन्होंने 2007 और 2011 वर्ल्ड कप जीतने के बाद अपनी जर्सी फैंस को दे दिया था। इसके बाद वे हाफ-टीशर्ट में नजर आए।
धोनी ने टेस्ट मैचों से संन्यास लेने के बाद फिटनेस की ओर ज्यादा ध्यान लगाया। वे भारत के लिए सीमित ओवरों में ही खेलते थे तो उनके लिए फिट रहना ज्यादा जरूरी था। दुनिया के सबसे तेज विकेटकीपर भी माने जाते रहे हैं। अपनी फिटनेस की वजह से ही 38 साल की उम्र में भी वो सबसे तेज स्टंप करते थे।