महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) को भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तानों में से एक माना जाता है। उन्होंने भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया हो, लेकिन उनकी लोकप्रियता में जरा भी कमी नहीं आई है। वह आज भी सबसे चहेते और चर्चित क्रिकेटर बने हुए हैं। यह कहना सही होगा कि धोनी ने एक समृद्ध विरासत छोड़ी है, जो उनके रिकॉर्ड के माध्यम से जीवित है।

धोनी की कप्तानी में देश के लिए डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों के रिकॉर्ड भी उनके अनुभव की गवाही देते हैं। धोनी इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) की कप्तानी करना जारी रखे हैं। दुनिया की इस सबसे महंगी घरेलू क्रिकेट लीग के 14वें सीजन के अस्थायी रूप से निलंबित होने के बाद, एमएस धोनी (MS Dhoni) ने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताया। हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 (COVID-19) प्रतिबंधों में कुछ ढील दिए जाने के बाद, वह अपने कुछ दोस्तों के साथ परिवार की छुट्टी पर शिमला चले गए थे।

माही की शिमला यात्रा उनके एक प्रशंसक के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हुई। यह फैन उनका ऑटोग्राफ लेने के इच्छुक थे। उस फैन का नाम देव है। देव भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान से मिलने के लिए बहुत उत्साहित थे।

एमएस धोनी पत्नी साक्षी धोनी (Sakshi Dhoni) और बेटी जीवा (Ziva Dhoni) के साथ हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के रतनारी (Ratnari) में छुट्टियां मनाने गए थे। वहां वह मीनाबाग होटल (MeenaBagh Hotel) में ठहरे। देव को जब यह पता चला तो उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया और मीनाबाग शिमला से मीनाबाग रतनारी में अपना स्थानांतरण करा दिया।

आखिरकार देव का 13 साल बाद ख्वाब पूरा हुआ। उनकी न सिर्फ धोनी से मुलाकात हुई, बल्कि माही ने उनके मोबाइल कवर पर ऑटोग्राफ भी दिया। देव के मोबाइल कवर पर धोनी के ऑटोग्राफ वाली तस्वीर खुद मीनाबाग होटल ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट की है।

एमएस धोनी के प्रशंसक देव का कहना है कि वह अपने इस फोन कवर को कभी नहीं बदलेंगे। (सोर्स- इंस्टाग्राम/meenabaghhomes)

मीनाबाग होटल की इंस्टाग्राम पोस्ट के मुताबिक, देव ने मीनाबाग शिमला से मीनाबाग रत्नागिरी में अपना स्थानांतरण कराया, ताकि वह अपने पसंदीदा क्रिकेटर के लिए स्टीवर्ड की भूमिका निभा पाएं। उन्होंने 2005 में भी धोनी से मिलने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हो पाए थे। तब महेंद्र सिंह धोनी एक टूर्नामेंट के लिए रोहड़ू (हिमाचल) गए थे। देव माही का एक ऑटोग्राफ चाहते थे, लेकिन उसके बदले उन्हें पुलिस की लाठी मिली थी। देव का कहना है कि जिस फोन कवर पर धोनी ने ऑटोग्राफ दिया है, वह हमेशा के लिए अपरिवर्तित रहेगा।’