अनुभवी तेज गेंदबाज इशांत शर्मा का मानना है कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गेंदबाजों को निखारा और वह अपने उत्तराधिकारी विराट कोहली को ‘संपूर्ण’ गेंदबाजी पैकेज देकर गए। इशांत शर्मा ने यह भी बताया कि किस चीज में एमएस धोनी की कोई बराबरी नहीं कर सकता।
दो बार विश्व कप विजेता टीम के कप्तान रहे एमएस धोनी ने 2007 से 2017 के बीच भारत की सीमित ओवरों की टीम की अगुआई की। एमएस धोनी साल 2008 से 2014 तक भारत की टेस्ट टीम के कप्तान भी रहे। एमएस धोनी ने इसके बाद टीम की कमान विराट कोहली को सौंपी।
एमएस धोनी की कप्तानी में मोहम्मद शमी, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाजों ने पदार्पण किया। इशांत शर्मा ने जियो सिनेमा पर कहा, ‘विराट कोहली जब कप्तान बने थे तब गेंदबाजी पूर्ण थी। जब हम माही भाई (धोनी) की कप्तानी में खेल रहे थे तो हम बदलाव के दौर से गुजर रहे थे।’
इशांत ने कहा, ‘उस समय मोहम्मद शमी और उमेश यादव नए थे और सिर्फ मैं मौजूद था। बाकी सभी को रोटेट किया जाता था। भुवी (भुवनेश्वर कुमार) भी नया था। संवाद करने के मामले में माही भाई की कोई बराबरी नहीं है।’
उन्होंने कहा, ‘उन्होंने गेंदबाजों को निखारा और विराट कोहली के लिए छोड़कर गए। मोहम्मद शमी और उमेश यादव समय के साथ अलग तरह के गेंदबाज बने और फिर जसप्रीत बुमराह आया। इसलिए उसे संपूर्ण पैकेज मिला।’
हर किसी के गुण पहचान लेते थे कप्तान कोहली: इशांत शर्मा
इशांत ने कहा कि कप्तान विराट कोहली हर किसी के गुण पहचान लेते थे। इशांत ने बताया, ‘उनकी सबसे अच्छी बात यह थी कि वह हर किसी के गुणों को पहचानते थे। वह एक व्यक्ति के साथ एक चीज के बारे में बात करते थे।’
इशांत शर्मा ने यह भी खुलासा किया कि कैसे विराट कोहली ने समूह में हर तेज गेंदबाज के लिए भूमिकाएं निर्धारित की थी और सभी को अलग-अलग सलाह देंगे जिससे उन्हें निखरने का मौका मिला, खासकर लाल गेंद के क्रिकेट में।