अहमदाबाद का सरदार पटेल स्टेडियम अब नरेंद्र मोदी स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा। ‘मोटेरा’ के नाम से मशहूर इस स्टेडियम को अब तक ‘सरदार पटेल स्टेडियम’ के नाम से जाना जाता था। स्टेडियम के नाम को बदलना कई लोगों को पसंद नहीं आ रहा है। विपक्ष ने इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने कहा है कि देश सरदार पटेल का अपमान नहीं सहेगा।
गुजरात कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया के सबसे बड़े अहमदाबाद स्थित सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम रखा गया है, क्या यह सरदार पटेल का अपमान नहीं हैं ? सरदार पटेल के नाम पर मत माँगने वाली भाजपा अब सरदार साहब का अपमान कर रही हैं। गुजरात की जनता सरदार पटेल का अपमान नहीं सहेगी। भारत रत्न, लोह पुरुष सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था और उसी कारण आरएसएस के चेले सरदार पटेल का नाम मिटाने का हर संभव प्रयास कर हैं।’’
दुनिया के सबसे बड़े अहमदाबाद स्थित सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम रखा गया है, क्या यह सरदार पटेल का अपमान नहीं हैं ? सरदार पटेल के नाम पर मत माँगने वाली भाजपा अब सरदार साहब का अपमान कर रही हैं। गुजरात की जनता सरदार पटेल का अपमान नहीं सहेगी।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) February 24, 2021
भारत रत्न, लोह पुरुष सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था और उसी कारण आरएसएस के चेले सरदार पटेल का नाम मिटाने का हर संभव प्रयास कर हैं। बाहर से मित्रता पर भीतर से बैर, यह व्यवहार भाजपा का सरदार पटेल से हैं। एक बात याद रखिएगा की सरदार पटेल का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) February 24, 2021
हार्दिक ने भाजपा पर हमला करते हुए आगे लिखा, ‘‘बाहर से मित्रता पर भीतर से बैर, यह व्यवहार भाजपा का सरदार पटेल से हैं। एक बात याद रखिएगा की सरदार पटेल का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान।’’ दूसरी ओर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा, ‘‘शायद उन्हें एहसास हुआ होगा कि जिस गृह मंत्री के नाम पर ये स्टेडियम था, उन्होंने ही इनके मूल संगठन को बैन किया था. या शायद ट्रंप की तरह किसी दूसरे राष्ट्राध्यक्ष के लिए एडवांस बुकिंग की गई है।’’
Maybe they just realised the stadium was named for a Home Minister who had banned their parent organisation! Or maybe this is advance booking to ensure the next visiting Head of State is hosted here, like Trump? Or is this the beginning of a legacy-creation-thru-labelling spree? https://t.co/yMppcTbSw5
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 24, 2021
जो लोग बड़े काम करते हैं, दुनिया उन्हें याद करकर उनके नाम पर ख़ुद धरोहरों का नामकरण करती है लेकिन जो लोग सिर्फ जुमले उछालते हैं, वह अपने जीते जी अपने नाम पर धरोहरों का नामकरण करने में लगे रहते हैं ?
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) February 24, 2021
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस मामले पर ट्वीट किया है। उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग बड़े काम करते हैं, दुनिया उन्हें याद करकर उनके नाम पर ख़ुद धरोहरों का नामकरण करती है लेकिन जो लोग सिर्फ जुमले उछालते हैं, वह अपने जीते जी अपने नाम पर धरोहरों का नामकरण करने में लगे रहते हैं? अहमदाबाद के “सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम “ का नाम अब “नरेंद्र मोदी स्टेडियम“ होगा? यह तो लौहपुरुष का अपमान है।’’


