पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब सचिन तेंदुलकर के बहाने सौरव गांगुली को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (International Cricket Council) नहीं भेजने का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कोलकाता में गुरुवार 20 अक्टूबर 2022 को केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उधर, बीसीसीआई के नए अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने सौरव गांगुली की तारीफ की।

ममता बनर्जी ने एएनआई से बातचीत में कहा, ‘सौरव गांगुली बंगाल से हैं तो क्या वह आईसीसी (ICC) के चेयरमैन नहीं हो सकते? आपने सौरव गांगुली को हटा दिया, लेकिन जय शाह को बरकरार रखा। अगर वे (बीसीसीआई) सचिन तेंदुलकर के साथ ऐसा करते तब भी मैं उसका विरोध करती। आज मुझे शर्म आती है कि आईसीसी में भारत का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है।’

ममता बनर्जी ने कहा, ‘आज (20 अक्टूबर) आईसीसी में नामांकन जमा करने का आखिरी दिन था। लेकिन सौरव का अपमान किया गया। मैंने कई बार भाजपा सरकार से मांग की। सौरव ICC में जाने योग्य थे। वह 3 बार डायरेक्टर रहे। उन्हें भेजा जाता तो देश का गौरव और बढ़ता। अगर भारत चुनाव लड़ता, तो कोई और नहीं जीतता।’

सौरव को आईसीसी ने नहीं भेजकर देश के खेल प्रेमियों का अपमान किया गया: ममता बनर्जी

ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘सौरव राजनीतिक प्रतिशोध का शिकार हुए। अगर वह आईसीसी जाते तो देश का गौरव बढ़ता। यह देश के खेल प्रेमियों का अपमान है। यह सब कुछ अपने स्वार्थ के कारण किया गया। अगर सौरव की जगह सचिन होते, अजहर होते तो भी मैं यही बात कहती। सौरव एक भद्र पुरुष हैं, इसलिए उन्होंने कुछ नहीं कहा। लेकिन उन्हें भी इस बात की पीड़ा है। सौरव ने सब कुछ मुंह बंद करके सह लिया। यह न सिर्फ देश के खेल प्रेमियों के लिए बल्कि सारी दुनिया के लिए शर्म की बात है।’

रोजर बिन्नी ने बेंगलुरु में कनार्टक राज्य क्रिकेट संघ के एक कार्यक्रम से इतर एएनआई से कहा, ‘सौरव गांगुली एक बड़ी हस्ती हैं। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदल दिया। वह युवा पीढ़ी के लिए बहुत बड़े आइकन हैं और हर कोई उनका सम्मान करता है। गांगुली जिस तरह से खेल के प्रति दृष्टिकोण रखते हैं, उससे वह एक क्रिकेटर को रातों-रात बदल सकते हैं।’

पाकिस्तान जाने पर फैसला BCCI नहीं, सरकार करेगी : रोजर बिन्नी

रोजर बिन्नी ने 2023 एशिया कप के लिए टीम इंडिया के पाकिस्तान का दौरा नहीं करने के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, ‘यह बीसीसीआई (BCCI) का फैसला नहीं है। हमें देश से रवाना होने के लिए सरकार की मंजूरी चाहिए होती है। हम देश से रवाना हो रहे हों या फिर टीमें देश में आ रही हों, हमें मंजूरी की जरुरत होती है। एक बार सरकार से हरी झंडी मिल जाती है तो हम इसके अनुसार चलते हैं। हम खुद ही फैसला नहीं कर सकते। हमें सरकार पर निर्भर रहना होना होता है। हमने अब तक सरकार से संपर्क नहीं किया है।’