भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के जन्मदिन पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी उनके घर जाकर दादा को जन्मदिन की बधाई दी। दीदी के दादा के घर पहुंचने से सियासी अटकलें लगना शुरू हो गईं हैं कि सौरव गांगुली जल्द ही तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली गुरुवार यानी 8 जुलाई 2021 को 49 साल के हो गए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनके घर पहुंचीं। यह पहला मौका है जब ममता बनर्जी सौरव गांगुली के घर पर गईं हैं। आमतौर पर वह हर साल सौरव गांगुली को बधाई देती थीं, लेकिन पहली बार उनके घर पर जाकर जन्मदिन की बधाई दी। वह गांगुली के घर पर करीब 45 मिनट तक ठहरीं और परिवार के सदस्यों से बातचीत की।
गांगुली और ममता की इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख को गुरुवार दोपहर में गांगुली के आवास पर पहुंचने के बाद उन्हें गुलदस्ता देते देखा गया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सौरव ने लौटते समय ममता को एक साड़ी भेंट की।
ममता बनर्जी और सौरव गांगुली की इस मुलाकात को बेहद अहम बताया जा रहा है। हाल ही में हुए पश्चिम बंगाल चुनावों में भाजपा सौरव गांगुली को अपनी पार्टी में शामिल करने की कोशिश में थी। तब गांगुली ने राजनीति के मैदान में उतरने से साफ इंकार कर दिया था। भाजपा की इच्छा थी कि सौरव गांगुली ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ें। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। अब ममता-गांगुली की मुलाकात के बाद अटकलें लग रही हैं कि बीसीसीआई प्रमुख जल्द ही तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
West Bengal CM @MamataOfficial reaches at the residence of @SGanguly99 to wish him Happy Birthday.
Didi Meets Dada pic.twitter.com/htuYEtODTW— Satyaki Sengupta (@satyaki_sngupta) July 8, 2021
ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त देकर तीसरी बार सूबे की मुख्यमंत्री बनी हैं। गांगुली भी ममता के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। उसके बाद से ही गांगुली के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगने लगी थीं।
ममता बनर्जी और सौरव गांगुली के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। इस साल जनवरी में जब सौरव गांगुली को हार्ट अटैक आया था, तब ममता उनका हालचाल लेने अस्पताल भी गई थीं। गांगुली को बंगाल क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनाने में भी ममता की बड़ी भूमिका रही है। बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद गांगुली ने यह पद छोड़ दिया था।