महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, हार्दिक पंड्या, वेंकटेश प्रसाद और सुरेश रैना समेत कई प्रसिद्ध पूर्व क्रिकेटर्स ने मालदीव के तीन मंत्रियों की ‘घृणित’ और ‘नस्लवादी’ टिप्पणियों की आलोचना की है। उन्होंने देशवासियों से मालदीव जाने के बजाय घरेलू पर्यटन स्थलों खासकर ‘भारतीय द्वीपों’ और Indian Beaches (भारतीय समुद्र तटों) की यात्रा करने की अपील की। यह सबकुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केंद्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप के दौरे के बाद मालदीव के मंत्रियों, नेताओं और अन्य सार्वजनिक हस्तियों की ओर से ‘अपमानजनक’ और ‘भारत विरोधी’ टिप्पणियों को लेकर विवाद के बीच सामने आया।

चीन के करीबी हैं मालदीव के नए राष्ट्रपति

मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है। माले की पिछली सरकार में दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्रों समेत समग्र द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति देखी गई। नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को चीन का करीबी माना जाता है। लगभग एक महीने पहले पदभार संभालने के बाद मुइज्जू ने मालदीव से भारतीय सैन्यकर्मियों की वापसी का आह्वान किया था।

2-3 जनवरी को लक्षद्वीप में थे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए दो और तीन जनवरी को लक्षद्वीप में थे। मोदी ने लक्षद्वीप द्वीप समूह की अपनी यात्रा के दौरान समुद्र के नीचे के जीवन का पता लगाने के लिए ‘स्नॉर्कलिंग’ का लुत्फ उठाया।

पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर समुद्र के नीचे का जीवन पता लगाने संबंधी तस्वीरें पोस्ट कीं और अरब सागर में स्थित द्वीपों में प्रवास के अपने ‘उत्साहजनक अनुभव’ को साझा किया। उन्होंने लिखा, ‘जो लोग रोमांचकारी अनुभव लेना चाहते हैं, लक्षद्वीप उनकी सूची में जरूर होना चाहिए। मेरे प्रवास के दौरान, मैंने स्नॉर्कलिंग की भी कोशिश की। यह कितना उत्साहजनक अनुभव था!’

सचिन तेंदुलकर ने X पर क्या लिखा

सचिन तेंदुलकर ने X पर लिखा, ‘सिंधुदुर्ग में अपना 50वां जन्मदिन मनाए हुए 250 दिन हो गए हैं! तटीय शहर ने वह सब कुछ प्रदान किया जो हम चाहते थे और भी बहुत कुछ। अद्भुत आतिथ्य के साथ भव्य स्थलों ने हमें यादों का खजाना छोड़ दिया। भारत को सुंदर समुद्र तटों और प्राचीन द्वीपों का आशीर्वाद प्राप्त है। हमारे ‘अतिथि देवो भव’ दर्शन के कारण हमारे पास तलाशने के लिए बहुत कुछ है, बहुत सारी यादें बनने का इंतजार कर रही हैं।’

मालदीव के रवैये से निराशा हुई: सुरेश रैना

भारत के पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना ने भारतीयों से मालदीव की नफरत के खिलाफ एकजुट होने और भारतीय द्वीपों का पता लगाने का आग्रह किया। सुरेश रैना ने कहा, ‘मालदीव की ओर से इस तरह की आलोचना देखकर निराशा होती है। खासकर इसलिए क्योंकि भारत उनकी अर्थव्यवस्था, संकट प्रबंधन और कई अन्य क्षेत्रों में बहुत योगदान देता है।’

इरफान पठान ने भी जाहिर की निराशा

पूर्व भारतीय ऑल-राउंडर इरफान पठान ने लिखा, ‘जब मैं 15 साल का था तब से दुनिया भर की यात्रा कर रहा हूं। मैं जिस भी नए देश का दौरा करता हूं वह भारतीय होटलों और पर्यटन द्वारा दी जाने वाली असाधारण सेवा में मेरे विश्वास को मजबूत करता है। हर देश की संस्कृति का सम्मान करने के बावजूद मेरी मातृभूमि के असाधारण आतिथ्य के बारे में नकारात्मक टिप्पणियां सुनना निराशाजनक है।’

अगली छुट्टियां में लक्षद्वीप जाएंगे हार्दिक पंड्या?

हार्दिक पंड्या ने लिखा, ‘भारत के बारे में जो कहा जा रहा है उसे देखकर बेहद दुख हुआ। अपने भव्य समुद्री जीवन, सुंदर समुद्र तटों के साथ, लक्षद्वीप एक आदर्श स्थान है और निश्चित रूप से मुझे अपनी अगली छुट्टियों के लिए यहां अवश्य जाना चाहिए।’

पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने इस मामले पर अपनी राय देने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। आकाश चोपड़ा ने X पर लिखा, ‘इंडिया आउट’ घोषणापत्र का हिस्सा था। मालदीव ने इसके लिए मतदान किया। अब यह हम भारतीयों पर निर्भर है कि हम समझदारी से चयन करें। मुझे पता है कि मेरा परिवार ऐसा करेगा। जय हिंद।’

सहवाग ने कहा- यह आपदा को अवसर में बदलने का समय

वीरेंद्र सहवाग ने लिखा, ‘चाहे वह उडुपी के खूबसूरत समुद्र तट हों, पांडिचेरी में पैराडाइज बीच, अंडमान में नील और हैवलॉक या हमारे देश भर में कई अन्य खूबसूरत समुद्र तट हों, भारत में ऐसे कई अज्ञात स्थान हैं जिनमें बहुत अधिक संभावनाएं हैं। भारत सभी आपदाओं को अवसर में बदलने के बारे में जानता है।’

उन्होंने आगे लिखा, ‘मालदीव के मंत्रियों द्वारा हमारे देश और हमारे प्रधानमंत्री पर यह कटाक्ष भारत के लिए एक महान अवसर है ताकि उन्हें पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने और हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा सके। कृपया अपने पसंदीदा अज्ञात खूबसूरत स्थानों के नाम बताएं।’

वेंकटेश प्रसाद ने भी की मरियम शिउना की आलोचना

भारत के पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने भी मालदीव की युवा अधिकारिता उप मंत्री मरियम शिउना की आलोचना की। वेंकटेश प्रसाद ने लिखा, ‘एक उप मंत्री हमारे देश के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं। मालदीव काफी हद तक गरीब देश है जो बड़े पैमाने पर महंगे पर्यटन पर निर्भर है और यहां 15% से अधिक पर्यटक भारत से आते हैं। भारत में बहुत सारे अनछुए खूबसूरत तटीय शहर हैं और उनमें से कई को पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करने का यह एक शानदार अवसर है।’