मनोज तिवारी का दावा है कि उनकी अगर गौतम गंभीर से लड़ाई नहीं हुई होती तो वह कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की ओर से 2-3 साल और खेलते। मनोज तिवारी ने बताया कि कैसे केकेआर में खेलते समय गंभीर ने उन्हें धमकी दी थी। भारत के लिए 12 वनडे और 3 टी20 मैच खेलने वाले मनोज तिवारी ने जिस घटना का खुलासा किया है, वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2013 संस्करण की है।
आईपीएल के उस सीजन गौतम गंभीर की कप्तानी में मनोज तिवारी केकेआर के लिए खेले थे। बता दें कि क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद बंगाल के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने विभिन्न मुद्दों पर कुछ टिप्पणियां कीं हैं। जिन्हें लेकर क्रिकेट जगत में चर्चा गर्म है। इसमें ड्रेसिंग रूम में गौतम गंभीर के साथ ‘बड़ी लड़ाई’ का खुलासा भी शामिल है।
एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में मनोज तिवारी ने कहा, ‘केकेआर में रहने के दौरान ड्रेसिंग रूम में गंभीर के साथ मेरी बड़ी लड़ाई हुई थी। यह घटना कभी किसी सार्वजनिक नहीं हुई। साल 2012 में केकेआर चैंपियन बनी… मुझे एक साल और केकेआर के लिए खेलने का मौका मिला। अगर मैं 2013 में गंभीर से नहीं लड़ा होता तो शायद मैं 2-3 साल और खेलता। इसका मतलब है कि अनुबंध के अनुसार मुझे जो राशि मिलनी थी वह बढ़ गई होती। बैंक बैलेंस मजबूत होता, लेकिन मैंने इसके बारे में कभी नहीं सोचा।’
मनोज ने कहा, ‘गंभीर के साथ हुई लड़ाई का मुझे अब भी पछतावा है, क्योंकि मैं उस तरह का इंसान नहीं हूं जो सीनियर्स से झगड़ता हो। उस घटना को टाला जा सकता था। सीनियर्स के साथ मेरे रिश्ते बहुत अच्छे हैं, लेकिन एक घटना की वजह से हमारी बदनामी हुई।’
मनोज ने बताया, ‘एक समय गंभीर के साथ अच्छे रिश्ते थे, इसलिए मुझे ज्यादा अफसोस है। केकेआर के लिए खेलते हुए उनके साथ काफी चर्चाएं हुईं। टीम में किसे शामिल करना है इसे लेकर मुझसे भी राय ली जाती थी, लेकिन जैसा मैंने सोचा था, रिश्ता उतना अच्छा नहीं चल पाया।’
गंभीर ने मुझे मैच के बाद देख लेने की धमकी दी थी: मनोज
साल 2013 में विवाद इस हद तक पहुंच गया कि मनोज तिवारी को केकेआर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। इस बारे में मनोज ने कहा, ‘उन्होंने मुझसे कहा कि तुम मैच के बाद बाहर मिलना। मैं देखूंगा तुम्हें।’ इसके बाद उन्होंने कहा, ‘आज आपका काम खत्म हो गया। मुझे लगता है कि उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था। कोटला में पत्रकारों का स्टैंड मैदान के अंदर है। हर कोई सबकी सुनता है। वे शब्द भी सभी ने सुने।’
आईपीएल 2024 में गौतम गंभीर मेंटर के रूप में केकेआर कैंप में वापसी करेंगे। मनोज तिवारी 2012 में आईपीएल ट्रॉफी जीतने वाली केकेआर टीम का हिस्सा थे। वह 2010 से 2013 तक फ्रेंचाइजी के लिए खेले। केकेआर की जर्सी पहनने से पहले मनोज तिवारी 2008 और 2009 में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के लिए खेले।
गैरी कर्स्टन के कारण दिल्ली की टीम ने रिलीज किया: मनोज
मनोज तिवारी ने बताया, ‘जब मैं दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलता था तो गैरी कर्स्टन कोच थे। मैं एक के बाद एक मैच में देख रहा था कि पहली एकादश अच्छी नहीं चल रही थी। कॉम्बिनेशन सही नहीं था। योग्य क्रिकेटर्स को खेलने का मौका नहीं मिल रहा था। कई खिलाड़ी चोट लगने से बाहर हो गए थे।’
मनोज ने बताया, ‘टीम जो मैच खेल रही थी, उसके नतीजे अच्छे नहीं रहे थे। मैं सीधे गया और कहा कि अगर आप मुझे अंतिम एकादश में नहीं रख सकते तो मुझे रिलीज कर दो। तब मेरा अनुबंध 2.8 करोड़ रुपये का था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि अगर मैंने ऐसा कहा तो वे मुझे गलत समझेंगे।’