New Zealand All Rounder: न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर कॉलिन डी ग्रैंडहोम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। कॉलिन डी ग्रैंडहोम (36) ने इस सप्ताह न्यूजीलैंड क्रिकेट के साथ चर्चा के बाद एक प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय करियर को खत्म करने का फैसला किया। न्यूजीलैंड कॉलिन डी ग्रैंडहोम को अपने केंद्रीय अनुबंध से मुक्त करने पर राजी हो गया है।
जिम्बाब्वे की राजधानी हरारे में 22 जुलाई 1986 को जन्में कॉलिन डी ग्रैंडहोम ने 11 फरवरी 2012 को जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 मुकाबले से ही अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। ग्रैंडहोम उस पारी में अपना खाता नहीं खोल पाए थे। कॉलिन डी ग्रैडहोम ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच जून 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेला। यह एक टेस्ट मैच था। इसकी दूसरी पारी में भी वह बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। इस तरह शून्य से शुरू हुआ उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटीय सफर शून्य से ही खत्म हुआ।
कॉलिन डी ग्रैंडहोम ने अपने 10 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में 29 टेस्ट, 45 वनडे और 41 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। उन्होंने टेस्ट में 38.70 के औसत से 1432 रन बनाए और 49 विकेट लिए। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में उन्होंने 26.50 के औसत 742 रन बनाए और 30 विकेट हासिल किए। टी20 इंटरनेशनल में उन्होंने 15.78 के औसत से 505 रन बनाए और 12 विकेट चटकाए।
कॉलिन डी ग्रैंडहोम इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का भी हिस्सा रह चुके हैं। वह पहली बार 2017 में शाहरुख खान के सह मालिकाना हक वाली कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) का हिस्सा थे। आईपीएल 2018 और 2019 में वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेले। तब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) की कमान विराट कोहली के हाथों में थी।
कॉलिन डी ग्रैंडहोम हाल के समय में लगातार चोटों से परेशान रहे थे। उन्होंने कहा, ‘उम्र लगातार बढ़ रही है। चोटिल होने के कारण मेरे लिए ट्रेनिंग करना कठिन होता जा रहा है। मेरा परिवार बढ़ रहा है। मुझे समझना होगा कि क्रिकेट के बाद मेरा भविष्य क्या होगा। साल 2012 में डेब्यू के बाद से न्यूजीलैंड के लिए खेलने का मौका मिलते रहना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी।’
कॉलिन ग्रैंडहोम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन वह न्यूजीलैंड में घरेलू क्रिकेट खेलते रहना चाहते हैं। इसके लिए वह जल्द ही नॉर्थर्न डिस्ट्रिक्ट से बात करेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैंने साथी खिलाड़ियों, कोचिंग स्टॉफ और विपक्षी टीम के खिलाड़ियों के साथ जिंदगी भर रहने वाली दोस्ती बनाई है। इसे मैं पूरे जीवन याद करता रहूंगा।’