दिल्ली कैपिटल्स (DC) को 77 रन से हराकर आईपीएल 2023 के प्लेऑफ में पहुंचने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि सफलता का कोई नुस्खा नहीं है, लेकिन उनकी टीम खिलाड़ियों पर भरोसा रखकर उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का आत्मविश्वास देती है। धोनी की कप्तानी में चेन्नई की टीम रिकॉर्ड 12वीं बार प्लेऑफ में पहुंची है। इस दौरान उन्होंने खुलासा किया कि टीम को आगे रखने वाले खिलाड़ियों को तवज्जो दी जाती है।
डेवोन कॉनवे और ऋतुराज गायकवाड़ के बीच पहले विकेट की शतकीय साझेदारी के दम पर चेन्नई ने 3 विकेट पर 223 रन बनाये। जवाब में दिल्ली की टीम 9 विकेट पर 146 रन ही बना सकी। चेन्नई 14 मैचों में 17 अंक के साथ प्लेआफ में पहुंच गई। मैच के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में धोनी से टीम के प्लेआफ रिकॉर्ड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा ,‘‘इसका कोई नुस्खा नहीं है। हम सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को चुनकर उन्हें सर्वश्रेष्ठ मौके देते हैं। उन्हें इस तरह से इस्तेमाल करते हैं कि सफल होने की संभावना सर्वाधिक हो। इसके अलावा कमजोर पहलुओं पर उनकी मदद करते हैं। टीम के लिये जो सर्वश्रेष्ठ हो, वह करने पर कामयाबी अपने आप मिलती है।’’
एमएस धोनी खिलाड़ियों में क्या खूबी तलाशते हैं
इस दौरान एमएस धोनी से सवाल किया गया कि खिलाड़ियों में क्या खूबी तलाशते हैं। उन्होंने जवाब देते हुए कहा ,‘‘ऐसे खिलाड़ी जिनके लिये टीम सबसे पहले हो। दूर से इसे जज करना मुश्किल है, लेकिन हम चाहते हैं कि वे टीम के माहौल में पूरी तरह ढल जायें। वे 10 प्रतिशत भी बढते हैं तो हम 50 प्रतिशत जाने को तैयार रहते हैं। टीम प्रबंधन और सहयोगी स्टाफ शानदार है, जो हमेशा हमें कहता है कि अपना स्वाभाविक खेल दिखाओ और कोई चिंता मत करो। ’’
तुषार देशपांडे को सराहा
धोनी ने अपने तेज गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा,‘‘डेथ ओवरों में गेंदबाजी के लिये आत्मविश्वास बहुत जरूरी है। तुषार देशपांडे को देखें। वह डेथ ओवरों का गेंदबाज बनते जा रहे हैं। सबसे अहम यह है कि दबाव के क्षणों में आप कैसा प्रदर्शन करते हैं। तेज गेंदबाजों ने जिम्मेदारी लेकर प्रदर्शन किया है और मथिसा पथिराना डेथ ओवरों के स्वाभाविक गेंदबाज हैं, जिससे हमारा एक सिरदर्द कम हुआ और अब तुषार उसका बखूबी साथ दे रहे हैे।’’