भारतीय महिला क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज का तीसरे और आखिरी टी20 मैच 14 रन से हार गई। क्वींसलैंड के करारा ओवल में खेले गए मैच में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीता और गेंदबाजी का फैसला किया।

ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 149 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ओपनर स्मृति मंधाना की अर्धशतकीय पारी के बावजूद 20 ओवर में 6 विकेट पर 135 रन ही बना पाई। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने 3 मैच की सीरीज 2-0 से अपने नाम की। सीरीज का पहला मैच बारिश के कारण रद्द करना पड़ा था।

भारतीय टीम के लिए मंधाना ने 49 गेंद में 52 रन की पारी खेलने के साथ जेमिमाह रोड्रिग्ज (26 गेंद में 23 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 57 रन की साझेदारी कर अच्छा मंच तैयार किया था, लेकिन टीम ने बीच के ओवर्स में 10 रन के अंतर में 4 विकेट गंवा दिए।

ऑस्ट्रेलिया के लिए निकोल कैरी ने चार ओवर में 42 रन देकर दो, जबकि एश्ली गार्डनर, ऐनाबेल सदरलैंड और जॉर्जिया वेयरहम ने एक-एक विकेट लिए। इस तरह भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरे का अंत निराशाजनक तरीके से हुआ। टीम एकदिवसीय श्रृंखला को 1-2 से हार गई थी, जबकि ऐतिहासिक दिन-रात्रि टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था।

रविवार को लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को दूसरे ओवर में ही शेफाली वर्मा (01) के आउट होने से झटका लगा। हालांकि, शानदार लय में चल रही मंधाना ने पांचवें ओवर में तीन चौके जड़कर टीम की वापसी करवाई। उन्होंने जेमिमाह रोड्रिग्ज के साथ संभल कर खेलते हुए 10वें ओवर में टीम के स्कोर को 54 रन तक पहुंचा दिया था।

रोड्रिग्ज ने रन गति तेज करने के लिए वेयरहम के खिलाफ 11वें ओवर में चौका जड़ा, लेकिन फिर से इसी कोशिश में अपना विकेट गंवा दिया। स्मृति मंधाना ने 15वें ओवर कैरी के खिलाफ चौका लगाकर 46 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसी ओवर की पांचवीं गेंद पर कप्तान मैग लैनिंग को कैच थमा बैठी।

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भारतीय टीम का 15 ओवर के बाद स्कोर तीन विकेट पर 93 रन था। उसे जीत के लिए 30 गेंद में 57 रन चाहिए थे। टीम ने अगली 13 गेंद में कप्तान हरमनप्रीत कौर (13) समेत तीन विकेट गंवा दिए। पिछले मैच में बड़े शॉट लगाने वाली पूजा वस्त्राकर (05) कैरी के खिलाफ 17वें ओवर में चौका लगाने के बाद अगली गेंद पर बोल्ड हो गईं।

यास्तिका भाटिया की जगह टीम में शामिल हुईं हरलीन देओल (02) रन आउट होकर पवेलियन लौटीं। विकेटकीपर ऋचा घोष ने आखिरी ओवर में दो छक्के और एक चौका जड़ा, लेकिन तब तक मैच भारत के हाथ से निकल गया था। उन्होंने 11 गेंद में नाबाद 23 रन बनाए। दीप्ति शर्मा नौ रन पर नाबाद रही।

इससे पहले सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी (61) की अर्धशतकीय पारी के बाद तहलिया मैकग्रा की नाबाद 44 रन की आक्रामक पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने पांच विकेट पर 149 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था। मूनी ने 43 गेंद की पारी में 10 चौके लगाए, जबकि पिछले मैच में टीम को जीत दिलाने वाली मैकग्रा ने एक बार फिर बल्ले से उपयोगी योगदान देते हुए 31 गेंद की नाबाद पारी में एक छक्का और छह चौके जड़े। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 44 रन की अहम साझेदारी भी निभाई।

तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ने दूसरे ओवर में एलिसा हीली को विकेटकीपर ऋचा घोष के हाथों कैच कराया। लैनिंग लय हासिल कर रही थीं लेकिन सातवें ओवर में राजेश्वरी गायकवाड़ की गेंद पर हिट विकेट हो गईं। उन्होंने 14 रन बनाए। इसके बाद वस्त्राकर ने गार्डनर (एक रन) को ऋचा के हाथों कैच कराया तो वहीं एलिसा पेरी दीप्ति गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में वस्त्राकर को कैच थमा बैठी। उन्होंने आठ रन बनाए।

टीम 12वें ओवर में 73 रन पर चौथा विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी लेकिन पिछले मैच की तरह एक बार मूनी और मैकग्रा ने संकटमोचक की भूमिका निभाई। राजश्वरी ने मैच के 18वें ओवर मूनी को हरमनप्रीत के हाथों कैच कराया लेकिन इसी ओवर में मैकग्रा ने छक्का और फिर चौका जड़कर 16 रन बटोर लिए।

मैकग्रा ने 19वें ओवर में शिखा पांडे के खिलाफ चौका जड़ा, जबकि वेयरहम (नाबाद 13) ने 20वें ओवर में दीप्ति की गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाया। इन दोनों ओवरों से 10-10 रन बने। इस तरह से ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी तीन ओवरों में 36 रन बटोरे। भारत के लिए राजेश्वरी ने चार ओवर में 37 रन देकर दो जबकि रेणुका, वस्त्राकर और दीप्ति ने एक-एक विकेट लिया।