भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा कि कप्तान विराट कोहली के आक्रामक रवैए में वह खुद का अक्स देखते हैं क्योंकि जब वह क्रिकेट खेलते थे तो उनकी भी मानसिकता ऐसी ही होती थी। ‘लोकमत महाराष्ट्रीयन आॅफ द ईयर अवॉर्ड्स 2018’ में ‘महाराष्ट्राचा अभिमान’ सम्मान से नवाजे गए शास्त्री ने कहा, ‘‘मैं ऐसे देखता हूं (कोहली में मैं खुद को देखता हूं)। हमारी मानसिकता एक जैसी है। हम आक्रामक हैं और मुकाबला करना चाहते हैं और जब किसी टीम में कोहली जैसी मानसिकता और काम करने का जज्बे वाला खिलाड़ी हो तो इसका असर दूसरे खिलाड़ियों पर भी पड़ता है, इसलिए भारतीय टीम इस समय शानदार लय में है।’’

शास्त्री ने इस मौके पर पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘एमएस धोनी महान खिलाड़ी है और परिस्थितियों से जरा भी विचलित नहीं होते। चाहे वह शून्य पर आउट हो या शतक बनाए, चाहे वह छक्का मार कर विश्व कप जिताए, वह हमेशा एक से रहते हैं। धोनी और कोहली एक-दूसरे का काफी सम्मान करते हैं। आप मीडिया में जो पढ़ते हैं वह सही नहीं है, उनका रिश्ता शानदार है। कोहली धोनी से राय लेते हैं जिसका टीम पर काफी सकारात्मक असर पड़ता है।’’

दूसरी तरफ, चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल के मैच में मंगलवार को कोलकाता नाइट राइडर्स को हराने के बाद कहा कि दो साल बाद एम ए चिदंबरम स्टेडियम पर लौटना और जीतना अच्छा लग रहा है। उन्होंने मैच के बाद कहा, ‘‘दो साल बाद यहां लौटकर और जीत दर्ज करके अच्छा लग रहा है। दर्शक इस तरह के मैच के हकदार थे। हर किसी के जज्बात होते हैं लेकिन डगआउट में हमें उस समय अपने बल्लेबाजों और गेंदबाजों पर भरोसा रखना होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सकारात्मक ऊर्जा से मदद मिलती है । मेरी भी दिल की धड़कनें बढ जाती हैं और इसीलिए हमारे पास ड्रेसिंग रूम होता है । मैं ड्रेसिंग रूम में अपने जज्बात जाहिर करता हूं, डगआउट में नहीं।’’