भारत के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में रविचंद्रन अश्विन को नहीं खिलाने का फैसला एकदम सही है। हरभजन सिंह के मुताबिक, अश्विन की जगह रविंद्र जडेजा को शामिल करके भारतीय टीम ने अपनी बैटिंग मजबूत की है।

इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मुकाबले के लिए जब भारतीय टीम का ऐलान हुआ तो उसमें रविचंद्रन अश्विन का नाम नहीं शामिल था। अश्विन की जगह जडेजा को प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई। इसको लेकर काफी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अश्विन ने बेहतर गेंदबाजी की थी। इसके बावजूद अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया। विराट कोहली ने टीम में शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज समेत चार तेज गेंदबाजों को शामिल किया। रविंद्र जडेजा प्लेइंग इलेवन में इकलौते स्पिनर हैं।

हरभजन ने पीटीआई से कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर आप अश्विन को खिलाते तो पुछल्ले बल्लेबाज ज्यादा हो जाते। आपको नहीं पता कि कितनी स्पिन गेंदबाजी इस्तेमाल की जाएगी। जड्डू (जडेजा) ने चायकाल तक 50 ओवर में से तीन में गेंदबाजी की है।’

उन्होंने कहा, ‘इसलिए आप जितने ओवर स्पिन में इस्तेमाल करोगे, जड्डू इन ओवर में गेंदबाजी कर सकता है। हमें इस निष्कर्ष पर कैसे पहुंच जाना चाहिए कि जड्डू को एकमात्र स्पिनर के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।’ उन्होंने कहा, ‘अगर आप विदेश के प्रदर्शन को देखो तो जड्डू बेहतर बल्लेबाज रहा है। निचले क्रम में उसका प्रदर्शन मजबूत रहा है।’

हरभजन ने कहा, ‘और क्या ऐसा है कि जड्डू ने विकेट नहीं चटकाए हैं? यह सीरीज का पहला टेस्ट मैच है, आप जीतना चाहते हो लेकिन साथ ही आप अपना डिफेंस भी तैयार करना चाहोगे। आप बल्लेबाजी के पहलू के फायदे को गंवाना नहीं चाहते। बल्लेबाजी के मामले में आप कमजोर नहीं रह सकते हैं। मुझे लगता है कि अगर टीम प्रबंधन अपनी बैटिंग लाइन-अप मजबूत रखना चाहता है तो यह अच्छी बात है।’

पहले टेस्ट मैच में पहले दिन के खिलाफ भारत मजूबत स्थिति में दिख रहा है। उसने जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और शार्दुल ठाकुर के दम पर इंग्लैंड की पहली पारी 65.4 ओवर में 183 रन पर समेट दी। जवाब में बिना किसी नुकसान के 13 ओवर में 20 रन बनाए हैं।