भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज सबा करीम ने स्टार भारतीय ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा के नाम पर टेस्ट टीम में नेतृत्वकारी भूमिका (उप-कप्तानी) के लिए विचार नहीं किए जाने पर नाखुशी जाहिर की है। उनकी यह टिप्पणी अजिंक्य रहाणे को वेस्टइंडीज दौरे के लिए टेस्ट टीम का दोबारा उप-कप्तान नियुक्त किए जाने के बाद आई है।
भारतीय क्रिकेट टीम के खुद चयनकर्ता रह चुके सबा करीम के अनुसार, रविंद्र जडेजा तीनों प्रारूपों में अनड्रॉपेबल (प्लेइंग 11 से बाहर नहीं किए जाने वाले) हैं और इसलिए उन पर विचार किया जाना चाहिए था। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिए रोहित शर्मा के डिप्टी (उप कप्तान) के रूप में युवा शुभमन गिल का भी नाम लिया।
स्पोर्ट्सकीड़ा ने सबा करीम के हवाले से लिखा, ‘मुझे नहीं पता कि लोग रविंद्र जडेजा के बारे में बात क्यों नहीं करते। वह भारतीय टीम के लिए सभी प्रारूपों में नियमित रूप से खेल रहे हैं। भारत की टेस्ट सफलता में भी उनका बड़ा योगदान रहा है। तो फिर एक लीडर के रूप में उनके बारे में कभी बात क्यों नहीं की गई?’
उन्होंने भविष्य में शुभमन गिल के नाम पर विचार किए जाने की संभावना के बारे में भी बताया। सबा करीम ने कहा, ‘वह (रविंद्र जडेजा) राष्ट्रीय टीम के लिए तीनों प्रारूपों में अनमोल हैं। वह राष्ट्रीय टीम का नेतृत्व करने में भी सक्षम हैं या अगर वह नहीं तो फिर शायद शुभमन गिल हों। अगर भारतीय चयनकर्ताओं को लगता है कि वह भविष्य हैं। मैं सिर्फ यह कह रहा हूं कि कुछ ही दावेदार हैं।’
शानदार नहीं रहा था जडेजा का CSK के कप्तान के रूप में कार्यकाल
रविंद्र जडेजा का आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए कप्तान के रूप में कार्यकाल शानदार नहीं रहा। सबा करीम चयनकर्ताओं द्वारा आगामी वेस्टइंडीज सीरीज के लिए अजिंक्य रहाणे को टीम का उप-कप्तान बनाए जाने से भी नाखुश हैं। सबा करीम ने कहा, ‘जब आप बदलाव के बारे में सोच रहे हैं, तब आप यशवी जयसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ जैसे युवाओं को चुनते हैं।’
जब भविष्य की तलाश में हैं तो अजिंक्य रहाणे की ओर क्यों लौटना?
सबा करीम ने कहा, ‘…फिर आप अजिंक्य रहाणे को उप-कप्तान क्यों बनाते हैं? इसके पीछे क्या तर्क है? टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के बाद उन्होंने वापसी की। उन्होंने एक टेस्ट मैच खेला। उन्होंने अच्छा किया। यह बिल्कुल ठीक है, लेकिन अगर आप भविष्य की तलाश में हैं तो…।’
सब करीम ने कहा, ‘अगर आप एक टीम बनाना चाहते हैं, अगर आप एक क्रिकेटर को तैयार करना चाहते हैं, तो आप अजिंक्य रहाणे के पास वापस क्यों जाएंगे? मेरा मतलब है, एक लीडर के रूप में उनके और उनकी क्षमताओं के प्रति सम्मान के साथ, हमें एक ऐसे युवा खिलाड़ी को तैयार करने पर ध्यान देने की जरूरत है जो आने वाले समय में रोहित शर्मा की जगह ले सके।’
