Ishan Kishan joins Sachin Tendulkar, Virat Kohli And Rishabh Pant Club: इशान किशन साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में भले ही गृह मैदान रांची पर शतक लगाने से चूक गए हों, लेकिन चौके-छक्के लगाकर उन्होंने दर्शकों का दिल जरूर जीत लिया।

इशान किशन अपनी आतिशी पारी के दम पर सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और ऋषभ पंत जैसे दिग्गज क्रिकेटर्स के क्लब में भी शामिल हो गए। वहीं, टीम इंडिया ने 22 साल बाद दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ 275 या उससे ज्यादा का टारगेट चेज किया।

इशान किशन ने दूसरे वनडे में 7 छक्के लगाए। इसके साथ ही वह 24 साल की उम्र तक भारत की ओर से किसी एकदिवसीय मैच में सबसे ज्यादा छक्के लगाने के मामले में संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर पहुंच गए। इशान किशन से पहले सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और ऋषभ पंत यह उपलब्धि अपने नाम कर चुके हैं।

सचिन तेंदुलकर ने 7 अप्रैल 1998 को कानपुर में ऑस्ट्रेलिया, विराट कोहली ने 16 अक्टूबर 2013 को जयपुर में ऑस्ट्रेलिया और ऋषभ पंत ने 26 मार्च 2021 को पुणे में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच में 7-7 छक्के लगाए थे।

इस मामले में महेंद्र सिंह धोनी शीर्ष पर हैं। उन्होंने 31 अक्टूबर 2005 को जयपुर में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच में 10 छक्के लगाए थे। उस मैच में उन्होंने 183 रन की नाबाद पारी खेली थी। उस समय महेंद्र सिंह धोनी की उम्र 24 साल थी।

इशान किशन ने दूसरे वनडे में 7 छक्के और 4 चौके लगाए। हालांकि, वह महज 7 रन से अपने पहले एकदिवसीय शतक से चूक गए। उन्होंने अपनी 93 रन की पारी में 58 रन बाउंड्री से बटोरे। इशान किशन ने अब तक 8 एकदिवसीय मुकाबलों में 36.71 के औसत और 92.77 के स्ट्राइक रेट से 257 रन बनाए हैं। इसमें उनके 3 अर्धशतक शामिल हैं।

टीम इंडिया ने 2000 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहली बार हासिल किया था 300 से ज्यादा का लक्ष्य

भारतीय क्रिकेट टीम ने दूसरे एकदिवसीय मैच में 25 गेंदें शेष रहते हुए साउथ अफ्रीका को 7 विकेट से हराया। साउथ अफ्रीका ने भारत को 279 रन का लक्ष्य दिया था। टीम इंडिया ने 45.5 ओवर में 3 विकेट पर 282 रन बनाकर मैच जीता और सीरीज 1-1 से बराबर की।

टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 22 साल बाद 275 या उससे ज्यादा का लक्ष्य हासिल किया है। इससे पहले उसने 17 मार्च 2000 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 282 और 9 मार्च 2000 को 301 रन का लक्ष्य हासिल किया था। वे दोनों मुकाबले क्रमशः वडोदरा और कोच्चि में खेले गए थे।