कानपुर टेस्ट पर टीम इंडिया ने अपनी पकड़ को मजबूत कर लिया है। अगर रिकॉर्ड पर नजर डालें तो इस टेस्ट मैच में भारत की जीत भी तय हो गई है। साथ ही 284 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम को रविचंद्रन अश्विन ने चौथे दिन ही पहला झटका विल यंग के रूप में दे दिया। ये उनके टेस्ट करियर का 417वां विकेट था।
इसी के साथ उन्होंने हरभजन सिंह की बराबरी कर ली है। तीसरे दिन अश्विन ने न्यूजीलैंड के तीन विकेट लेकर पाकिस्तानी दिग्गज वसीम अकरम के 414 टेस्ट विकेट का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। आज उन्होंने भारत के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह की बराबरी कर ली है और संभवत: वे पांचवे दिन उन्हें पीछे भी छोड़ देंगे।
रविचंद्रन अश्विन अब कपिल देव के 434 और अनिल कुंबले के 619 विकेट से अब पीछे हैं। अश्विन का ये 80वां टेस्ट मैच है और पहली पारी में उन्होंने तीन विकेट अपने नाम किए थे। दूसरी पारी में वे अभी तक एक विकेट अपने नाम कर चुके हैं।
भारत का जीतना तय
कानपुर टेस्ट में भारत ने न्यूजीलैंड को 284 रनों का लक्ष्य दिया है। इस लक्ष्य के हिसाब से भारत की जीत तय मान सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत में विदेशी टीम कभी भी चौथी पारी में 276 रनों से ज्यादा का लक्ष्य नहीं चेज कर पाई है। वहीं सिर्फ दो बार ही भारतीय सरजमीं पर चौथी पारी में 200 से अधिक का लक्ष्य चेज हुआ है।
1972-73 में इंग्लैंड ने 207 रन बनाकर टेस्ट मैच जीता था। इसके बाद 1987-88 में वेस्टइंडीज ने भारत के खिलाफ 276 रन बनाकर टेस्ट मैच अपने नाम किया था। ये दोनों मुकाबले दिल्ली में खेले गए थे। ओवरऑल भारत में आखिरी पारी में चेजिंग करते हुए 66 में से सिर्फ दो बार ही विदेशी टीम जीत पाई है। 31 बार मुकाबला ड्रॉ हुआ है और 33 बार टीम हारी है।
साथ ही न्यूजीलैंड की बात करें तो सिर्फ दो बार ही 284 से ज्यादा का लक्ष्य चेज कर पाई है टीम। 1993-94 में कीवी टीम ने 324 रन क्राइस्टचर्च में पाकिस्तान के खिलाफ और 2008-09 में 317 रन चिटगॉन्ग में बांग्लादेश के खिलाफ चौथी पारी में बनाकर टेस्ट मैच जीते हैं।