IND vs NZ 2nd Test: भारत और न्यूजीलैंड के बीच दूसरे टेस्ट मैच में विराट कोहली बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। एजाज पटेल की गेंद पर उन्हें अंपायर ने एलबीडब्ल्यू आउट करार दिया। उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दिए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल भी मचा। हालांकि, नतीजा सिफर रहा और भारतीय कप्तान को शून्य पर पवेलियन लौटना।
शून्य पर आउट होने के साथ ही विराट कोहली के नाम कई सारे अनचाहे रिकॉर्ड भी जुड़ गए। विराट कोहली बतौर भारतीय टेस्ट कप्तान एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने के मामले में संयुक्त रूप से शीर्ष पर पहुंच गए हैं। वह इस साल यानी 2021 में अब तक चौथी बार शून्य पर आउट हुए हैं।
बिशन सिंह बेदी 1976, कपिल देव 1983 और महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) साल 2011 में बतौर भारतीय टेस्ट कप्तान 4-4 बार शून्य पर आउट हो चुके हैं। यही नहीं, विराट कोहली घरेलू मैदान पर बतौर टेस्ट कप्तान सबसे ज्यादा बार आउट होने के मामले में भी संयुक्त रूप से शीर्ष पर पहुंच गए हैं।
इस मामले में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्रेग चैपल और न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग की बराबरी की। टीम की अगुआई करते हुए कोहली घरेलू मैदान पर छठी बार टेस्ट क्रिकेट में शून्य पर पवेलियन लौटे हैं। ग्रेग चैपल और स्टीफन फ्लेमिंग भी अपने टेस्ट कप्तानी करियर के दौरान घरेलू मैदानों पर 6-6 बार शून्य पर आउट हुए थे।
विराट कोहली न चाहते हुए भी एक और मामले में एमएस धोनी से आगे निकल गए हैं। विराट कोहली कप्तान रहते हुए टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने के मामले में संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। इस मामले में शीर्ष पर न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग हैं।
न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग टेस्ट क्रिकेट में अपनी टीम की अगुआई करते हुए 13 बार शून्य पर आउट हुए थे। टेस्ट क्रिकेट में ग्रीम स्मिथ दक्षिण अफ्रीका और विराट कोहली टीम इंडिया की कमान संभालते हुए 10-10 बार शून्य पर पवेलियन लौटे हैं।
विराट कोहली को थर्ड अंपायर ने दिया गलत आउट! सोशल मीडिया पर जमकर मचा बवाल, देखें Video
टेस्ट क्रिकेट में पिछले 132 साल में ऐसा पहली बार हुआ
भारत और न्यूजीलैंड के बीच दूसरे टेस्ट के दौरान एक और अनोखा रिकॉर्ड बना। टेस्ट क्रिकेट के 144 साल के इतिहास में यह दूसरी बार जब दो टेस्ट मैच की सीरीज में 4 कप्तान शामिल हुए हैं। ऐसा पहली बार 1889 में हुआ था, तब दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज के दौरान चार कप्तान बने थे।
तब दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ओवेन डुनेल और विलियम मिल्टन थे। इंग्लैंड के कप्तान ऑब्रे स्मिथ और मोंटी बोडेनहुई थे। उस समय इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था। इस बार भारत की ओर से अजिंक्य रहाणे और विराट कोहली, जबकि न्यूजीलैंड की ओर से केन विलियमसन और टॉम लैथम कप्तान बने हैं।