रैगिंग एक ऐसी परंपरा है जिसका सिर्फ शिक्षा तंत्र ही नहीं हर वर्ग में प्रयोग होता है। कहीं इसका मजाकिया तौर पर इस्तेमाल होता है तो कहीं ये एक गंदा रूप भी ले लेता है। हाल ही में भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने लखनऊ के स्पोर्ट्स कॉलेज में उनके साथ हुई गलत तरह से रैगिंग का खुलासा किया था। वहीं इससे पहले विराट कोहली भी अपने साथ टीम इंडिया में ही हुई रैगिंग का खुलासा कर चुके हैं।
दरअसल विराट कोहली ने जिस वक्त टीम इंडिया में एंट्री की थी वो दौर हुआ करता था सचिन तेंदुलकर के वर्चस्व का। सचिन का टीम के अंदर कद हमेशा से ही काफी बड़ा रहा है। साथ ही उनको क्रिकेट के भगवान की भी उपाधि मिली हुई है। उस दौरान युवराज सिंह और हरभजन सिंह कोहली के सीनियर थे।
युवराज और हरभजन हमेशा से ही मजाकिया रहे हैं। दोनों खिलाड़ियों ने टीम में नए-नए आए विराट से मस्ती करना शुरू कर दिया। दोनों ने कहा कि टीम में जो भी नया खिलाड़ी आता है उसे सबसे पहले सचिन के पैर छूने पड़ते हैं। ये सुनकर विराट काफी हैरान भी हुए थे। लेकिन उन्होंने सीनियर्स की बात को सुना और वे सचिन के पैर छूने चले गए।
हरभजन और युवी से नाराज हुए सचिन
खबरों की मानें तो विराट कोहली जिस वक्त सचिन तेंदुलकर के पैर छूने पहुंचे तो सचिन काफी हैरान रहे गए। सचिन ने युवा विराट से पूछा कि आप ऐसा क्यों कर रहे हैं। फिर विराट कोहली ने उन्हें पूरी बात बताई। जिसके बाद सचिन युवराज और हरभजन से काफी नाराज भी हुए। उन्होंने जमकर युवी और भज्जी को लताड़ भी लगाई थी।
गौरतलब है कि सुरेश रैना ने अपनी बायोग्राफी ‘बिलीव’ में लिखा था कि, लखनऊ के स्पोर्ट्स हॉस्टल में वे सीनियर्स के खास निशाने पर रहते थे। सीनियर्स उनसे अपने निजी काम करवाते थे। रैगिंग के अलग-अलग हथकंडे अपनाते। कभी उन्हें मुर्गा बना देते तो कभी चेहरे पर पानी फेंक देते थे।
सुरेश रैना ने अपनी जीवनी में एक बेहद गंदे किस्से का जिक्र करते हुए लिखा था कि जब वे किसी टूर्नामेंट के लिए आगरा जा रहे थे। ट्रेन पर वे दरवाजे के पास बैठे थे तभी सीनियर्स वहां भी उन्हें तंग करने आ गए। उन्होंने लिखा कि, इसी दौरान एक लंबा-तगड़ा लड़का मुझ पर बैठ गया और मेरे चेहरे पर पेशाब करने लगा।