ICC हॉल ऑफ फेमर रिकी पोंटिंग ने भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन चुनी है। उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज बराबर करने के लिए क्या करना चाहिए। रिकी पोंटिंग ने स्वीकार किया कि पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन अपने सर्वश्रेष्ठ से काफी नीचे था। हालांकि, पूर्व कप्तान चाहते हैं कि एडिलेड में गुलाबी गेंद से होने वाले मैच के लिए टीम में कोई बदलाव न किया जाए।

मैं ऑस्ट्रेलिया के ही साथ: पोंटिंग

ICC (आईसीसी) रिव्यू के सबसे हालिया एपिसोड में होस्ट संजना गणेशन से बात करते हुए पोंटिंग ने कहा, ‘मैं उसी टीम के साथ रहूंगा। मुझे लगता है कि आपको चैंपियन खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाना होगा। इस टीम में हम जिन लोगों के बारे में बात कर रहे हैं, उनमें से बहुत से लोग चैंपियन खिलाड़ी रहे हैं। थोड़े समय के लिए नहीं, उन्होंने बड़े मंच पर अपनी क्षमता साबित की है।’

शीर्ष क्रम के मुख्य खिलाड़ी और पूर्व नंबर 1 रैंक वाले टेस्ट बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन को पहले टेस्ट में अपने प्रदर्शन के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। जनवरी में पाकिस्तान के खिलाफ दो अर्धशतक लगाने के बाद से टेस्ट क्रिकेट में दाएं हाथ के इस बल्लेबाज के औसत में काफी गिरावट आई है। मार्नस लाबुशेन ने पर्थ में दो पारियों में सिर्फ दो और तीन रन बनाए।

पोटिंग ने लाबुशेन को दी यह सलाह

रिकी पोंटिंग ने लाबुशेन के बारे में कहा, ‘उसे वास्तव में इसे बदलने का तरीका खोजना होगा। पर्थ में सभी बल्लेबाजों में मार्नस सबसे ज्यादा अनिश्चित दिखे। हां, यह मुश्किल विकेट पर उच्च गुणवत्ता वाली गेंदबाजी थी, लेकिन उसे इसे बदलने का तरीका खोजने की जरूरत है।’

पिछले साल ओवल में ऑस्ट्रेलिया को अपना पहला विश्व टेस्ट चैंपियनशिप खिताब दिलाने में लाबुशेन ने अहम भूमिका निभाई थी। पोंटिंग ने मानसिक चुनौती का भी उल्लेख किया जो उन्हें और उनके साथियों को सर्वश्रेष्ठ फॉर्म को हासिल करने की कोशिश करते समय सामना करना पड़ता है।

बुमराह को लेकर किया सतर्क

रिकी पोंटिंग ने आक्रामक मानसिकता खासकर बुमराह जैसे विश्वस्तरीय गेंदबाजों के खिलाफ अपनाने के महत्व पर जोर दिया। जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में 5 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई लाइन-अप को तहस-नहस कर दिया था।

रिकी पोंटिंग ने बताया, ‘आपको जोखिम लेने का तरीका खोजना होगा और उन खिलाड़ियों पर वापस दबाव डालना होगा, क्योंकि आप बुमराह को जानते हैं, वे आपको बहुत आसान स्कोरिंग अवसर नहीं देंगे। जब वे ऐसा करते हैं तो आपको उस पर झपटने और उसे दूर करने के लिए तैयार रहना होगा। उन पर कुछ दबाव बनाने की कोशिश करनी होगी।’

विराट कोहली का दिया उदाहरण

रिकी पोंटिंग ने इस दृष्टिकोण के प्रमुख उदाहरण के रूप में पर्थ में विराट कोहली के दूसरे पारी के शतक का हवाला दिया। पहली पारी में सिर्फ 5 रन पर आउट होने के बाद विराट कोहली ने वापसी करते हुए शतक लगाया। उनके और यशस्वी जायसवाल के शतक के दम पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रन का विशाल लक्ष्य रखा।

रिकी पोंटिंग ने कहा, ‘विराट ने अपने खेल पर भरोसा करना शुरू कर दिया और वह पहली पारी की तुलना में दूसरी पारी में एक अलग खिलाड़ी की तरह दिखे।’ रिकी पोंटिंग ने कहा, ‘वह विपक्ष से मुकाबला करने की कोशिश करने से दूर हो गया और अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित किया। मार्नस और स्टीव स्मिथ को यही करने की जरूरत है। अपना रास्ता खोजें और शानदार इरादे दिखाएं।’

एडिलेड टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के लिए अहम

एडिलेड टेस्ट ऑस्ट्रेलिया की वापसी की राह में अहम कड़ी हो सकता है। रिकी पोंटिंग का मानना ​​है कि मानसिकता में बदलाव उनकी क्षमता को उजागर करने की कुंजी हो सकती है। रिकी पोंटिंग ने कहा, ‘पहले रन बनाने के बारे में सोचें और आउट होने के बारे में न सोचें। यह हमेशा एक बल्लेबाज के लिए एक चुनौती होती है, खासकर जब आप बहुत अच्छे फॉर्म में नहीं होते हैं।’

वेबस्टर को नहीं मिलेगी प्लेइंग 11 में जगह?

पोंटिंग ने सुझाव दिया कि इसे बदलने का केवल एक ही तरीका है और वह है सकारात्मक होना और बेहतरीन इरादे दिखाना। ICC हॉल ऑफ फेमर ने साथी तस्मानियाई और ऑलराउंडर ब्यू वेबस्टर को पहली बार टेस्ट टीम में चुने जाने पर बधाई दी, लेकिन 6 दिसंबर से होने वाले मैच के लिए मिचेल मार्श को टीम में बनाए रखने का समर्थन किया, अगर उन्हें फिट घोषित किया जाता है।’

पोंटिंग ने कहा, ‘ब्यू को बधाई। उन्होंने 3 या 4 साल अच्छा, उच्च क्वालिटी वाला, लगातार ऑलराउंड क्रिकेट खेला है। जब तक कि पहले टेस्ट मैच के बाद मिचेल मार्श के साथ कुछ गलत न हो और मुझे उम्मीद है कि ऐसा नहीं होगा। वेबस्टर उस टीम में केवल ऑलराउंडर की भूमिका ही ले सकते हैं।’

रिकी पोंटिंग ने दूसरे टेस्ट मैच के लिए ऑस्ट्रेलिया की यह प्लेइंग इलेवन चुनी है। उन्होंने पहले टेस्ट वाली टीम में कोई बदलाव नहीं करने का सुझाव दिया। ऑस्ट्रेलिया की संभावित प्लेइंग इलेवन: उस्मान ख्वाजा, नाथन मैकस्वीनी, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड, मिचेल मार्श, एलेक्स कैरी, पैट कमिंस (कप्तान), मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन, जोश हेजलवुड।

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा सीरीज की बात करें तो पर्थ में खेले गये पहले टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह की अगुआई में टीम इंडिया ने जीत हासिल की थी। ऑस्ट्रेलिया की ओर से मार्नस लाबुशेन दोनों पारियों में असफल रहे थे। वह अपनी पिछली 10 में से 8 पारियों में दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाये हैं। अब उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर करने की मांग हो रही है। हालांकि, इस बीच ‘मिस्टर क्रिकेट’ उनके बचाव में उतरे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें