भारतीय क्रिकेट टीम ने 12 साल बाद चेन्नई में 8 अक्टूबर 2023 को विश्व कप मैच खेला। इससे पहले उसने 20 मार्च 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला था। उस दिन होली थी। उस मैच में युवराज सिंह ने शतक लगाया था और 18 रन देकर 2 विकेट भी लिए थे। वह प्लेयर ऑफ द मैच भी चुने गए थे। खास यह है कि युवराज सिंह को उस मैच में उल्टियां भी हुईं थी।

युवराज सिंह मुश्किल में दिख रहे थे, लेकिन देश के लिए खेलने के जज्बे ने उन्हें मैच विनर प्लेयर बना दिया। वह 2011 विश्व कप का 42वां और ग्रुप स्टेज का आखिरी मुकाबला था। वह मैच जीतते ही भारतीय क्रिकेट टीम ग्रुप बी में दूसरे नंबर पर पहुंच गई थी और क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालिफाई कर गई थी।

उस मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी थी। पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 8 रन के स्कोर पर सचिन तेंदुलकर और 51 रन के स्कोर पर गौतम गंभीर के विकेट गंवा दिए थे। चौथे नंबर पर युवराज सिंह बल्लेबाजी के लिए आए। उन्होंने विराट कोहली के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभाला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 122 रन की साझेदारी की। विराट कोहली 76 गेंद में 59 रन बनाकर आउट हुए।

90 रन बना चुके थे युवराज, तब हुई उल्टियां

विराट कोहली की जगह एमएस धोनी बल्लेबाजी के लिए आए। युवराज सिंह 90 रन बना चुके थे। मैच का 38वां ओवर था। देवेंद्र बिशू गेंदबाजी के लिए आए। उनकी दूसरी गेंद पर युवराज ने एक रन लिया। तीसरी गेंद पर धोनी ने एक रन लिया, लेकिन जब रन पूरा करके स्ट्राइकर एंड पर युवराज पहुंचे तो क्रीज पर ही बैठ गए। उन्हें उलटी वह काफी मुश्किल में दिख रहे थे। हालांकि, उन्होंने थोड़ा समय लेने के बाद दोबारा से बल्लेबाजी करने लगे और शतक पूरा करने के बाद ही पवेलियन लौटे।

युवराज के पवेलियन लौटने से पहले एमएस धोनी और सुरेश रैना भी आउट हो चुके थे। वेस्टइंडीज के रवि रामपाल की शानदार गेंदबाजी (51 रन देकर 5 विकेट) के आगे भारतीय टीम 49.1 ओवर में 268 रन पर ऑलआउट हो गई। लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की ठीक शुरुआत हुई थी। उसने 30.3 ओवर में 3 विकेट पर 157 रन बना लिए थे। हालांकि, उसकी पूरी टीम 43 ओवर में 188 रन पर ढेर हो गई। युवराज के अलावा रविचंद्रन अश्विन ने 41 रन देकर 2 विकेट, जहीर खान ने 26 रन देकर 3 विकेट, सुरेश रैना और हरभजन सिंह ने 1-1 विकेट लिए।