India vs Australia, 3rd Test Match: इंदौर में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन के खेल के बाद भारतीय टेस्ट टीम के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा को लगता है कि भारतीय टीम अपने बिछाए जाल में फंस गई है। पहले दिन के खेल के बाद मैच समीक्षा के दौरान आकाश चोपड़ा ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से यह बात कही। आकाश चोपड़ा से एंकर ने पूछा था कि क्या भारत ने टॉस जीतकर उस मौके को गंवा दिया, मैथ्यू कुहनेमन ने बेहतरीन गेंदबाजी की या उस्मान ख्वाजा ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, शायद भारतीय बल्लेबाज पीछे रह गए?
सवाल के जवाब में आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘देखिए कभी तो शिकारी किसी का शिकार बनेगा ना। अगर आप रोज जाल बिछाएंगे और सोचेंगे कि सामने वाला ही हमेशा जाल में फंसेगा और हम कभी नहीं फंसेंगे तो ऐसा तो होगा नहीं। यह हमने लगातार तीसरा मैच देखा। नागपुर से शुरुआत हुई। उसके बाद हम दिल्ली पहुंचे। अब हम इंदौर भी आ चुके हैं।’
आकाश ने कहा, ‘सीरीज में हम 2-0 से आगे हैं। इसके बावजूद पहले दिन पिच देखते हैं… और हम तो टीवी पर सिर्फ पिच रिपोर्ट ही देख रहे थे। देखते ही मुंह से एक बात निकली थी कि 3 दिन का टेस्ट मैच है। चौथे दिन शायद यहां कुछ देखने को मिलेगा नहीं यहां पर हम लोगों को। तो अगर वह पहले से ही पिच का चेहरा बता रहा है कि यह मुश्किल पिच होने वाली है। तो किसी न किसी स्थिति में आप फंस जाते हैं।
आकाश ने कहा, ‘आप अपने डिफेंस पर कम भरोसा करते हैं। आपको लगता है कि अटैक करके यहां से निकला जा सकता है। जब आप दो बार (पहले दोनों टेस्ट में) पहले बल्लेबाजी नहीं कर रहे थे, तो एक टारगेट सामने था। तो वह स्थिति आपको शायद थोड़ा मानसिक रूप से एक सही जगह पर लेकर जाती है, क्योंकि दिमाग में यह बात रहती है कि मेरे पास सामने टारगेट है, चौथी पारी में बैटिंग करनी है तो थोड़ा सा और संभल कर खेलना पड़ेगा।’
पूरे भारतीय बैटिंग ऑर्डर की यही कहानी: आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘मैं पिच को एक बार देख चुका हूं, यहां पर वह नजर आया नहीं। अगर आपके पास रन नहीं हैं ना…। यह पूरे भारतीय बैटिंग ऑर्डर की कहानी है। रोहित शर्मा को छोड़ दीजिए बाकी किसी ने रन बनाए नहीं हैं। अगर आप रन नहीं बनाएंगे और खासतौर से रन नहीं बनाने के बाद जब मुश्किल पिच पर क्रिकेट खेली जाती है, तो जान हलक में रहती है।
आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘हमने सबके साथ देख लिया है, आत्मविश्वास सिर्फ कहने की बात होती है, वह आता नहीं है। तो यह एक समस्या जरूर नजर आई। बॉलिंग बेहतर हुई, लेकिन लेकिन ऐसी पिच पर बॉलिंग में सिर्फ अनुशासन चाहिए। मेरे विचार में बहुत ज्यादा टर्न, बाउंस आदि नहीं चाहिए होता है। आप जगह पर गेंद डालिए बाकी पिच अपना काम खुद करेगी।’ भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे दिन के मैच से जुड़े अपडेट्स के लिए यहां क्लिक करें।