भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली को टीम इंडिया का ऑलटाइम बेस्ट कप्तान कहा जाता था। कहा जाता है कि गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम विदेश में जीतने के साथ बड़ी टीमों को भी हराने लगी। गांगुली की कप्तानी में युवाओं को टीम में मौका मिला। ऐसा नहीं है कि उन्हें उन्हें टीम की कमान आसानी से मिल गई। सचिन तेंदुलकर के इस्तीफे के बाद अनिल कुंबले और अजय जडेजा इस रेस में आगे थे। अचानक गांगुली का नाम सामने आया और वे कप्तान थे। इस बारे में तत्कालीन चयनकर्ता और भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन के चीफ अशोक मल्होत्रा ने विस्तार से बताया है।

अशोक मल्होत्रा ने स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ फेसबुक लाइव में कहा, ‘‘गांगुली को उप-कप्तान पद के लिए चुनना ही बहुत मुश्किल था। मुझे याद है कि उन्हें कोलकाता में हमने चुना था। च ने उस समय कहा था कि गांगुली बहुत ज्यादा कोक पीते हैं। वह सिंगल्स लेते हैं, डबल नहीं लेते। इस पर मैंने कहा था कि थम्प्सअप उन्हें उपकप्तान बनने के लिए डिस्क्वॉलिफाई नहीं करता। इसके बाद हमारी बहुत लंबी बात हुई। काफी चर्चा के बाद सौरव गांगुली के पक्ष में 3-2 से निर्णय हुआ था।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘चयन प्रक्रिया के दौरान ही बोर्ड अध्यक्ष वहां आए। मैं उनका नाम नहीं लूंगा। उन्होंने फिर से सोचने के लिए कहा। ऐसा भारतीय क्रिकेट इतिहास में तब तक नहीं हुआ था। अध्यक्ष चयन प्रक्रिया में दखल नहीं देते थे। हममे से दो चयनकर्ता अपने फैसले पर कायम थे, लेकिन एक चयनकर्ता ने कहा कि अध्यक्ष ने कह दिया है तो मैं उनसे साथ ही जाऊंगा। इसलिए हम उन्हें उपकप्तान नहीं बनाना चाहते थे। उस समय गांगुली को उप कप्तान नहीं बनाया गया, लेकिन बाद में वह कप्तान बने। मैं जानता हूं कि वह एक महान कप्तान हैं। लेकिन उन्हें कप्तान और उप-कप्तान बनाने में थोड़ भूमिका हमारी भी है।‘’

हम उस समय नहीं जानते थे कि गांगुली कप्तान बनेंगे, क्योंकि तेंदुलकर कप्तान थे। जब सचिन ने इस्तीफा दिया तो हमने गांगुली को नेतृत्व सौंप दिया। क्योंकि अनिल कुंबले और अजय जडेजा भी लाइन में थे। मुझे उस समय ज्यादा काम करना पड़ा।’’ गांगुली के नेतृत्व में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 से टेस्ट सीरीज जीती थी। उसने कंगारू टीम के 16 मैचों के जीत के क्रम को तोड़ दिया था। बाद में इंग्लैंड में नेटवेस्ट सीरीज पर कब्जा किया और 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचे। पाकिस्तान में टेस्ट और वनडे सीरीज जीते और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराया।