टीम इंडिया के पूर्व कोच ग्रेग चैपल का कार्यकाल विवादों से भरा हुआ था। उन पर खिलाड़ियों को जानबूझकर बाहर करने के आरोप लगे थे। चैपल ने एक ऑनलाइन चैट के दौरान कहा कि उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ एक मैच में महेंद्र सिंह धोनी को हवाई शॉट मारने से मना किया ताकि वह रिस्क लिए बिना ही मैच को खत्म कर सके। पूर्व कोच के इस बयान पर ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और ऑलराउंडर युवराज सिंह ने उन्हें ट्रोल कर दिया। हरभजन का मानना है कि चैपल धोनी को टीम से बाहर करना चाहते थे।

हरभजन ने ट्वीट किया, ‘‘उन्होंने धोनी को शॉट नीचे रखकर खेलने की सलाह इसलिए दी थी क्योंकि कोच हर किसी को मैदान के बाहर पहुंचा रहे थे। वे अलग तरह का गेम खेल रहे थे।’’ हरभजन ने इस ट्वीट को करते हुए #worstdaysofindiancricketundergreg भी लगाया। इसका मतलब ग्रेग के अंडर में भारतीय क्रिकेट का सबसे खराब दिन। दूसरी ओर, युवराज ने भी मजे लेते हुए लिखा, ‘‘एमएसडी (धोनी) और युवी अंतिम 10 ओवरों में कोई छक्का नहीं सिर्फ ग्राउंड शॉट्स खेलो।’’


चैपल ने कहा था, ‘‘मुझे याद है कि जब मैंने उनको पहली बार बल्लेबाजी करते देखा तो मैं हैरान रह गया था। उस समय वह भारत में सबसे चमकदार क्रिकेट खिलाड़ी थे। वह काफी अलग तरह से पोजिशन में आकर गेंद को मारते थे। मैंने जितने भी बल्लेबाज देखे हैं, उनमें से वो सबसे ताकतवर हैं। श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने 183 रन की पारी खेली थी। उस मैच में जब हमें 20 रन बनाने थे तो धोनी 12वें खिलाड़ी रूद्र प्रताप सिंह के जरिए छक्का मारने के लिए पूछा। मैंने कहा कि जब तक लक्ष्य एक अंकों में नहीं आ जाता तब तक नहीं। बाद में उन्होंने छक्का मारकर मैच खत्म किया।

चैपल की कोचिंग में टीम इंडिया वर्ल्ड कप 2007 में पहले राउंड में ही हार गई थी। बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। सिर्फ बरमूडा के खिलाफ जीत मिली थी। कई खिलाड़ियों ने इसके बाद चैपल के खिलाफ बयान दिए थे और बाद में उनकी छुट्टी हो गई। चैपल के जॉन राइट के बाद टीम का कोच बनाया गया था। माना जाता है कि उन्हें कोच बनाने में सौरव गांगुली का बड़ा योगदान था, लेकिन बाद में चैपल ने गांगुली को ही कप्तानी से हटा दिया।