भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ 31 अगस्त को 51 साल के हो गए। 67 टेस्ट और 229 वनडे खेलने वाले श्रीनाथ को भारत के ऑलटाइम टॉप गेंदबाजों में शामिल किया जाता है। श्रीनाथ ने टेस्ट में 236 और वनडे में 315 विकेट लिए। शानदार रिकॉर्ड होने के बावजूद श्रीनाथ के करियरा का आखिरी दौर ठीक नहीं रहा। एक समय तो उन्हें सिलेक्टर्स ने जबरदस्ती ब्रेक दे दिया था। इससे वे काफी नाराज हुए और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली के मनाने के बावजूद वो टेस्ट क्रिकेट में वापस नहीं लौटे।
श्रीनाथ ने इसके बारे में एक इंटरव्यू में बताया था कि जब उन्हें जबरदस्ती ब्रेक दिया गया था तो उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में खेलने से मना कर दिया। वे उसी दौरान काउंटी क्रिकेट खेलने के लिए इंग्लैंड चले गए थे। श्रीनाथ ने कहा था, ‘‘मुझे लगता है कि विश्व कप से पहले हमने वेस्टइंडीज का दौरा किया था। चयनकर्ताओं ने मुझे बताया कि मुझे ब्रेक लेना था। आम तौर पर हमारे बीच बातचीत होती थी और तब मैं यह कहता था कि मुझे ब्रेक चाहिए। लेकिन इस बार उनलोगों ने कहा कि हम आपको ब्रेक दे रहे हैं। यह मेरे साथ अच्छा नहीं हुआ था। मैं इसे लेकर परेशान हो गया था। मैं नहीं चाहता था कि मेरे करियर की डोर किसी और के हाथों में हो।
श्रीनाथ ने खुलासा किया कि तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली ने उन्हें बुलाया था और इंग्लैंड दौरे पर टीम का हिस्सा होने के लिए कहा था। गांगुली के आग्रह को श्रीनाथ नहीं माने थे। उन्होंने लेंकाशायर के लिए काउंटी खेलना जारी रखा। 2002 के सीजन में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज माइकल बेवन की जगह खुद को टीम के साथ 5 महीने के लिए जोड़ा था। श्रीनाथ ने कहा था, ‘‘मैं इंग्लैंड दौरे से चूक गया। बेशक गांगुली ने मुझे बुलाया और कहा कि आप इंग्लैंड दौरे का हिस्सा हो। मैं परेशान था और उनसे कहा कि नहीं, ऐसा नहीं होगा।’’
श्रीनाथ ने इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ 3 टेस्ट की सीरीज के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने खुद को वनडे की टीम के लिए उपलब्ध रखा। श्रीनाथ ने वर्ल्ड कप 2003 में शानदार गेंदबाजी की थी। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ मैच में 4 विकेट अपने नाम किए थे। उन्होंने उस टूर्नामेंट में 11 मुकाबलों में 16 विकेट अपने नाम किए थे। श्रीलंका के खिलाफ 30 रन पर 4 विकेट श्रीनाथ का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।