क्रिकेट में जब से डीआरएस का जन्म हुआ है तब से अगर इसका सबसे सही इस्तेमाल किसी ने किया है तो वो हैं पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से लेकर आईपीएल तक में डीआरएस का सबसे सही उपयोग किया है। धोनी जब भी रिव्यू लेते हैं तो 90 प्रतिशत मौके ऐसे होते हैं कि अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ता है। कुछ ऐसा ही नजारा बीती रात मुंबई इंडियंस के खिलाफ हुए मैच में देखने को मिला, जब धोनी ने डीआरएस के जरिए ही सूर्यकुमार यादव को आउट करा दिया।
धोनी की नजरों से नहीं बच पाए सूर्यकुमार
दरअसल, सूर्यकुमार यादव 7वें ओवर में बल्लेबाजी करने आए थे। 8वें ओवर की दूसरी ही गेंद पर सूर्यकुमार यादव के खिलाफ मिचेल सैंटनर और महेंद्र सिंह धोनी ने जोरदार अपील की, लेकिन लेग स्टंप के बाहर जाती हुई गेंद को अंपायर ने वाइड करार दे दिया। अंपायर के फैसले से धोनी सबसे ज्यादा हैरान हुए और उन्होंने तुरंत रिव्यू का इशारा कर दिया। टीवी रिप्ले में साफ देखा गया कि गेंद सूर्यकुमार यादव के ग्लव्स का किनारा लेकर धोनी के दस्तानों में गई थी। नतीजन टीवी अंपायर के निर्देश पर फील्ड अंपायर ने अपना फैसला बदला और सूर्यकुमार यादव को आउट करार दिया। हालांकि सूर्यकुमार ने खेल भावना दिखाते हुए पहले ही मैदान छोड़ दिया था। सूर्यकुमार यादव सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए।
‘धोनी रिव्यू सिस्टम’ होने लगा था टॉप ट्रेंड
DRS को लेकर धोनी की इस समझ के बाद सोशल मीडिया पर एक बार फिर फैंस ने यह मांग उठाई है कि DRS का नाम बदलकर ‘धोनी रिव्यू सिस्टम’ कर देना चाहिए। अभी डीआरएस का अर्थ डिसिजन रिव्यू सिस्टम है। सीएसके और मुंबई का मैच खत्म होने के बाद ट्विटर पर ‘धोनी रिव्यू सिस्टम’ टॉप ट्रेंड करने लगा था। आपको बता दें कि कई मौकों पर यह देखा गया है कि धोनी जब भी डीआरएस का इस्तेमाल करते हैं तो बल्लेबाज पहले ही मैदान छोड़ने की तैयारी कर लेता है, क्योंकि इस बात को हर कोई जानता है कि धोनी से बेहतर डीआरएस का सही इस्तेमाल और कोई नहीं कर सकता।