आईपीएल में 5 बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 2025 में काफी कठिन दौर से गुजर रही है। इस सीजन के लिए सीएसके ने नई टीम बनाई थी, लेकिन यह टीम उम्मीद पर खरी नहीं उतरी और हालात ये हैं कि इस टीम का प्लेऑफ में पहुंचना लगभग मुश्किल हो गया है। हैदराबाद से मिली हार के बाद यह लगभग तय हो गया कि सीएसके शायद ही ग्रुप स्टेज से आगे जा पाए।

चेन्नई सुपर किंग्स के लिए इस सीजन की शुरुआत से ही कुछ अच्छा नहीं हो रहा है। हालांकि इस टीम को सीजन के पहले मैच में मुंबई पर जीत मिली थी और लगा था कि ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी में टीम आगे तक जा सकती है, लेकिन फिर हार का जो सिलसिला शुरू हुआ वो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। इस टीम ने 9 में से 7 मुकाबले गंवा दिए हैं और 2 मैच में उसे जीत मिली है। कमाल की बात ये रही कि इन 9 मैचों में से 5 मैच इस टीम ने अपने घर में खेले जिसमें 4 मैचों में उसे हार मिली।

इस सीजन में ना तो सीएसके की बल्लेबाजी और ना ही गेंदबाजी स्तरीय हो जा रही है जिससे कि टीम को जीत मिले। इस टीम के बल्लेबाजों ने टुकड़ों में अच्छा किया है, लेकिन जीत के लिए जिस तरह की बल्लेबाजी की जरूरत है वो पूरी तरह से लैक रही है। गेंदबाजी का भी कमोबेश यही हाल है और टीम को हार पर हार मिलती जा रही है। इंजरी ने भी टीम पर गहरा असर डाला और टीम के स्टार बल्लेबाज व नियमित कप्तान ऋतुराज भी इंजरी की वजह से पूरे सीजन से बाहर हो गए।

सीएसके को घरेलू मैदान पर भी मिला धोखा

चेन्नई सुपर किंग्स के लिए उसका घरेलू मैदान एक ऐसा किला था जिसमें किसी अन्य टीम के लिए जीतना मुश्किल था, लेकिन इस बार यहां कुछ ऐसा हुआ जिसने इस टीम को खून के आंसू रूला दिए। चेन्नई ने अब तक 4 मैच अपने घर में गंवा दिए। उसे आरसीबी ने चेपक ने 17 साल के बाद हराया तो वहीं दिल्ली कैपिटल्स ने सीएसके को उसके घर में इस सीजन में 15 साल के बाद हराने में सफलता हासिल की।

इस सीजन में चेन्नई ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अपने घरेलू मैदान पर सबसे कम स्कोर बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया तो वहीं सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल इतिहास में पहली बार चेन्नई को उनके घर में हरा दिया। अगर इन सभी कड़ियों को जोड़ें तो साफ नजर आता है कि चेपक ने इस बार चेन्नई को धोखा दे दिया और उसका परिणाम किस रूप में सामने आया ये सभी देख रहे हैं। सीएसके के अपने घर में इतना बुरा हाल होना साबित करता है कि ये टीम किस कदर कमजोर है और इसमें सुधार की जरूरत है।