वर्ल्‍ड टी20 के दूसरे सेमीफाइनल में भारत के सामने धर्मसंकट खड़ा हो गया है। चोट के चलते युवराज सिं‍ह के बाहर होने के बाद अब कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी इस बात को लेकर परेशान है कि वेस्‍ट इंडीज के खिलाफ प्‍लेइंग इलेवन में किसे जगह दी जाए। युवराज टीम में बैटिंग के साथ ही बॉलिंग की भी जिम्‍मेदारी लेते थे। ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ मैच में उन्‍होंने तीन ओवर का शानदार स्‍पैल डाला था। इसमें विपक्षी कप्‍तान स्‍टीवन स्मिथ का विकेट भी शामिल था। उनकी जगह अजिंक्‍या रहाणे और मनीष पांडे को दावेदार माना जा रहा है।

पांडे को युवराज की जगह ही टीम में लिया गया है। लेकिन खबरों के अनुसार धोनी प्‍लेइंग इलेवन में युवा ऑलराउंडर पवन नेगी को जगह दे सकते हैं। नेगी तेज बल्‍लेबाजी के साथ ही अच्‍छे लेफ्ट ऑर्म बॉलर भी हैं। इस लिहाज से वे युवराज की जगह उपयुक्‍त विकल्‍प है। नेगी को धोनी आईपीएल में आजमा चुके हैं। इसके चलते वे नेगी की ताकत और कमजोरी के बारे में भी अवगत है। नेगी धोनी की कप्‍तानी में चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स में खेला करते थे। स्पिन गेंदबाजी वेस्‍ट इंडीज की कमजोरी है। इसके चलते भी नेगी का पलड़ा भारी है।

इसके साथ ही आउट ऑफ फॉर्म शिखर धवन की भी टीम से छुट्टी हो सकती है। वे इस टूर्नामेंट में बुरी तरह से नाकाम रहे हैं। उनकी जगह रहाणे को मौका दिया जा सकता है। हालांकि धोनी के पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए लगता नहीं कि वे टीम में फॉर्म के चलते कोई बदलाव करेंगे। भारत और वेस्‍ट इंडीज का टी20 में भारतीय सरजमीं पर पहला मैच है। इससे पहले दोनों के बीच खेले गए चारों मैच विदेशी जमीन पर हुए हैं। अभी तक दोनों टीमें 2-2 से बराबर है।

पहले मैच में न्‍यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद भारत ने जबरदस्‍त वापसी की है। उसने पाकिस्‍तान, बांग्‍लादेश और ऑस्‍ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है। वहीं वेस्‍ट इंडीज को भी एक हार झेलनी पड़ी है। उसे ग्रुप स्‍टेज के आखिरी मुकाबले में अफगानिस्‍तान ने शिकस्‍त दी थी। इससे पहले इंडीज ने इंग्‍लैंड, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका को हराया था।
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2007 में भी भारत का दक्षिण अफ्रीका से मैच एक तरह से क्‍वार्टर फाइनल की तरह ही था। टीम इंडिया को सेमीफाइनल में जाने के लिए न केवल जीत बल्कि तय अंतर की जीत चाहिए थी। भारत को इसमें कामयाबी मिली थी। इस बार ऑस्‍ट्रेलिया भारत का मैच क्‍वार्टर फाइनल की तरह था। हालांकि इस बार भारत को केवल जीत ही चाहिए थी। कोहली के नायाब प्रदर्शन के चलते बाजी भारत के हाथ लगी। संयोग यह भी है कि दोनों मैचों में जो व्‍यक्ति मैन ऑफ द मैच बने वे दाएं हाथ के बल्‍लेबाज थे। 2007 में रोहित शर्मा तो इस बार यह सम्‍मान कोहली को मिला। (Photo: AP)