टीम इंडिया 9 जून से दक्षिण अफ्रीका से पांच मैचों की टी 20 सीरीज खेलेगी। टीम कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली के साथ-साथ कई स्टार खिलाड़ियों के बगैर मैदान पर उतरेगी, जिन्हें दो महीने लंबे इंडियन प्रीमियर लीग 2022 सीजन के बाद आराम दिया गया। रोहित की अनुपस्थिति में, केएल राहुल प्रोटियाज टीम के खिलाफ भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे, जिसमें विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया गया हैं। इस बीच 1983 में टीम इंडिया को वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान कपिल देव ने रोहित, राहुल और कोहली को लेकर बड़ा बयान दिया है।

आईपीएल 2022 में रोहित और कोहली दोनों खराब फॉर्म से जूझते दिखाई दिए। मुंबई इंडियंस के कप्तान सीजन में एक भी अर्धशतक नाकाम रहे, वहीं कोहली ने भी 22.73 की खराब औसत से रन बनाए। केएल राहुल ने सीजन को दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले (15 पारियों में 616 रन) बल्लेबाज रहे। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ टीम के एलिमिनेटर मैच में उनकी पारी की आलोचना हुई। 208 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए राहुल ने 58 गेंदों में 79 रन बनाए।

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव ने रोहित, कोहली और राहुल के प्रदर्शन पर खुल कर बात की है, जो वर्तमान में टी 20 आई में टीम इंडिया के शीर्ष -3 बल्लेबाज हैं। उन्होंने यूट्यूब चैनल अनकट पर कहा, ” उनकी बड़ी प्रतिष्ठा है और उन पर भारी दबाव है, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। आपको निडर क्रिकेट खेलना होगा। ये सभी ऐसे खिलाड़ी हैं जो 150-160 के स्ट्राइक रेट से हिट कर सकते हैं।”

कपिल ने आगे कहा, “जब भी हमें उनसे रन की जरूरत होती है, वे सभी आउट हो जाते हैं। जब (पारी में) तेजी से रन बनाने का समय आता है, तो वे आउट हो जाते हैं। इससे दबाव बढ़ता है। या तो आप एंकर की भूमिका निभाते हैं या आप स्ट्राइकर की भूमिका निभाते हैं।” केएल राहुल के बारे में आगे बात करते हुए विश्व कप विजेता भारत के पूर्व कप्तान ने कहा कि उनकी भूमिका स्पष्ट होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि शीर्ष -3 बल्लेबाजों की लगातार खराब प्रदर्शनबीसीसीआई को बदलाव करने के लिए मजबूर कर सकती है।

कपिल ने कहा, “जब आप केएल राहुल के बारे में बात करते हैं, अगर टीम उन्हें पूरे 20 ओवर खेलने के लिए कहती है और वह 60 रन बनाकर वापस आते हैं, त अपनी टीम के साथ न्याय नहीं कर रहे हैं। मुझे लगता है कि दृष्टिकोण बदलने की जरूरत है। अगर ऐसा नहीं होता है, तो आपको खिलाड़ियों को बदलना होगा। एक बड़े खिलाड़ी से बड़ा प्रभाव की उम्मीद होती है। बड़ा नाम होना ही काफी नहीं है, आपको शानदार प्रदर्शन भी करना होता है।