चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल से कब संन्यास लेंगे यह अब तक तय नहीं है। बीते सीजन को धोनी का आखिरी सीजन बताया जा रहा था लेकिन इस स्टार खिलाड़ी ने फाइनल जीतने के बाद अगले सीजन में खेलने की इच्छा जाहिर कर दी थी। धोनी के साथ चेन्नई सुपर किंग्स में खेल चुके रोबिन उथप्पा ने बताया कि धोनी अगर संन्यास लेंगे तो उसकी वजह उनकी बल्लेबाजी नहीं विकेटकीपिंग होगी।

धोनी के लिए विकेटकीपिंग है समस्या

रोबिन ने बताया कि धोनी की घुटने से परेशान रहे हैं लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स उन्हें जाने नहीं देना चाहती थी। रोबिन ने कहा, ‘अगर धोनी व्‍हीलचेयर पर होंगे, तो भी सीएसके उन्‍हें खिलाना चाहेगा। व्‍हीलचेयर से उतरो, बल्‍लेबाजी करो और वापस बैठ जाओ। मगर मुझे नहीं लगता कि धोनी के लिए बल्‍लेबाजी कोई समस्‍या है। बल्‍लेबाजी उनके लिए कभी भी समस्‍या नहीं रही। मेरे ख्‍याल से विकेटकीपिंग चिंता का विषय बन सकती है। उनके घुटने सूजे हुए थे, लेकिन उन्‍हें कीपिंग से प्‍यार है। अगर धोनी को महसूस हुआ कि वो टीम के लिए योगदान नहीं दे पा रहे हैं तो वो आगे बढ़ जाएंगे।’

कुंबले ने कहा बेहद मजबूत है एमएस धोनी

इसी बातचीत के दौरान कुंबले ने भी एम धोनी की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘मैं एमएस के साथ आईपीएल में कभी नहीं खेला। जब टीम इंडिया में वह मेरे साथ था तब वह पहले इनसान था जो मुझे उठा सकते था। मुझे लगता है कि वह उस टीम में सबसे मजबूत थे जो मुझ जैसे भारी इनसान को उठा सकते थे। यह मेरे लिए बहुत शानदार लम्हा था।’

टीम के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं धोनी

उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे याद है कि जब मैं कोच और वह कप्तान था, हम रांची में एक वनडे मुकाबला खेलने पहुंचे थे। वहां एक वैकल्पिक प्रैक्टिस सेशन था। धोनी रांची के ही हैं और मुझे लगा कि वह नहीं आएंगे। लेकिन वह सेशन में पहुंचे।मैंने कारण पूछा तो उसने कहा कि वह बस वहीं रहना चाहते हैं। यही महेंद्र सिंह धोनी हैं। वह ऐसे ही हैं।’