न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में दूसरी पारी में 46 रन पर ऑल आउट होने के बाद दूसरी नई गेंद पर ढेर होने के बाद भारत ने पुणे में होने वाले अगले मैच के लिए वॉशिंगटन सुंदर के तौर एक और ऑलराउंडर को अपनी टीम में शामिल किया है। वॉशिंगटन सुंदर ने दिल्ली के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 152 रन बनाए थे। वह सोमवार को भारतीय टीम से जुड़ेंगे।

इंडियन एक्सप्रेस को पता चला है कि शुभमन गिल अभी भी गर्दन की जकड़न से उबर रहे हैं। वहीं केएल राहुल फॉर्म में नहीं हैं और ऋषभ पंत को घुटने में तकलीफ है, ऐसे में पुणे टेस्ट से पहले भारत अपनी बल्लेबाजी को लेकर चिंतित है। 0-1 से पिछड़ने के बाद इस बात को लेकर भी काफी दिलचस्पी है कि पुणे में भारत किस तरह की पिच का चुनाव करेगा, खासकर बेंगलुरु में कीवी तेज गेंदबाजों के सामने उनकी बल्लेबाजी की पोल खुलने के बाद। हालांकि, यह बल्लेबाजों को दिक्कत परिस्थितियों की वजह से हुई खासकर जब पिच पूरे दिन कवर्स से ढकी रही।

यह बात भी माननी पड़ेगी कि भारतीय बल्लेबाजी की गहराई अतीत में टीम अक्सर उन्हें बचाती रही है, वह गायब है। हालांकि अक्षर पटेल टीम में हैं, लेकिन जानकारी के अनुसार वॉशिंगटन को शामिल करने का अनुरोध टीम प्रबंधन ने ही किया था। उनका मानना ​​है कि पुणे में उनकी फिंगर स्पिन काम आ सकती है और वह बल्लेबाज के तौर पर भी भरोसेमंद विकल्प हो सकते हैं।

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भारत के व्हाइट बॉल सेटअप के नियमित सदस्य होने के बावजूद वॉशिंगटन ने 2021 के बाद से कोई टेस्ट नहीं खेला है, जब विराट कोहली कप्तान थे और रवि शास्त्री मुख्य कोच थे। गौतम गंभीर के मुख्य कोच बनने के बाद भारतीय टीम ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में गहराई को प्राथमिकता दी है। ऑस्ट्रेलिया दौरे के मद्देनजर ऑलराउंड विकल्प होने से भारत को टीम संतुलन की चिंता किए बिना एक मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण के साथ उतरने का विकल्प मिलेगा।

पुणे में टर्नर?

वॉशिंगटन के तौर पर पांचवें स्पिन गेंदबाजी विकल्प को स्क्वाड में शामिल करने से यह संकेत मिला है कि पुणे में टर्निंग पिच का विकल्प भारत चुन सकता है, लेकिन वे यह विकल्प चुनते हैं या नहीं यह देखना अभी बाकी है। ऐसे में भारत के लिए घबराने और रैंक टर्नर का विकल्प चुनने का कोई कारण नहीं है क्योंकि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में उनका पहली पारी का कुल स्कोर 46 रन था। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अंक हासिल करने के लिए भारत सफलता के अपने पुराने फॉर्मूले पर वापस जा सकता है।

पंत पर कौन लेगा फैसला?

इस बीच चयनकर्ताओं ने दूसरे टेस्ट में ऋषभ पंत को लेकर फैसला टीम प्रबंधन पर छोड़ दिया है। पहली पारी के दौरान घुटने में चोट लगने के बाद पंत ने विकेटकीपिंग नहीं की और ध्रुव जुरेल ने यह जिम्मेदारी संभाली। हालांकि पंत ने दूसरी पारी में बल्लेबाजी की और 99 रन बनाए, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने माना कि उन्हें उनके साथ ‘अतिरिक्त सावधानी’ बरतने की जरूरत है, खासकर उनकी सर्जरी को देखते हुए।

यहां तक ​​कि जब ऋषभ पंत को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैचों के लिए चुना गया था, तब भी चयनकर्ता उनके वर्कलोड को लेकर चिंतित थे, खासकर स्पिनर्स के सामने विकेटकीपिंग करते समय। ऑस्ट्रेलिया दौरे के साथ और जुरेल के विकेट के पीछे और बल्लेबाजी में एक विश्वसनीय विकल्प होने के कारण, चयनकर्ताओं ने यह फैसला टीम प्रबंधन पर छोड़ दिया है कि पुणे में पंत को आराम दिया जाए या नहीं।