Hardik Pandya, Gujarat Titans: गुजरात टाइटंस की टीम जब पिछले साल आईपीएल में उतरी तो किसी को उम्मीद नहीं थी कि डेब्यू सीजन में ही ये चैंपियन बन जाएगी। कप्तान हार्दिक पंड्या और कोच आशीष नेहरा की जोड़ी ने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया। इस के बाद ही पंड्या को टीम इंडिया की कप्तानी का मौका भी मिला। हालांकि पहली बार जब हार्दिक को ये ऑफर मिला था तो वो गुजरात के साथ जुड़ने के लिए तैयार नहीं थे।

हार्दिक गुजरात से नहीं जुड़ना चाहते थे

हार्दिक पंड्या ने एक टीवी इंटरव्यू में बताया कि उन्हें लखनऊ सुपर जायंट्स से भी ऑफर मिला था। फिर उन्हें गुजरात का कप्तान बनने के लिए कहा गया। वो कप्तान बनना नहीं चाहते थे लेकिन आशीष नेहरा के एक फोन कॉल के बाद उन्होंने अपना फैसला बदल दिया।

आशीष नेहरा ने दिया था हार्दिक को ऑफर

हार्दिक ने इंटरव्यू में कहा, ‘मुझे दूसरी फ्रैंचाइजी से ऑफर मिला था जो उस आईपीएल में आ रही थी। उस समय मैं ऐसी स्थिति में था जहां मैं किसी ऐसे शख्स के साथ काम करना चाहता था जो कि मुझे जानता हो क्योंकि जो मुझे जानते हैं वहीं समझते हैं। इसलिए जब मुझे आशू पा (आशीष नेहरा) की टीम में जाने का मौका मिला तो मैं बहुत खुश था।’

आशीष के फोन कॉल के कारण राजी हुए हार्दिक पंड्या

टीम इंडिया के इस स्टार ऑलराउंडर ने आगे कहा कि वो कप्तानी के लिए बस इसलिए राजी हो गए क्योंकि टीम के कोच आशीष नेहरा थे। उन्होंने कहा, ‘मैंने आशू पा से कहा कि अगर वो न होते तो मैं टीम से ही नहीं जुड़ता। वो ऐसे इनसान हैं जो मुझे समझते हैं उनके साथ काम करना आसान है।’ कॉल कटने के बाद आशीष ने मैसेज करके हार्दिक से कहा कि अगर वो गुजरात से जुड़ते हैं तो कप्तान बनेंगे। हार्दिक इससे काफी हैरान थे लेकिन उन्होंने आशीष नेहरा को निराश नहीं किया और टीम से जुड़ गए।

हार्दिक की कप्तानी से नताशा थी खुश

हार्दिक ने बताया कि उनकी पत्नी इस फैसले से काफी खुश थी। नताशा स्टानकोविच ने हार्दिक से कहा, ‘ये तुम्हारे लिए बड़ा मौका है। लोग तुम्हारे क्रिकेट के साइड को ज्यादा नहीं जानते। उन्हें लगता है कि तुम बस मजे करने के लिए खेलते हो पर लोग ये नहीं जानते हैं कि तुम इस खेल को कितना जानते हो।