वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा की गिनती दुनिया के सर्वकालिक महान क्रिकेटर्स में की जाती है। टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सबसे ज्यादा 400 रन बनाने का रिकॉर्ड आज भी उनके नाम दर्ज है। हालांक, इस महान खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शुरुआत करने से पहले बहुत बेइज्जती सहनी पड़ी थी। ब्रायन लारा ने एक इंटरव्यू में खुद इस बात का खुलासा किया था।
ब्रायन लारा ने दिसंबर 1990 में लाहौर में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। पाकिस्तान से पहले 1989 में वेस्टइंडीज ने घरेलू मैदान पर भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेली थी। उस सीरीज के लिए लारा को वेस्टइंडीज टीम में चुना गया था, लेकिन वह प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना पाए थे। हालांकि, टीम में चुने जाने के कारण उन्हें राष्ट्रीय टीम के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने का मौका जरूर मिल गया था। वेस्टइंडीज की उस टीम में गॉर्डन ग्रीनिज, डेसमंड हेंस और मैल्कम मार्शल समेत कई महान क्रिकेटर शामिल थे।
लारा उस 19 साल के थे। इंटरव्यू के दौरान लारा ने बताया, ‘वह मैच मेरे गृह मैदान यानी त्रिनिदाद में खेला जाना था। उस मैच में वेस्टइंडीज की कमान विवियन रिचर्ड्स के हाथ में थी।’ लारा ने बताया, ‘मेरा पहला टेस्ट त्रिनिदाद में था। मुझे प्लेइंग इलेवन में नहीं चुना गया था। लेकिन मेरा पहला टेस्ट मैच मेरे घर पर था। मुझे 9:00 बजे मैदान पर उतरने का आदेश मिला था। मुझे कहा गया था कि टीम वहीं मिलेगी।’
लारा ने बताया, ‘मैं सुबह 8 बजे ही स्टेडियम पहुंच गया। मैं ड्रेसिंग रूम गया और एक कुर्सी पर अपना किटबैग रख दिया। फिर मैं अपना बैट लेकर मैदान में आ गया। मेरे साथ मेरा भाई भी था। वह मुझे बॉलिंग करने लगा। थोड़ी देर बाद मुझे लगा कि अब सही समय है जब मुझे टीम से जाकर मिलना चाहिए।’
लारा ने बताया, ‘मैं मैदान से ड्रेसिंग रूम की ओर चलने लगा। जब मैं ड्रेसिंग रूम की ओर बढ़ रहा था, तभी मैंने देखा कि मेरा किट बैग ड्रेसिंग रूम के बाहर पड़ा है। मैंने सोचा कि मुझसे क्या गलती हुई है? इसके बाद मैंने अपना क्रिकेट बैग उठाया और ड्रेसिंग रूम में देखा। दरअसल, जिस कुर्सी पर मैंने अपना किट बैग रखा था, वह विवियन रिचर्ड्स की कुर्सी थी। वह उसी पर बैठते थे और वहीं अपना किट बैग रखते थे।’
ब्रायन लारा के साथ हुई इस घटना के बारे में युवराज सिंह ने इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान रोहित शर्मा को भी बताया था। लारा ने इंटरव्यू के दौरान यह भी बताया था कि जब वह बड़े हो रहे थे तब रिचर्ड्स उनके आदर्श थे। लारा के मुताबिक, रिचर्ड्स ऐसे इंसान थे, जिन्होंने उन्हें एक युवा खिलाड़ी के रूप में क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया।