न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ 3-0 से ऐतिहासिक जीत हासिल की। इस दौरान टीम ने विभिन्न प्रकार की चुनौतियों पर विजय हासिल की। इनमें सबसे बड़ी बाधा पिच की प्रकृति थी, जिसमें बेंगलुरु, पुणे और मुंबई की टीमों के लिए अलग-अलग परिस्थितियां थीं। पहले टेस्ट के लिए पिच में मौसम की अहम भूमिका थी। न्यूजीलैंड ने पहली पारी में तेज गति के अनुकूल परिस्थितियों का भरपूर लाभ उठाया, जिससे खेल उनके पक्ष में हो गया। पुणे की पिच स्पिन के लिए मददगार थी, लेकिन स्लो थी और स्पिनर्स को इसमें सुधार की जरूरत थी।
पुणे में भी मेहमान टीम ने परिस्थितियों को बेहतर तरीके से समझा और मिचेल सैंटनर की अगुआई में उनके स्पिनर्स ने न्यूजीलैंड को भारत के खिलाफ पहली सीरीज जीत दिलाई। फिर मुंबई आया। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर एजाज पटेल ने न्यूजीलैंड को ऋषभ पंत की चुनौती से पार पाने में मदद की और भारत में व्हाइटवॉश (न्यूनतम 3 टेस्ट) हासिल करने वाली पहली टीम बना दिया।
एशिया में परिस्थितियां हर समय बदलती रहती हैं: एजाज पटेल
एजाज पटेल के हवाले से क्रिकबज ने न्यूजीलैंड के सामने आने वाली विभिन्न परिस्थितियों और चुनौती का सामना करने के लिए उनकी तैयारियों का जिक्र किया। एजाज पटेल ने बताया, ‘3 अलग-अलग पिच और 3 अलग-अलग मैच, मुझे लगता है कि हम अच्छी तरह से जानते हैं कि एशिया जाने की चुनौतियों में से एक यह है कि परिस्थितियां हर समय बदलती रहती हैं और आपको अनुकूल होना पड़ता है।’
उन्होंने कहा, ‘खेल के भीतर भी परिस्थितियां बहुत तेजी से बदलती हैं। मुंबई टेस्ट में मैं गेंदबाजी कर रहा था… मुझे लगता है कि पहली पारी में… मुझे लगा कि मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं, लेकिन विकेट टर्न नहीं कर रहा था। फिर मैं लंच के बाद लौटा और अचानक सब कुछ होने लगा।’
एजाज पटेल ने 31 अक्टूबर 2018 को पाकिस्तान के खिलाफ मैच से टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया था। उन्होंने टेस्ट में भी पाकिस्तान के खिलाफ मैच (16 से 19 नवंबर 2018) खेलकर अपना डेब्यू किया था। एजाज पटेल ने न्यूजीलैंड में अब तक 3 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन वह एक भी विकेट नहीं ले पाए हैं।
एजाज पटेल ने विदेश में 21 टेस्ट मैच खेले हैं और 29.25 के औसत और 3.25 की इकॉनमी से 85 विकेट ले चुके हैं। एजाज पटेल ने विदेश में 5 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने 10 विकेट लिए। उन्होंने दो T20 इंटरनेशनल मैच न्यूट्रल वेन्यू पर खेले हैं। इसमें उन्होंने एक विकेट लिया है।
एजाज पटेल ने बताया, ‘…तो मुझे लगता है कि जब आप उपमहाद्वीप में आते हैं तो यह उस कौशल सेट और उस सीमा के बारे में है, फिर चाहे वह 90 के दशक में गेंदबाजी करना हो या 80 के दशक के अंत में गेंदबाजी करना हो…। मुझे लगता है कि शुरू से ही उन परिस्थितियों से सामंजस्य बैठाने में सक्षम होना चाहिए। यह पिच को जल्दी से पढ़ने के बारे में भी है, क्योंकि जैसा कि मैंने कहा कि परिस्थितियां निरंतर (दर) बदलती हैं।’
उन्होंने बताया, ‘कभी-कभी सुबह की परिस्थितियां मध्य सत्र की परिस्थितियों से बहुत अलग हो सकती हैं, इसलिए एक स्पिनर के रूप में यह जानना जरूरी है कि इसका अधिकतम लाभ कैसे उठाया जाए, अपनी गति कैसे बदली जाए, गेंद को शेप में रखते हुए कैसे ऊपर-नीचे किया जाए।’ एजाज ने यह भी कहा कि न्यूजीलैंड ने उपमहाद्वीप में विभिन्न प्रकार की पिच पर खेलने को लेकर घर पर अच्छी तैयारी की थी।