बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे दलों की आपसी खींचतान रोचक मोड़ पर पहुंच रही है। यहां केंद्र व राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घटकों में भी घमासान दिख रहा है। बिहार में लोजपा (R) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की रफ्तार से सर्वाधिक परेशानी हम पार्टी के संस्थापक व केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी को हो रही है। फलत: मांझी ने भाजपा से लोजपा (R) पर लगाम लगाने की गुहार लगाई है।

गौरतलब है कि बीते दिनों आरा में हुई लोजपा (R) ने सभा में बड़ी संख्या में दलित – महादलित समुदाय के अलावा सवर्णों ने भी हिस्सा लिया था। यहां पहुंचे पार्टी प्रमुख चिराग पासवान ने भीड़ देख इतने उत्साहित हुए कि उन्होंने एलान कर दिया कि पार्टी सभी 243 सीटों पर चुनाव की तैयारी करेगी। हालांकि बाद में कहा गया कि राजग की मजबूती के लिए सभी सीटों पर तैयारी है।

लोजपा (R) के आरा वाले कार्यक्रम से हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम पार्टी) के नेताओं को अपने जनाधार में सेंधमारी का डर सताने लगा। अभी वह मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि लोजपा (R) ने जद (यू) प्रमुख और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गढ़ राजगीर में 29 जून को बहुजन भीम संकल्प समागम की तैयारी शुरू कर दी। यहां तीन लाख लोगों के पहुंचने की संभावना है।

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लोजपा (रा) से जुड़े लोगों का कहना है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने अपने बौद्धिक वैचारिकी से राज्य में सांगठनिक स्वरूप को इस तरह कसा है कि यहां कुछ भी असंभव नहीं। न सिर्फ राजगीर व आरा बल्कि राज्य भर में लोजपा (रा) कार्यकर्ता स्वयंसेवक की भांति जनसंपर्क में जुटे हैं। बताते हैं कि लोजपा (रा) के संभावित कार्यक्रमों से हम पार्टी के लोग ज्यादा परेशान हैं।

जीतनराम मांझी को किस बात का सता रहा डर?

इधर, दिल्ली में भाजपा से जुड़े लोगों का कहना है कि हम पार्टी के संस्थापक व केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी इसलिए परेशान हैं कि आखिर बिहार में चिराग की पकड़ लगातार क्यों बढ़ रही है। अगर चिराग इसी तरह बढ़ते रहे हम पार्टी के अस्तित्व संकट में पड़ जाएगा। क्योंकि जिस बिरादरी के बल पर मांझी की राजनीति टिकी है, वह इस वक्त लोजपा (R) का झंडा ढो रही है।

बताया गया कि बिहार में चिराग की रफ्तार को रोकने के लिए मांझी ने भाजपा के शीर्ष नेताओं से बात की है। उनकी यह अनौपचारिक बातचीत दिल्ली में हुई है। सूत्रों का कहना है कि चिराग की चिंता से परेशान जीतनराम अपने समर्थकों के साथ कई बार मंथन कर चुके हैं। लेकिन कोई युक्ति नहीं सूझ रही। अंत में उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेताओं से चिराग को रोकने के लिए गुहार लगाई है।

उधर, राजग के घटक दलों में घमासान की बात को भाजपा के बिहार के प्रवक्ता मनोज शर्मा खारिज करते हैं। प्रवक्ता शर्मा का कहना है कि विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे राजग के सभी घटक दल एकजुट हैं और मजबूती से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। सीट बंटवारे पर उन्होंने कहा कि कहीं भी किसी तरह कोई अड़चन नहीं है। समय आने पर सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा।

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