1993 मुंबई ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन की कब्र को मार्बल और लाइट्स से सजाने के दावे के साथ एक तस्वीर सामने आयी है। भाजपा नेता राम कदम ने आरोप लगाया है कि उद्धव ठाकरे की सरकार में याकूब मेमन की कब्र को मजार में बदलने की कोशिश की गई थी। भाजपा नेता ने एमवीए गठबंधन में शामिल उद्धव ठाकरे, शरद पवार और राहुल गांधी से माफी मांगने को कहा है।

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कौन था याकूब मेमन?

याकूब को अदालत 1993 मुंबई ब्लास्ट में शामिल माना था। अदालत में सिद्ध हुआ कि याकूब मेमन ने अपने भाई टाइगर मेमन का फंड हैंडल किया। उन 15 युवाओं के प्रशिक्षण के लिए फंड किया, जो हथियार और गोला-बारूद की हैंडलिंग सीखने के लिए पाकिस्तान गए थे। याकूब पर मुंबई ब्लास्ट के बाद मेमन परिवार के भागने में वित्तिय मदद करने का भी आरोप लगा।

बताया जाता है कि 1993 का मुंबई बम धमाका मुंबई में हुए हिंदू-मुस्लिम दंगों के दौरान मुस्लिमों की मौत का बदला था, जिसे दाऊद इब्राहिम और उसके साथी टाइगर मेमन ने अंजाम दिया था।

टाइगर को 27 जुलाई 2007 को टाडा (Terrorism and Disruptive Activities (Prevention) Act) के तहत अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। याकूब मेनन को 30 जुलाई 2015 को नागपुर के सेंट्रल जेल में फांसी दी गई थी। परिवार ने याकूब के शव को मरीन लाइन्स रेलवे स्टेशन के सामने स्थित बड़े कब्रिस्तान में दफनाया था।

कब्र पर लाइट्स किसने लगाई?

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बड़े कब्रिस्तान में याकूब मेमन के परिवार के 14 अन्य सदस्यों की भी कब्र है।  एलईडी लाइट्स मार्च में लगाई गई थी। पुलिस ने बताया है कि कब्र के चारों ओर पत्थर तीन साल पहले बनाए गए थे। जबकि हैलोजन और एलईडी लाइट्स मार्च में ‘बड़ी रात’ के मौके पर लगाया गया था। ‘बड़ी रात’ यानी शब-ए-बारात। इस रोज मर चुके लोगों की कब्रों पर उनके परिजनों द्वारा रोशनी की जाती है और दुआ मांगी जाती है।

आज तक में प्रकाशित एजाज खान की रिपोर्ट के मुताबिक, कब्रिस्तान के कर्मचारी अशफाक के हवाले से बताया गया है कि मेमन परिवार के कई सदस्य कब्रिस्तना में आते रहे हैं और कब्र की साफ सफाई का ख्याल रखते हैं। कब्रिस्तान में याकूब की कब्र के अलावा भी कई कब्रों पर मार्बल लगाया गया है। मामला के मीडिया में आने के बाद मुंबई पुलिस ने याकूब की कब्र से लाइट्स हटा दी है।