बीजेपी के पुरी लोकसभा सीट से उम्मीदवार संबित पात्रा की भगवान जगन्नाथ पर की गई टिप्पणी पर काफी विवाद हुआ था। उन्होंने कहा था कि ‘भगवान जगन्नाथ पीएम मोदी के भक्त हैं’। जिसके बाद संबित पात्रा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर माफी मांगी और कहा था कि ऐसा उनकी जुबान फिसलने से हुआ है। यह विवाद अभी थमा नहीं था कि उनके एक विज्ञापन पर फिर से बवाल छिड़ गया है।
बीजेडी ने बुधवार को चुनाव आयोग में याचिका दायर कर संबित पात्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दरअसल, समाचार पत्रों में जारी एक विज्ञापन में भाजपा के चुनाव चिह्न कमल के साथ भगवान जगन्नाथ की तस्वीर का उपयोग करने के लिए संबित पात्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गयी है। बीजेडी की राज्यसभा सदस्य सुलता देव ने कहा, “पात्रा के पूरे पेज के विज्ञापन ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। उन्होंने मंदिर और धर्म को राजनीति में घसीट लिया है।”
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को भेजे गए एक ज्ञापन में, बीजेडी ने पात्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और उनके विज्ञापन और पुरी में मोदी के हालिया रोड शो पर उनके चुनाव खर्च की जांच की भी मांग की।
संबित पात्रा की भगवान जगन्नाथ पर टिप्पणी
ओडिशा के पुरी में सोमवार को पीएम मोदी के रोड शो के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान संबित पात्रा ने कहा था कि प्राचीन शहर के प्रतिष्ठित देवता भगवान जगन्नाथ पीएम मोदी के भक्त हैं। उनकी इस टिप्पणी पर हंगामा हो गया था।
बवाल बढ़ता देख संबित पात्रा ने सोशल मीडिया एक पोस्ट लिखते हुए माफी मांगी थी। उन्होंने लिखा था, “आज महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी को लेकर मुझसे जो भूल हुई है, उस विषय को लेकर मेरा अंतर्मन अत्यंत पीड़ित है। मैं महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के चरणों में शीश झुकाकर क्षमा याचना करता हूं। अपने इस भूल सुधार और पश्चाताप के लिए अगले 3 दिन मैं उपवास पर रहूंगा।”

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी इस मामले पर भाजपा की आलोचना की थी। जिसके बाद संबित पात्रा ने मुख्यमंत्री पटनायक के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए X पर लिखा था, ‘‘आज पुरी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के रोड शो की भारी सफलता के बाद मैंने कई मीडिया चैनलों को कई बयान दिए, हर जगह मैंने उल्लेख किया कि मोदी जी श्रीजगन्नाथ महाप्रभु के परम ‘भक्त’ हैं। एक बयान के दौरान गलती से मैंने ठीक इसके विपरीत कह दिया। मुझे पता है कि आप भी इसे जानते और समझते हैं। इसे मुद्दा न बनाया जाए। हम सभी की जुबान कभी-कभी फिसल जाती है।’’
लोकसभा चुनाव 2024 में भगवान की एंट्री
2024 के लोकसभा चुनाव में राम मंदिर का मुद्दा जमकर उठाया जा रहा है। बीजेपी के सभी नेता राम मंदिर को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि बता रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल न होने के लिए कांग्रेस पर जमकर निशाना साध रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल भी अपने चुनाव अभियान में भगवान हनुमान का जमकर उल्लेख कर रहे हैं। जेल से बाहर आते ही उन्होंने कहा था, “हनुमान जी के आशीर्वाद और देश के करोड़ों लोगों की दुआओं से आज मैं बाहर आया हूं। आज देश तानाशाही के दौर से गुजर रहा है और हम सबको मिलकर अपने देश को तानाशाही से बचाना है।” तिहाड़ जेल से बाहर आने के अगले दिन सीएम केजरीवाल दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना भी की थी।

पुरी लोकसभा क्षेत्र
पुरी लोकसभा क्षेत्र ओडिशा के 21 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह पुरी, खुर्दा और नयागढ़ जिलों के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है। इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्र हैं- पुरी (भाजपा), ब्रह्मगिरि (भाजपा), सत्यबाड़ी (बीजेडी), पिपिली (बीजेडी), चिल्का (बीजेडी), राणपुर (बीजेडी) और नयागढ़ (बीजेडी)। यहां से वर्तमान सांसद बीजेडी के पिनाकी मिश्रा हैं। पुरी के चुनावी मैदान में इस बार मुक़ाबला बीजेपी के संबित पात्रा और बीजेडी के अरूप पटनायक के बीच है।
15.6 लाख मतदाताओं वाला यह निर्वाचन क्षेत्र बीजेडी का गढ़ रहा है। ब्रज किशोर त्रिपाठी ने 1998, 1999 और 2004 में बीजेडी के लिए सीट जीती, तब बीजेडी और बीजेपी सहयोगी थे। 2009 में बीजेडी अकेले चुनाव लड़ी और उसके उम्मीदवार पिनाकी मिश्रा ने 2009, 2014 और 2019 के सभी चुनाव जीते। इस बार, बीजद ने पिनाकी की जगह अरूप को मैदान में उतारा है, जिन्होंने 2019 में भुवनेश्वर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और हार गए थे।
कांग्रेस कैंडिडेट ने लौटाया टिकट
चुनाव से पहले पार्टी को झटका देते हुए ओडिशा के पुरी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार ने यह आरोप लगाते हुए अपना टिकट लौटा दिया था कि पार्टी ने उन्हें फंड देने से इनकार कर दिया है। सुचरिता मोहंती ने कहा कि उन्होंने पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल को लिखा लेकिन पार्टी ने कोई कदम नहीं उठाया। यह बात सामने आते ही पूर्व कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने केसी वेणुगोपाल को ‘व्हीलर-डीलर’ कहा था और कहा कि यह ‘आज की बेचारी कांग्रेस’ है।

पुरी से पिछला चुनाव हार गए थे संबित पात्रा
लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा उम्मीदवार संबित पात्रा बीजेडी के पिनाकी मिश्रा से लगभग 11,000 वोटों के अंतर से हार गए थे। पिछले पांच सालों में हालांकि, पुरी लोकसभा में संबित पात्रा की लोकप्रियताका ग्राफ काफी बढ़ा है। वह अब एक जाना-पहचाना चेहरा हैं। पिछले चुनाव में हार के बाद भाजपा उम्मीदवार ने 2019 के बाद से पूरे पांच वर्षों का उपयोग पुरी के मतदाताओं के साथ व्यक्तिगत संबंध बनाने में किया। नतीजतन, वह अब यहां लड़ाई में सबसे आगे हैं। 2019 में बीजेपी ने पुरी में अपना वोट शेयर 25% तक बढ़ाया था।
संबित पात्रा पुरी में चुनाव से पहले अपना रिपोर्ट कार्ड जारी करने वाले पहले राजनीतिक नेता भी रहे। यह रिपोर्ट कार्ड सांसद न होने के बावजूद पिछले पांच वर्षों में निर्वाचन क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए सभी कार्यों पर प्रकाश डालता है।
पुरी लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम
पिछले आम चुनाव में बीजेडी के पिनाकी मिश्रा ने यहां से जीत हासिल की थी। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार संबित पात्रा को हराया था। पिनाकी को 5.38 लाख और संबित को 5.26 लाख वोट मिले थे। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के सत्य प्रकाश नायक थे जिन्हें 44 हजार वोट मिले थे।
पार्टी | प्रत्याशी | वोट प्रतिशत |
बीजेडी | पिनाकी मिश्रा | 47.40 |
बीजेपी | संबित पात्रा | 46.37 |
कांग्रेस | सत्य प्रकाश नायक | 3.94 |