महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए महा विकास आघाडी (MVA) सीट बंटवारे को अगले महीने तक अंतिम रूप देगा। बुधवार को शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और इंडिया गठबंधन के कुछ अन्य नेताओं से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान ठाकरे के साथ उनके बेटे आदित्य और राज्यसभा सदस्य संजय राउत भी थे। जानकारी के मुताबिक, उद्धव ठाकरे कल कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे।
मुंबई में बुधवार को महा विकास अघाड़ी (MVA) की बैठक के बाद, महाराष्ट्र एलओपी और कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि सभी तीन दलों कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और एनसीपी (शरद पवार) ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपने घोषणापत्र और सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर चर्चा की। वडेट्टीवार ने कहा कि एमवीए ने 16 अगस्त को शनमुखानंद हॉल में एक बड़ी रैली/बैठक आयोजित करने की योजना बनाई है।
लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन के बाद उत्साहित तीनों दल इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन एक साझा घोषणापत्र और एक संयुक्त अभियान रणनीति के साथ सामने आए। शिवसेना (यूबीटी) का मानना है कि अगर गठबंधन सत्ता में आता है तो उसके प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद के लिए पहली पसंद हैं।
एमवीए में सीट बंटवारा
सूत्रों ने कहा कि एमवीए गठबंधन के लिए सीट बंटवारे का काम अगले महीने की शुरुआत में हो जाएगा और उन्होंने गठबंधन सहयोगियों द्वारा आपस में कुछ सीट की अदला-बदली की संभावना से इनकार नहीं किया। शिवसेना (यूबीटी) के सूत्रों ने कहा कि पार्टी को सीट-बंटवारे में कांग्रेस और एनसीपी से ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद है। शिवसेना के एक नेता ने कहा कि पार्टी सहयोगियों के प्रति संवेदनशील रहेगी क्योंकि अंतिम लक्ष्य भाजपा को हराना है।
सूत्रों ने कहा कि उद्धव ने खड़गे और राहुल के साथ सीट बंटवारे पर विस्तृत चर्चा की है। उन्होंने शरद पवार के साथ भी बैठक की। उन्होंने यह भी संकेत दिए कि वह मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश किए जाने के लिए तैयार हैं।
क्या वे मुझे मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं- उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस नेतृत्व से मुलाकात के बाद कहा, “महाराष्ट्र के किसान और युवा अवसरवादी भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन से तंग आ चुके हैं। महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोग बदलाव की ओर देख रहे हैं। अगर मेरे सहयोगियों को लगता है कि मैंने अच्छा काम किया है तो उनसे पूछें कि क्या वे मुझे मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। लोग फैसला करेंगे।”
ठाकरे ने आगे कहा, “मैंने मुख्यमंत्री बनने का सपना नहीं देखा था, न ही मैं ऐसा चाहता था लेकिन मैं जिम्मेदारी से भागने वालों में से भी नहीं हूं। मैंने जिम्मेदारी ली और अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से काम करने की कोशिश की। अगर कोई गलती हुई है तो मैं उनमें से नहीं हूं जो द्वेष पालता रहूं। उन्होंने कहा कि सांगली सीट पर शिवसेना-यूबीटी उम्मीदवार के हार जाने से वह आहत हैं लेकिन इस बात से खुश हैं कि भाजपा हार गई।”
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने कहा, “विशाल पाटिल ने एमवीए के साथ गठबंधन किया है और आश्वासन दिया है कि आगामी चुनावों में वही पुरानी गलतियां नहीं दोहराई जाएंगी।” गौरतलब है कि विशाल महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री वसंत दादा पाटिल के पोते हैं।
शिवसेना नेता संजय निरुपम का उद्धव पर आरोप
महाराष्ट्र में इस साल अक्टूबर में चुनाव होने हैं। शिवसेना नेता संजय निरुपम ने मंगलवार को दावा किया कि ठाकरे ने महाराष्ट्र के बारिश प्रभावित लोगों की अनदेखी करते हुए अपनी मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षा के लिए दिल्ली की यात्रा की। निरुपम ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा, “उद्धव ठाकरे आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बेहतर डील हासिल करने के लिए दिल्ली गए थे। ऐसा प्रतीत होता है कि वह बारिश से प्रभावित लोगों की पीड़ा को समझने के बजाय अपने राजनीतिक हितों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”
‘शरद पवार अपनी बेटी सुप्रिया सुले को सीएम की सीट पर बैठाने के इच्छुक’
निरुपम ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे खुद को एमवीए के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन शरद पवार अपनी बेटी सुप्रिया सुले को सीएम की सीट पर बैठाने के इच्छुक हैं।
इस साल की शुरुआत में कांग्रेस छोड़ने वाले संजय निरुपम ने कहा, “ठाकरे ने कांग्रेस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है लेकिन राज्य कांग्रेस के भीतर भी सीएम पद के लिए कई दावेदार हैं।”
12 राज्यसभा सीटों पर चुनाव 3 सितंबर को
इस बीच चुनाव आयोग ने बुधवार को 12 राज्यसभा सीटों पर चुनाव की तारीख 3 सितंबर घोषित की। इनमें से 10 सीटें जून में लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद खाली हुई हैं। ये सांसद लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
नौ राज्यों की इन 12 सीटों में से सात पर भाजपा, दो पर कांग्रेस और एक-एक सीट राजद, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और बीजू जनता दल (बीजेडी) के पास थी।
तेलंगाना और ओडिशा के अलावा, असम, बिहार और महाराष्ट्र में दो-दो सीटों और हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा में एक-एक सीट पर उपचुनाव होंगे। इनमें असम में सर्बानंद सोनोवाल, हरियाणा में दीपेंद्र सिंह हुडा, राजस्थान में के सी वेणुगोपाल और मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पीयूष गोयल द्वारा खाली की गई सीटें शामिल हैं।
वर्तमान में 90 सांसदों के साथ भाजपा राज्यसभा में सबसे बड़ी पार्टी है, इसके बाद कांग्रेस के 26 सांसद हैं। नेता प्रतिपक्ष (एलओपी) का पद वर्तमान में कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे के पास है। इस पद के लिए पार्टी के कम से कम 25 सांसद होने चाहिए।
(Input- Manoj C G)