हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपना मैनिफेस्टो निकाला। मैनिफेस्टो सामने आने के बाद से ही पीएम मोदी और अन्य भाजपा नेता कांग्रेस पर हमलावर हैं। इस मैनिफेस्टो में लिखा है कि तानाशाही या बहुसंख्यकवाद के लिए देश में कोई जगह नहीं है। कांग्रेस अल्पसंख्यकों के अधिकारों को बनाए रखने और उनकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। जिस पर बीजेपी कांग्रेस को घेर रही है। इस मुद्दे पर टीवी चैनल न्यूज 18 इंडिया पर बहस के दौरान यह सवाल उठाया गया कि कांग्रेस के लिए बहुसंख्यकवाद क्या है? क्या विपक्ष बहुसंख्यकवाद की बात कर तुष्टिकरण का खेल खेलना चाह रहा है?

मुस्‍ल‍िम स्‍कॉलर रिजवान अहमद से एंकर ने सवाल किया कि क्या तुष्टिकरण की राजनीति विपक्ष कर रहा है या बीजेपी बहुसंख्यकवाद की बात कर रही है और इस नैरेटिव को बनाना चाहती है? क्योंकि बीजेपी ने तो अखिलेश को मुख्तार के यहां जाने को नहीं कहा था?

रिजवान ने कहा, “तुष्टिकरण क्या है, जब बहुसंख्यक अल्पसंख्यकवाद पर सवाल पूछने लगे, झूठे सेक्युलरिज़्म पर सवाल पूछने लगे उसे कहा जाता है बहुसंख्यकवाद जो 2013 से मोदी जी की सत्ता में आने से पहले ही बहुसंख्यक ने पूछना शुरू कर दिया था। अब ये चाहते हैं कि झूठे सेक्युलरवाद पर तुष्टिकरण पर सवाल मत पूछो पूछोगे तो तुम्हारी तुलना हिटलर, नाजी और रूस से की जाएगी। दूसरी बात कांग्रेस यह मैनिफेस्टो ला ही नहीं सकती क्योंकि पूरा चुनाव INDIA अलायंस के साथ लड़ा जा रहा है तो ये अलायंस का कॉमन मिनिमम प्रोग्राम होना चाहिए था। जो पार्टी अकेले 270 सीट जीतने की बात नहीं कर रही वो अकेले मैनिफेस्टो कैसे ला सकती है और क्या इसमें INDIA अलायंस का सैंक्शन है?”

‘इंड‍िया 400 लाएगा साहब’

बहस के दौरान रिजवान अहमद ने विवेक श्रीवास्तव से कहा कि बीजेपी की गवर्नेंस इतनी खराब है और अगर सत्ता विरोधी लहर है तो भाजपा से जीतने के लिए आपको INDIA अलायंस बनाने की जरूरत क्यों पड़ रही है? अकेले-अकेले लड़ कर क्यों नहीं जीत लेते? जिस पर विवेक ने कहा कि भाजपा को नीतीश और अजित पवार क्यों चाहिए? रिजवान ने जिसका जवाब देते हुए कहा कि ताकि हम 300 सीट से 350 पहुंच सकें जिस पर विवेक ने कहा कि हमारा भी लक्ष्य है कि हम 400 सीट पर पहुंच जायें। इंड‍िया 400 लाएगा साहब। इस पर र‍िजवान ठहाके लगाने लगे।

क्या देश में बहुसंख्यकवाद के खिलाफ माहौल?

इससे पहले एंकर ने लेफ्ट नेता विवेक श्रीवास्तव से सवाल किया कि बहुसंख्यकवाद क्या होता है? क्या देश में बहुसंख्यकवाद के खिलाफ माहौल है? जिसके जवाब में उन्होंने कहा, “देखिये बहुसंख्यकवाद एक खतरनाक चीज है, हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी बहुसंख्यकवाद की एक नीति जुल्फिकार अली भुट्टो और जियाउल हक लेकर आए थे जब इस्लामिक स्टेट ऑफ पाकिस्तान बनाया गया और हिंदू माइनॉरिटी और अन्य नागरिकों को सेकेंड ग्रेड सिटीजनशिप दी गयी। बहुसंख्यकवाद अगर चरम सीमा पर पहुंच जाता है तो फासीवादी स्टेट का निर्माण होता है ये जर्मनी में भी हम देख चुके हैं हिटलर के अंडर में।”

क्या है बहुसंख्यकवाद?

जिस पर एंकर ने सवाल किया कि आप दर्शकों को बताइये कि बहुसंख्यकवाद है क्या? जिसका जवाब देते हुए विवेक ने कहा, ” बहुसंख्यकवाद में आप मेजॉरिटी कम्यूनिटी को सुपीरियर मानते हैं माइनॉरिटी कम्यूनिटी से, स्पेशल प्रिविलेज देकर माइनोरिटी को सेकेंड ग्रेड सिटीजनशिप की तरफ धकेलते हैं। जगह-जगह उनका बहिष्कार, उनकी धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं का बहिष्कार होता है और फासीवादी राज्य का निर्माण होता है। इससे देश पिछड़ता है। प्रोग्रेसिव देश वो होता है जहां सभी को समान अधिकार होते हैं।”

कांग्रेस के घोषणापत्र पर सवाल

अमीश देवगन ने बहस को आगे बढ़ाते हुए भाजपा प्रवक्ता की ओर रुख करते हुए सवाल किया कि पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर कहा है कि इसमें वही सोच झलकती है जो आजादी के समय मुस्लिम लीग में थी। सवाल यह उठता है कि प्रधानमंत्री को कांग्रेस से मुस्लिम लीग की याद क्यों आ रही है? इस पर गौरव भाटिया ने कहा, “पूरा देश यह देख कर भौचक्का है कि कांग्रेस मुस्लिम लीग का एजेंडा आगे बढ़ा रही है। मैं आपको उसी मैनिफेस्टो से दो बातें बताना चाहूंगा। आप धर्म के आधार पर आरक्षण की बात करते हैं क्योंकि अभी आपको खुशी नहीं मिली है आपने देश के दो टुकड़े कर दिये थे और वो धर्म के आधार पर ही हुए थे। आप चाहते हैं कि आगे भी लोग टूटते रहें, प्रदेश टूटते रहें और कांग्रेस पार्टी आगे बढ़ती रहे।

गौरव ने आगे कहा, “संविधान कहता है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता है, यह सर्वोच्च न्यायालय भी कहता है।” उन्होंने कहा, “यह कहते हैं बहुसंख्यकवाद खतरनाक है, ये भूल गए कि संविधान के पहले तीन शब्द हैं ‘We The People’. हमारे देश में बहुसंख्यक कौन हैं हिंदू और हिंदू इतने सहिष्णु हैं कि वो अपने आपको एक पंथ निरपेक्ष देश देते हैं , वो संविधान देते हैं जो पंथ निरपेक्षता की बात करता है। मतलब बहुसंख्यक खतरनाक हो गए पर अफजल गुरु खतरनाक नहीं है, याक़ूब मेनन खतरनाक नहीं है। इतनी शर्मनाक बात इन्होंने कही है, कांग्रेस पार्टी पर थू-थू हो रही है।”

क्या समाजवादी पार्टी तुष्टिकरण के साथ है?

जिसके बाद एंकर ने सपा प्रवक्ता का रुख करते हुए सवाल किया, “कांग्रेस तो बहुसंख्यक के खिलाफ है, क्या समाजवादी पार्टी तुष्टिकरण के साथ है? पाकिस्तान में अगर आतंकी मारे जा रहे हैं तो अपनी सरकार पर सवाल खड़े करना क्या जायज है?” अनुराग भदौरिया ने जवाब दिया, “भाजपा के साथ समस्या यह है कि वो विकास के मुद्दों पर सवाल ही नहीं लड़ना चाहती है, उसे पता है कि उसने कोई काम तो किया नहीं है इसलिए नफरत की राजनीति करती है।”

सपा प्रवक्ता और एंकर के बीच बहस

इस पर एंकर ने सपा प्रवक्ता से कहा, “भाजपा विकास की बात नहीं करती लेकिन बहुसंख्यकवाद की बात किसने की, कांग्रेस ने, किसने कहा कि कनाडा के लोग कह रहे हैं कि भारत की सरकार हत्या करवा रही है, अखिलेश यादव ने, अब बताइये कौन विकास की बात करना नहीं चाह रहा?

जिस पर सपा प्रवक्ता ने कहा, “अरे बोलने तो दो, बीजेपी प्रवक्ता बोल तो चुका है, आप चुप रहोगे तब तो मैं बोलूंगा। बीजेपी प्रवक्ता बोल रहा था आप चुप थे, मैं बोलना शुरू करता हूं आप चिल्लाने लगते हैं, यह तो ठीक नहीं है।”

‘भाजपा नफरत की राजनीति को बढ़ावा देती है’

अनुराग ने आगे कहा, “मैं कहता हूं भाजपा विकास की बात नहीं करती है, वो नफरत की राजनीति को बढ़ावा देती है। वो क्यों नहीं बात करती कि उसके क्या-क्या वादे किए थे 2014 में जब वो सत्ता में आई थी। उसने कहा था कि किसान की आय दोगुनी हो जाएगी, हुई क्या? किसान को एमएसपी की गारंटी मिल गयी क्या? किसान धरने पर बैठा नहीं है क्या? बेरोजगार आत्महत्या नहीं कर रहे हैं क्या? बेरोजगार को पैरों पर खड़ा करने की बात की थी, उन्हें आपने 5 किलो आटा-चावल की लाइन में लगा दिया। 80 करोड़ लोग लाइन में लगे हैं। उन्होंने कहा था हम आएंगे महिलाओं पर अत्याचार खत्म कर देंगे, क्या हुआ मणिपुर में?”

‘इनका ऑडियो डाउन करिए’

एंकर ने सपा प्रवक्ता से कहा कि आप रटी रटाई बात बोलते हैं आपसे निवेदन है कि जो सवाल पूछा जाये उसका जवाब दिया करें। जिस पर अनुराग ने कहा कि आप लोग बोलने कहां देते हैं, मैं पोल खोलना शुरू करता हूं बीजेपी की आपके पेट में दर्द हो जाता है, मुझे बोलने ही नहीं देते। इस पर अमीश ने कहा कि पता नहीं कौन से दर्द कौन से पेट की बात करते हैं आप, आपने ढाई मिनट बोला अब इनका ऑडियो डाउन करिए।

इसके बाद अमीश ने भाजपा प्रवक्ता से इसका जवाब देने को कहा। गौरव भाटिया ने कहा, “मुख्तार अंसारी के लिए अखिलेश यादव का दिल क्यों धड़कता है, यह तुष्टिकरण की राजनीति का ही प्रमाण है। योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा गुंडों को मिट्टी में मिला दूंगा और दर्द किसे हुआ अखिलेश को। तुष्टिकरण की अगर कोई पराकाष्ठा है तो सपा ही है इनका मैनिफेस्टो देखिये। इसमें यह कहते हैं मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए सच्चर कमेटी लागू करेंगे। जब सरकार में थी तब करी नहीं। और कहते हैं कि जो आतंकवाद के मुकदमे थे वो वापस ले लेंगे।”

भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि किसी भी आतंकी की जगह तो जेल की सलाखों के पीछे ही है। जिस पर अमीश ने कहा कि किसी भी आतंकवादी की जगह जेल की सलाखों के पीछे या ढाई गज जमीन के अंदर है। बीच में बोलते हुए सपा प्रवक्ता ने कहा कि नोटबंदी से किसे फायदा हुआ दिखाइए, कितनों की संपत्ति बढ़ी दिखाइए, कितने करोड़पति बढ़े दिखाइये। सम्राट चौधरी ने पिता-पुत्री के बारे में क्या कहा दिखाइए आप।