लाइटहाउस जर्नलिज्म को लोकसभा में विपक्ष के नेता, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की एक तस्वीर मिली, जिसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है। इस तस्वीर में, उन्हें एक इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के साथ बैठे देखा गया।

जांच के दौरान, हमने पाया कि यह तस्वीर फर्जी थी और इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल का उपयोग करके बनाया गया था।

क्या है दावा?

‘X’ यूजर SanataniRiddhi ने यह तस्वीर अपने प्रोफाइल पर साझा की थी।

अन्य यूजर भी इसी तरह के दावे के साथ वही तस्वीर साझा कर रहे हैं।

जांच पडताल:

हमने तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च (Reverse Image Search) किया और इसे किसी भी विश्वसनीय वेबसाइट पर नहीं पाया।

फिर हमने तस्वीर को दो भागों में बांटा और रिवर्स इमेज सर्च किया।

हमें मूल तस्वीर अरेबियन डेली (Arabian Daily) के फेसबुक पेज पर 23 मार्च 2023 को पोस्ट की हुई मिली। इन तस्वीरों में राहुल गांधी नहीं दिख रहे थे।

कैप्शन में कहा गया था: तस्वीरों में: डॉ. जाकिर नाइक की मुलाकात ओमान सल्तनत के ग्रैंड मुफ्ती, हिज एमिनेंस शेख अहमद अल खलीली; एंडोमेंट्स और धार्मिक मामलों के मंत्री, डॉ. मोहम्मद अल मामारी; और सहायक मुफ्ती शेख कहलान अल खारौसी के साथ।

हमने तस्वीर में कुछ विसंगतियाँ भी देखीं। उदाहरण के लिए, तस्वीर में जाकिर नाइक के छह उंगलियां थीं, जिससे यह सुझाव मिला कि तस्वीर AI-जनरेटेड हो सकती है।

हमने फिर इसे ‘undetectable.ai’ नामक AI इमेज डिटेक्टर के माध्यम से चलाया, जिसने परिणाम दिया कि तस्वीर AI द्वारा बनाई गई होने की संभावना है।

निष्कर्ष: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ जाकिर नाइक की वायरल तस्वीर फर्जी है। यह तस्वीर AI टूल का उपयोग करके संशोधित और संपादित की गई है।