दुनियाभर में कोरोनावायरस का संकट गहराता जा रहा है। अब तक 195 देशों में करीब 5.50 लाख लोग इससे संक्रमित हुए हैं, जबकि करीब 27 हजार लोगों की मौत हुई है। अमेरिका में ही अब तक 1 लाख लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। वहीं 1500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। अमेरिका के साथ-साथ दुनिया के कई अन्य देश इस वक्त टेस्ट किट की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में अमेरिकी मेडिकल कंपनी एबॉट ने कोरोनावायरस की पहचान के लिए टेस्ट किट लॉन्च की है।
कंपनी के मुताबिक, इस टेस्ट किट से कहीं भी और कभी भी 5 मिनट के अंदर कोरोनावायरस संदिग्ध को टेस्ट किया जा सकेगा। साथ ही तुरंत ही यह बताया जा सकेगा कि वह संक्रमित है या नहीं। एबॉट की योजना के मुताबिक, 1 अप्रैल से कंपनी हर दिन 50,000 टेस्ट्स तक सप्लाई करने में सफल हो जाएगी। एबॉट के प्रेसिडेंट जॉन फ्रेल्स के मुताबिक, टेस्ट किट के मॉलिक्यूलर टेस्ट से सिर्फ 5 मिनट में ही इंसान के अंदर कोरोनावायरस के जीनोम को पहचाना जा सकेगा। जबकि इसकी पुष्टि करने के लिए महज 13 मिनट का विस्तृत टेस्ट भी किया जा सकेगा। एबॉट इस किट को उपलब्ध करा के हर महीने टेस्टिंग क्षमता 50 लाख पहुंचाना चाहती है।
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गौरतलब है कि दुनिया के ज्यादातर देश अब तक कोरोनावायरस की टेस्टिंग में काफी पीछे रहे हैं। जबकि दक्षिण कोरिया ने बड़ी संख्या में टेस्टिंग कर के ही कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या में कमी लाने में सफलता पाई। अमेरिका ने भी इसी आधार पर टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई है। यूएस में अब तक करीब 5 लाख लोग टेस्ट किए जा चुके हैं।
दूसरी तरफ भारत में भी टेस्टिंग की रफ्तार काफी कम है। यहां 27 मार्च तक सिर्फ 27 हजार टेस्ट्स ही किए जा सके हैं। इनमें से करीब 700 लोगों को संक्रमित पाया गया था। अधिकारियों का कहना है कि जरूरत के मुताबिक, सिर्फ उन्हीं लोगों की टेस्टिंग की जा रही है जिनमें कोरोनावायरस के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोनावायरस को रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग जरूरी है, क्योंकि वायरस से संक्रमित होने के 14 दिन तक कई बार लोगों में इसके लक्षण ही नहीं दिखाई देते।