Joe Biden Inauguration: अमेरिका में बुधवार को जो बाइडेन ने देश के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। ट्रंप के व्हाइट हाउस से जाने के बाद अब वह यहां ठहरने पहुंचे हैं। राष्ट्रपति बनते ही बाइडेन ने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के कई फैसले पलट दिए। उन्होंने सीरीज ऑफ ऑर्डर्स पर साइन किए। बाइडेन ने पेरिस जलवायु समझौते से फिर जुड़ने का फैसला किया है। पिछले साल अमेरिका इस समझौते से बाहर हो गया था। इसके साथ ही कोरोना महामारी के दौरान ट्रंप ने WHO से भी दूरी बना ली थी। बाइडेन ने ट्रंप के इन फैसलों को ख़ारिज कर दिया है।
अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति के रूप में कमला हैरिस ने भी बुधवार को अपने पद की शपथ ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को बधाई और शुभकामनाएं दीं। शपथ ग्रहण के बाद जो बाइडेन ने कहा, “आज, हम एक उम्मीदवार की नहीं बल्कि लोकतंत्र की जीत का जश्न मना रहे हैं। लोगों और उनकी इच्छाओं को सुना गया है। हमने फिर से सीखा है कि लोकतंत्र अनमोल है, इस समय लोकतंत्र नाजुक है, मेरे मित्र लोकतंत्र प्रबल है।
उन्होंने कहा, “मैं उन ताकतों को जानता हूं जो हमें बांट रहे हैं। वे गहरे और और वास्तविक हैं। लेकिन मैं यह भी जानता हूं कि वे नए नहीं हैं। हमारा इतिहास अमेरिकी आदर्श के बीच एक निरंतर संघर्ष का रहा है। नस्लवाद, राष्ट्रवाद, भय, प्रदर्शन ने हमें अलग करने की कोशिश की है।”
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश को सुरक्षित रखने और समृद्ध बनाने के अभियान में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के सफल रहने की कामना की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी लोगों को अपने साझा मूल्यों के प्रति एकजुट होना चाहिए और पक्षपातपूर्ण नफरत की भावना से ऊपर उठना चाहिए।
राष्ट्रपति जो बाइडेन के शुरुआती फैसले कोरोना महमारी, अमेरिकी अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन और नस्ली नाइंसाफी से जुड़े हो सकते हैं।
ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका के नए राष्ट्रपति बाइडेन को तय करना है कि ईरान से पाबंदियां हटेंगी या नहीं। यानी कि गेंद अब अमेरिका के पाले में है।
चीन ने ट्रम्प के अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। चीन ने ट्रम्प प्रशासन के 27 अन्य शीर्ष अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया है। बाइडेन प्रशासन ने इसकी निंदा की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन कोरोना महामारी से लड़ने के लिए 10 आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे।
व्हाइट हाउस ने जानकारी दी है कि राष्ट्रपति बाइडेन सबसे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री को फोन कॉल करेंगे।
अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनके लिए ऑफिस में एक लेटर छोड़ा है। परंपरा है कि पूर्व राष्ट्रपति नए राष्ट्रपति के लिए ऐसा करते हैं।
चीन ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को बधाई दी दोनों देशों के बीच संबंधों में एक रीसेट का आह्वान किया। चीन ने कहा कि बाइडेन प्रशासन ने डोनाल्ड ट्रम्प के भयावह कार्यकाल को समाप्त कर दिया है।
अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मैक्सिको बॉर्डर की फंडिंग पर भी रोक लगा दी है। ट्रम्प ने मेक्सिको से आने वाले प्रवासियों को देखते हुए दीवार बनाए जाने को नेशनल इमरजेंसी बताया था। हालांकि, बाइडेन ने अब दीवार के निर्माण पर रोक लगा दी। मेक्सिको ने बाइडेन के इस फैसले का स्वागत किया है। साथ ही बाइडेन की ओर से ट्रंप की आव्रजन नीतियों को बदलने के लिए भी उनकी तारीफ की।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रवासियों को राहत देने वाले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। इस आदेश से 1.1 करोड़ ऐसे प्रवासियों को फायदा होगा जिनके पास कोई कानूनी दस्तावेज नहीं है। इसमें करीब 5 लाख लोग भारतीय हैं। जो बाइडेन ने शपथ लेने के बाद सबसे पहले आव्रजन प्रणाली को पूरी तरह से बदलने की शुरुआत की। जो बाइडन ने अमेरिकी कांग्रेस से अनुरोध किया है कि वह 1.1 करोड़ अवैध प्रवासियों को स्थायी दर्जा और उन्हें नागरिकता का रास्ता तय करने के लिए कानून बनाए।
बाइडेन ने कोरोनावायरस को लेकर एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत मास्क को फेडरल प्रॉपर्टी घोषित किया गया है। अब हर व्यक्ति को महामारी के दौरान मास्क लगाना जरूरी होगा। अगर आप सरकारी बिल्डिंग में हैं, या कोरोना हेल्थवर्कर हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग रखना जरूरी होगा। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने मास्क लेकर कोई सख्ती नहीं की थी।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह ट्रंप से बात करने की सोच रहे हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने बुधवार को अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बाइडन ओवल ऑफिस में जब पत्र पढ़ रहे थे, उस वक्त वह वहीं थीं। हालांकि साकी ने भी पत्र को बेहद ‘‘निजी’’ बताते हुए इस संबंध में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘बाइडन इस बारे में आप सभी को बता चुके हैं।’’ साकी ने कहा, ‘‘पत्र में बहुत उदार और भली बातें लिखी गयी हैं। पत्र को बिना ट्रंप की सहमति के जारी नहीं करना यह उनके (बाइडन के) विचार को दर्शाता है लेकिन इससे यह संकेत नहीं मिलता कि वह पूर्व राष्ट्रपति को फोन करने वाले हैं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश को सुरक्षित रखने और समृद्ध बनाने के अभियान में राष्ट्रपति जो बाइडन के सफल रहने की कामना की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी लोगों को अपने साझा मूल्यों के प्रति एकजुट होना चाहिए और पक्षपातपूर्ण नफरत की भावना से ऊपर उठना चाहिए। उन्होंने इसी सिलसिले में ओवल ऑफिस खाली करने से पहले परंपरा के तहत बाइडेन के नाम एक चिट्ठी छोड़ी।
चीन को अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानते हुए अमेरिका के भावी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकेन ने कहा कि अमेरिका को इस चुनौती का सामना ‘‘मजबूती की स्थिति से करना चाहिए, न कि कमजोरी की स्थिति से।’’ सीनेट की विदेश मामलों की समिति में अपनी नियुक्ति की पुष्टि के लिए हुई सुनवाई में ब्लिंकेन ने कहा, ‘‘ जब हम चीन को देखते हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि एक राष्ट्र के तौर पर वह हमारे हितों, अमेरिकी लोगों के हितों के लिए सबसे अधिक चुनौती पेश कर रहा है।’’उन्होंने कहा, ‘‘ कुल मिलाकर मौजूदा संबंधों में प्रतिकूल परिस्थितियां बढ़ रही हैं।"
पिछले हफ्ते अपने ट्विटर अकाउंट से शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों पर ढाए जा रहे जुल्मों का प्रचार करते हुए चीन ने ट्वीट किया था। अब ट्वीट हटाने के बाद ट्विटर ने दूतावास के अकाउंट को ही ब्लॉक करने का फैसला किया है। पढ़ें पूरी खबर...
अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन बुधवार को शपथग्रहण के बाद व्हाइट हाउस पहुंच गए। यहां ओवल ऑफिस में ट्रंप का पत्र पढ़ने के बाद उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने उन्हें काफी शालीन पत्र लिखा। बाइडेन ने रिपोर्टरों को बताया कि उन्हें यह चिट्ठी पढ़कर काफी अच्छा लगा। बता दें कि इससे पहले साफ नहीं था कि ट्रंप ने बाइडेन को परंपरा के अनुसार चिट्ठी दी या नहीं।
डोनाल्ड ट्रम्प बुधवार सुबह ही व्हाइट हाउस से फ्लोरिडा के लिए रवाना हो गए। उनके साथ न्यूक्लियर फुटबॉल भी फ्लोरिडा चला गया। लेकिन, इसमें रखे न्यूक्लियर लॉन्च कोड दोपहर 12 बजे और बाइडेन के शपथ लेने के साथ ही डेड हो गए, ठीक उसी तरह जैसे- क्रेडिट कार्ड के पासवर्ड एक्सपायर हो जाते हैं। इस बार बाइडेन के लिए वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल से न्यूक्लियर फुटबॉल और न्यूक्लियर लॉन्च कोड का दूसरा सेट आया। जिसे अमेरिकी सेना के कमांडर इन चीफ ने राष्ट्रपति जो बाइडेन को ट्रांसफर किया।
अमेरिका फिर से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का सदस्य होगा। बाइडेन ने पिछले साल जुलाई में कहा था कि अगर अमेरिका ग्लोबल हेल्थ को मजबूत करेगा तो वह खुद भी सुरक्षित रहेगा। राष्ट्रपति बनने के पहले दिन ही अमेरिका की WHO में वापसी कराऊंगा। ट्रम्प ने पिछले साल अमेरिका को WHO से हटाने का फैसला किया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को राष्ट्रपति पद संभालने के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप के कई फैसलों को बदल दिया। इनमें मुस्लिम देशों पर लगाए गए आव्रजन के बैन को हटाना भी शामिल रहा। ट्रंप ने 2017 में 7 मुस्लिम देशों- इराक, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन पर ट्रैवल बैन लगाया था। बाइडेन ने पद संभालने के साथ ही कुल 17 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने विदेश मंत्रालय को ट्रंप की नीतियों से प्रभावित हुए देशों के लिए दोबारा वीजा प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए।
अमेरिकी सीनेट ने खुफिया एजेंसी सीआईए की रिटायर्ड अधिकारी एवरिल हेन्स को बाइडेन प्रशासन में नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक के तौर पर मंजूरी दे दी है। इसी के साथ एवरिल बाइडेन कैबिनेट में मंजूरी पाने वाली पहली मंत्री हैं। उनके साथ-साथ बाइडेन कैबिनेट के अन्य नेताओं को भी सीनेट से मंजूरी मिलने का अनुमान है।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप का राष्ट्रपति अध्याय ख़त्म हो गया है। अब भारत भी अमेरिका के साथ अपने रिश्तों को और आगे ले जाने की कवायद शुरू करेगा। अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत संधू भी इनॉगुरल में मौजूद थे। भारत के पास ऐसे कई लोग हैं जो अमेरिका के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने में सहयोगी साबित हो सकते हैं। इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर का भी नाम है।
जो बाइडेन साल 2017 में शुरू किए गए टैक्स कट्स के आदेश को वापस ले सकते हैं या उनमें ढील दे सकते हैं
जो बाइडेन व्हाइट हाउस में जाते ही अपना पहला आदेश कोरोना वायरस से संबंधित दे सकते हैं।
महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को रोकने के लिए जो बाइडेन वायलेंस अंगेस्ट वुमन एक्ट 1994 में और कड़े नियम जोड़ सकते हैं।
भारत के तमिलनाडु राज्य की राजधानी चेन्नई के गांव थुलासेंद्रपुरम में कमला हैरिस के उपराष्ट्रपति बनने पर उनके गांव में जश्न का माहौल रहा। लोगों ने जमकर खुशी मनाई और मिठाई बाटी।
जो बाइडेन ने अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। जो बाइडेन ने कहा कि 'मैं संविधान की रक्षा करूंगा। मैं लोकतंत्र की रक्षा करूंगा और अमेरिका की रक्षा करूंगा। मैं वो हर काम करूंगा जो इस सेवा में किया जाता है।'
जो बाइडेन ने अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। उन्होंने इसे लोकतंत्र की जीत बताई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन को शपथ ग्रहण करने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत-अमेरिका के संबंधों में और प्रगाढ़ता आएगी।
अपनी विदाई से पहले ट्रंप ने सभी का शुक्रिया अदा किया और राष्ट्रपति को ‘‘अभूतपूर्व विशेषाधिकार’’ बताया। कहा, ‘‘इस सप्ताह एक नए प्रशासन का आरंभ हो रहा है। अमेरिका को सुरक्षित रखने और समृद्ध बनाने के लिए उनकी (बाइडन की) सफलता की कामना करता हूं। हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं और चाहते हैं कि वे सौभाग्यशाली रहें।’’
लंबे समय तक न्यूयॉर्क में रहे 74 वर्षीय ट्रंप ने 1985 में एक करोड़ डॉलर में अपना नया घर फ्लोरिडा में पाम बीच तट के पास स्थित मार-ए-लागो एस्टेट को खरीदा था और इसे एक निजी क्लब में बदल दिया था। जो बीते चार सालों के दौरान उनका शीतकालीन घर रहा।
कार्यकाल के आखिरी दिन ट्रंप ने वफादार स्टीव बैनन समेत 73 लोगों की सजाएं और उनके खिलाफ चल रही कार्यवाही को माफ कर दिया। इसके लिए रविवार को व्हाइट हाउस में बैठक हुई थी। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति पद से हटने के बाद ट्रंप पर कार्यवाही हो सकती है। ऐसे में वे खुद को भी आत्म-क्षमा दे सकते हैं। फिलहाल इस पर आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फ्लोरिडा में पाम बीच तट के पास स्थित अपने मार-ए-लागो एस्टेट को व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद अपना स्थायी आवास बनाएंगे। मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई है।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने कहा, ‘‘इस सप्ताह हमने एक नए प्रशासन का आरंभ किया। अमेरिका को सुरक्षित रखने और समृद्ध बनाने के लिए उनकी (बाइडन की) सफलता की कामना करता हूं। हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं और चाहते हैं कि वे सौभाग्यशाली रहें।’’
अपने आखिरी संदेश में ट्रंप ने कहा कि राष्ट्रपति पद पर सेवाएं देना एक ऐसा सम्मान है जिसकी व्याख्या नहीं की जा सकती। ट्रंप ने कहा, ‘‘इस अभूतपूर्व विशेषाधिकार के लिए आपका शुक्रिया। यह वास्तव में एक बड़ा सम्मान था।’’
कोरोनावायरस महामारी की वजह से बाइडेन ने शपथग्रहण समारोह को सीमित रखने का फैसला किया है। इस बार पहले की तरह वॉशिंगटन में भीड़ नहीं जुटेगी। एफबीआई ने आंतरिक हमले का अलर्ट भी जारी किया है। ऐसे में नेशनल गार्ड ने पूरे वॉशिंगटन पर नजर रखी है। बताया गया है कि शपथग्रहण में इस बार हॉलीवुड अभिनेत्री और गायक जेनिफर लोपेज प्रस्तुति देंगी। साथ ही लेडी गागा राष्ट्रगान गाएंगी।
कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले अमेरिकी लोगों को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने श्रद्धांजलि दी। लिंकन मेमोरियल पर आयोजित कार्यक्रम में बाइडेन ने कहा कि कई बार याद रखना कठिन होता है, लेकिन इसी से जख्म भरते हैं। एक राष्ट्र के तौर पर यह करना जरूरी है। इसके कारण ही हम यहां हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी आधुनिक इतिहास के पहले राष्ट्रपति होंगे, जो अगले राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे। बता दें कि ट्रंप लगातार चुनाव में वोट चोरी का आरोप लगाते रहे हैं। हालांकि, उपराष्ट्रपति माइक पेंस के साथ-साथ ट्रंप कैबिनेट के कई साथी उनकी इस बात को नकार चुके हैं।
20 हजार सैनिकों की तैनाती की गई है। सीक्रेट सर्विस इसे ‘जीरो फेल मिशन’ बता रही है यानी किसी भी सूरत में गड़बड़ होने नहीं दी जाएगी। कैपिटल हिल में कड़ी सुरक्षा के तहत बैरिकेड्स और चेकपॉइंट्स लगाए गए हैं। पूरी संसद को 7 फीट (करीब 2 मीटर) ऊंची फेंसिंग से घेर दिया गया है।
डेमोक्रेट नेता जो बाइडेन को अमेरिका के चीफ जस्टिस जॉन जी रॉबर्ट जूनियर कैपिटल हिल्स के वेस्ट फ्रंट पर बाइडेन को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगे। इसके बाद राष्ट्रपति बाइडेन ‘इनॉगरल स्पीच’ देंगे। इसमें अमेरिकी मतदाताओं का शुक्रिया अदा करेंगे। स्पीच के बाद सैन्य टुकड़ी की समीक्षा करेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिन कहा कि मुझे बिना किसी युद्ध के दशक का पहला राष्ट्रपति होने पर गर्व है। उन्होंने कहा कि हमने अमेरिका की ताकत को घर में कायम किया और बाहर भी अमेरिकी लीडरशिप को नई ऊंचाइयों तक ले गए। हमनें दुनिया को चीन के खिलाफ एकजुट किया, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
बाइडेन और हैरिस बुधवार को शपथ ग्रहण करेंगे। बाइडन (78) अपने परिवार की 127 वर्ष पुरानी बाइबिल के साथ शपथ लेंगे। इस दौरान उनकी पत्नी जिल बाइडन अपने हाथों में बाइबिल लिए खड़ी रहेंगी। अमेरिका के इतिहास में सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति बनने जा रहे बाइडन शपथ ग्रहण के तुरंत बाद राष्ट्रपति के तौर पर देश के नाम अपना पहला संबोधन देंगे। ऐतिहासिक भाषण भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक विनय रेड्डी तैयार कर रहे हैं, जो एकता और सौहार्द पर आधारित होगा।