भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक अजय बंगा (63) विश्व बैंक के अगले अध्यक्ष होंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उन्हें विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिए नॉमिनेट किया था। उनका कार्यकाल पांच साल के लिए होगा। विश्व बैंक से जारी बयान में कहा गया है कि उनकी निर्विरोध नियुक्ति की बोर्ड से मंजूरी मिल गई है। इस तरह वह अब दो जून को डेविड मालपास से अपना कार्यभार संभालेंगे। अजय बंगा मास्टरकार्ड इंक के पूर्व सीईओ रह चुके हैं। अभी वह जनरल अटलांटिक में वाइस चेयरमैन हैं। विश्व बैंक के मौजूद अध्यक्ष डेविड मलपास अपने निर्धारित कार्यकाल से एक साल पहले ही पद छोड़ रहे हैं।

पिछले मार्च में जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (President Joe Biden) ने उनको नॉमिनेट करने की घोषणा की थी तब उन्होंने कहा था कि भारतीय-अमेरिकी कारोबारी अजय बंगा को इतिहास के इस महत्वपूर्ण क्षण में विश्व बैंक का नेतृत्व करने के लिए अमेरिका उनको सक्षम और योग्य अधिकारी मानता है।

वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष का कार्यकाल 5 साल का होता है।

वर्ल्ड बैंक में भारत समेत कुल 189 देश शामिल है। वर्तमान में इसके चेयरमैन डेविड मालपास हैं। डेविड को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में नियुक्त किया गया था। डेविड ने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि वह जून में समय से पहले ही अपने पद से हट जाएंगे। अगर वह अपने पद से हटने की घोषणा ना करते तो उनका कार्यकाल अप्रैल 2024 में समाप्त होता। वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष का कार्यकाल 5 साल का होता है।

महाराष्ट्र के पुणे में एक सिख परिवार में जन्म लेने वाले अजय बंगा के पिता भारतीय सेना में रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल थे। अजय का परिवार मूल रूप से पंजाब के जालंधर का रहने वाला है। अजय बंगा ने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया है। इसके बाद उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए किया था।

इससे पहले इस साल मार्च में विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिए नामित होने के बाद अजय बंगा कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे। कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद बंगा राजधानी दिल्ली में क्वारंटीन हो गए थे। वह अफ्रीका से तीन सप्ताह के लिए अपने वैश्विक भ्रमण की शुरुआत की थी। नई दिल्ली में उनका दौरा पूरा होने वाला था। कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव मिलने से पहले उनका दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करने का कार्यक्रम था।