उम्र बढ़ने के साथ-साथ पुरुष और महिलाओं की बॉडी में कई तरह के बदलाव आते हैं। महिलाओं की सेहत में खासतौर पर ये बदलाव देखने को मिलते हैं। 30 की उम्र में महिलाएं थोड़ी मैच्योर हो जाती है। इस उम्र में जिम्मेदारी ज्यादा होती है और महिलाएं बॉडी से काम भी ज्यादा लेती हैं। वर्किंग वुमेन डबल किरदार निभाती हैं। एक तरफ घर-परिवार और बच्चों की जिम्मेदारी तो दूसरी तरफ प्रोफेशनल लाइफ है। इन दो पार्ट में बंटी महिलाएं अपनी सेहत को पूरी तरह नजरअंदाज कर देती हैं।

30 के बाद महिलाओं की बॉडी में कई तरह के बदलाव आते हैं जैसे हड्डियों कमजोर होने लगती हैं,मेटाबॉलिज्म स्लो होने लगता है, हार्मोनल चेंजेस, स्किन का लूज होना, एनर्जी के स्तर में कमी होना और मिजाज का चिड़चिड़ा होने जैसी परेशानियां होती हैं। इस उम्र में हेल्दी डाइट का सेवन करना जरूरी है।

बॉडी में होने वाली कुछ परेशानियों को दूर करने के लिए महिलाओं को 30 साल की उम्र के बाद डाइट में कुछ खास विटामिन को शामिल करना चाहिए। कुछ जरूरी पोषक तत्व बॉडी की कमजोरी,थकान दूर करते हैं, हड्डियों को मजबूत करते हैं और ब्रेन की हेल्थ भी दुरुस्त करते हैं। आइए जानते हैं कि 30 साल की उम्र में महिलाएं बॉडी को हेल्दी रखने के लिए कौन-कौन से पोषक तत्वों का सेवन करें।

आयरन रिच फूड्स का करें सेवन

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक महिलाओं की बॉडी में 30 साल की उम्र के बाद आयरन की कमी होने लगती है। एनीमिया होने से बॉडी में एनर्जी का स्तर कम होने लगता है और बॉडी में थकान रहती है। आयरन महिलाओं के लिए जरूरी पोषक तत्व है जो हीमोग्लोबिन बनाने में अहम किरदार निभाता है। 30 साल की उम्र के बाद महिलाओं के पीरियड में भी बदलाव आता है जिससे बॉडी में एनीमिया का खतरा बढ़ सकता है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनियाभर में 30% महिलाएं एनिमिया से पीड़ित है। बॉडी में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए आप डाइट में रेड मीट और एनिमल बेस्ड फूड्स का सेवन करें। महिलाएं डाइट में पालक,बीन्स और नट्स का सेवन करें।

विटामिन डी का करें सेवन

विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाता है और इम्युनिटी को स्ट्रांग करता है। ये कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं की हड्डियां कमजोर होने लगती हैं ऐसे में महिलाएं खासतौर पर इस विटामिन को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। जो महिलाएं वर्किंग हैं या उनका धूप में निकलना मुश्किल होता है वो डाइट में विटामिन डी का सेवन करें।

डिजीज (Diseases) में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि पर्याप्त विटामिन डी का स्तर मेनोपॉज के बाद महिलाओं में फ्रैक्चर के खतरे को काफी कम कर देता है। 70 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं को 600 आईयू विटामिन डी का सेवन करना जरूरी है।

विटामिन बी 12 का करें सेवन

विटामिन बी12 बॉडी के लिए जरूरी विटामिन है जो एनर्जी बूस्ट करता है,कमजोरी थकान को दूर करता है और संज्ञानात्मक कार्यों में सुधार करता है। विटामिन बी12 नर्व फंक्शन, रेड ब्लड सेल्स का उत्पादन और डीएनए संश्लेषण को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। महिलाओं की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है विटामिन बी 12 को अवशोषित करने की उनकी क्षमता कम होती जाती है जिसकी वजह से थकान, कमजोरी, याददाश्त कम होना और एनीमिया भी हो सकता है। NIH 30 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को डाइट में विटामिन बी 12 को शामिल करने की सलाह देता है। इस विटामिन की भरपाई करने के लिए डाइट में मांस, मछली, मुर्गी, अंडे और डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करें ।