सर्दी के मौसम में लोग पकोड़े, समोसे, पूरी, कचौड़ी जैसे तले-भुने और मसालेदार खाने का सेवन ज्यादा करते हैं। इसके साथ ही ठंड के चलते एक्सरसाइज करने से भी कतराते हैं। ऐसे में सेहत के लिए अनहेल्दी डाइट और फिजिकल एक्टिविटी में कमी के चलते कई परेशानियां लोगों को घेरने लगती हैं। मोटापा इन परेशानियों में सबसे आम है। यही वजह है कि सर्दी का मौसम आते ही अधिकतर लोग वजन बढ़ने की शिकायत करने लगते हैं। वहीं, एक बार मोटापे की चपेट में आने पर इसे कम करना बेहद मुश्किल हो जाता है, ऐसे में अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं और जल्द से जल्द अपने बढ़ते वजन पर काबू पाना चाहते हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है।

यहां हम आपको 7 ऐसी जापानी टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें फॉलो कर न केवल आप जल्द बढ़ते वजन पर काबू पा सकेंगे, बल्कि ये टिप्स आपकी ओवरऑल हेल्थ को भी बेहतर रखने में मददगार साबित होंगी। आइए जानते हैं इनके बारे में-

पोर्शन कंट्रोल (हारा हाची बू)

खुद को फिट रखने के लिए जापानी लोग ‘हारा हाची बू’ नियम को फॉलो करते हैं। इस नियम का मतलब है ‘पोर्शन कंट्रोल’। आसान भाषा में समझें तो हर दिन अपनी जरूरत से कम कैलोरी लेना। इसके लिए वे हर बार भूख लगने पर केवल उतना ही भोजन करते हैं, जिससे उनका पेट 80 प्रतिशत तक भर जाए। इससे उनकी बॉडी एनर्जी के लिए शरीर में जमा वसा का उपयोग करती है और इस तरह से वजन कम होने में मदद मिलती है।

बैलेंस डाइट (इचिजु-संसाई)

बैलेंस डाइट यानी ऐसा भोजन जिसमें विटामिन, प्रोटीन, कार्ब, फाइबर संतुलित मात्रा में हों। इसके लिए जापान में ‘इचिजु-संसाई’ नियम को अपनाया जाता है, जिसका मतलब है ‘एक सूप और तीन व्यंजन’। दरअसल, जापान के पारंपरिक भोजन में एक कटोरा सूप और तीन साइड डिश शामिल होती हैं। इस तरह के खाने से उन्हें जरूरत के हिसाब से विटामिन, प्रोटीन, कार्ब और फाइबर जैसे पोषक तत्व मिल जाते हैं। आप चाहें तो इसके लिए हरी सब्जियों, फलों और साबूत अनाज को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इस तरह के भोजन में भी शरीर के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।

चाय

हम भारतीय चाय बड़े शौक के साथ पीते हैं। इतना ही नहीं, अधिकतर लोगों के तो दिन की शुरुआत भी गर्म चाय की चुस्की के साथ होती है। जापान में भी चाय का सेवन खूब किया जाता है, हालांकि यहां के लोग दूध वाली चाय न पीकर ग्रीन टी का सेवन करते हैं। ग्रीन टी में मौजूद ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर वेट लॉस में मदद कर सकते हैं। खासकर खाने के बाद ग्रीन टी का सेवन अधिक फायदा पहुंचा सकता है। ऐसे में आप भी इसे अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।

लीन प्रोटीन

जापानी व्यंजनों में अक्सर मछली भी शामिल होती है। दरअसल, मछली लीन प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। वहीं, लीन प्रोटीन एक्स्ट्रा फैट के सेवन के बिना वजन घटाने और मांसपेशियों के रखरखाव को बढ़ावा देने में मदद करता है। ऐसे में वेट लॉस करने की चाह रखने वाले लोग लीन प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन कर सकते हैं। अगर आप मछली नहीं खाते हैं, तो इसकी जगह आप अंडे, पनीर, क्विनोआ, ग्रीक योगर्ट जैसे भोजन को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इन व्यंजनों में भी लीन प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है।

फर्मेंटेड फूड

फर्मेंटेड फूड्स लो कार्ब डाइट फूड होते हैं, जो वजन कम करने में मदद करते हैं। इस तरह के फूड का सेवन करने से आपको लंबे समय तक पेट भरे होने का एहसास रहता है, जिससे आप अधिक कैलोरी लेने से बच जाते हैं और इस तरह आपका वजन कंट्रोल में रहता है।

लो फैट कुकिंग मेथड

हमेशा फिट बने रहने के लिए जापानी लोग खाना बनाने के तरीके पर भी खास ध्यान देते हैं। इसके लिए वहां लो फैट कुकिंग मेथड को अपनाया जाता है। आसान भाषा में समझें तो उनके खाना पकाने के तरीकों में अक्सर भाप देना, ग्रिल करना या खाने को उबालकर खाना शामिल होता है। ये तरीके खाने के प्राकृतिक स्वाद को संरक्षित करते हुए अतिरिक्त वसा की आवश्यकता को कम करते हैं।

वॉक

इन सब के अलावा जापान के लोग पैदल चलने को बेहद जरूरी मानते हैं। यहां के लोग जितना हो सके, उतना पैदल चलने को बढ़ावा देते हैं। वॉक दरअसल एक ऐसा वर्कआउट है, जिसमें आपकी पूरी बॉडी एक्टिव रहती है और आपके शरीर का हर अंग तेजी से काम करता है। ऐसे में अगर आप नियमित रूप से पैदल चलते हैं, तो आपको किसी और एक्सरसाइज की भी अधिक जरूरत नहीं होती है। वहीं, इससे ना केवल बढ़ते वजन को कंट्रोल किया जा सकता है, बल्कि ये कई और लाइफस्टाइल संबंधी बीमारियों को काबू करने में भी असरदार है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।