बटर हम भारतीय लोगों की रसोई का एक अहम इंग्रेडिएंट है, जिसका इस्तेमाल कई तरह की डिश बनाने या तैयार फूड के साथ ऐसे ही खाने के लिए किया जाता है। खासकर गरमा गर्म आलू के पराठे हों और उसके ऊपर फ्रेश बटर मिल जाए, तो क्या ही कहने। हम में से अधिकतर लोग नाश्ते में ब्रेड के साथ भी बटर खूब चाव से खाते हैं, लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि स्वाद से अलग बटर के सेहत पर फायदे या नुकसान क्या हैं? वहीं, बटर भी दो तरह का होता है, एक सफेद और दूसरा पीला, स्वाद में ये दोनों ही लोगों को खूब भाते हैं लेकिन इनके बीच अंतर क्या है या सेहत के लिए इन दोनों में से किसका सेवन अधिक फायदेमंद है? अगर नहीं, तो इस लेख में हम आपको इन्हीं सवालों का जवाब दे रहे हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
कैसे तैयार किया जाता है सफेद बटर?
सफेद बटर को आम भाषा में मक्खन या माखन भी कहा जाता है। इसे बनाने के लिए दूध से तैयार मलाई को मथनी या ब्लेंडर की मदद से पूरी तरह लिक्विड में बदलने तक चलाया जाता है। इसके बाद धीरे-धीरे इस लिक्विड से एक ठोस पदार्थ अलग होने लगता है। इस ठोस पदार्थ को ही सफेद बटर या मक्खन कहा जाता है। यानी सफेद बटर बिलकुल नेचुरल या कहें कि अनप्रोसेस्ड तरीके से तैयार किया जाता है।
कैसे बनता है पीला बटर?
बात पीले बटर की करें, तो इसे पीला मक्खन भी कहा जाता है। इस बटर को बनाने के दौरान इसमें नमक मिलाया जाता है ताकि इसकी शेल्फ लाइफ बढ़ जाए और यह लंबे समय तक चलता रहे। इसके अलावा पीला मक्खन काफी प्रोसेस्ड होता है और इसमें ट्रांस फैट और कैलोरी की मात्रा भी ज्यादा होती है। इस मक्खन में फैट की मात्रा अधिक होने के कारण इसका रंग पीला हो जाता है।
सेहत के लिहाज से क्या है बेहतर?
अब, बात दोनों के सेहत पर फायदे या नुकसान की करें, तो ऊपर दी गई जानकारी से साफ हो जाता है कि पीले बटर के मुकाबले सफेद बटर का सेवन अधिक फायदेमंद हो सकता है। मक्खन का सेवन स्किन से लेकर आंखों की रोशनी को बढ़ाने और बोन्स हेल्थ के लिए भी अच्छा माना जाता है, मक्खन में गुड कॉलेस्ट्रॉल पाया जाता है, जिसे मेडिकल की भाषा में लिपोप्रोटीन और HDL कहा जाता है। ये हार्ट को हेल्दी रखने के लिए जरूरी होता है। इन सब के अलावा उचित मात्रा में मक्खन के सेवन से वजन को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है।
दूसरी ओर अधिक मात्रा में पीले बटर का सेवन शरीर के सोडियम स्तर को बढ़ा सकता है, जो उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर वाले लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है, साथ ही इसके सेवन से हृदय रोग का खतरा भी बढ़ जाता है। इन सब के अलावा जैसा की ऊपर बताया गया है, पीले बटर में वसा यानी फैट की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है, ऐसे में इसके सेवन से मोटापा भी बढ़ सकता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।