Vitamin B12: हेल्दी और फिट शरीर के लिए विटामिनन्स की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जिसमें विटामिन B12 शरीर के लिए बहुत आवश्यक होता है। विटामिन B12 शरीर में एनर्जी लेवल को बनाए रखने, शरीर की तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने और डीएनए के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। विटामिन बी12 का मेडिकल नाम ‘कोबालामिन’ (Cobalamin) है। एक सामान्य व्यक्ति में इस विटामिन की नॉर्मल रेंज 190 और 950 pg/ml के बीच मानी जाती है। ऐसे में शरीर में विटामिन की कमी हो जाए तो बॉडी का सारा सिस्टम बिगड़ जाता है और कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

दरअसल, हमारा शरीर विटामिन बी12 का उत्पादन नहीं कर सकता, इसलिए इसकी कमी को पूरा करने के लिए विटामिन बी 12 से भरपूर फूड का सेवन किया जाता है, जो लोग शरीर में डेली रूटीन के खानपान से विटामिन बी12 को पूरा नहीं कर पाते। उन्हें डॉक्टर्स विटामिन बी12 युक्त कुछ सप्लीमेंट, टैबलेट या स्ट्रिप्स लेने की सलाह देते हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल रहता है कि क्या टैबलेट या स्ट्रिप्स दोनों समान रूप से प्रभावी हैं? विटामिन B12 के लिए टैबलेट या स्ट्रिप्स दोनों में से कौन सी ज्यादा बेहतर है।

Vitamin B12 की कमी के लक्षण

  • बार-बार थकान महसूस होना
  • चक्कर आना और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
  • त्वचा का पीला पड़ना
  • मांसपेशियों में कमजोरी
  • हाथ-पैर सुन्न या झुनझुनी

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

ग्लेनीगल्स हॉस्पिटल परेल मुंबई की सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन डॉ. मंजूषा अग्रवाल ने कहा कि स्ट्रिप्स विटामिन बी12 को सीधे ब्लड फ्लो में पहुंचाती हैं, जिससे प्रभावी परिणाम मिलते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि ऐसा माना जाता है कि घुलनशील स्ट्रिप्स टैबलेट की तुलना में ज्यादा तेजी से काम करती हैं और अवशोषण के मामले में ज्यादा प्रभावी होती हैं। ये गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर, वृद्ध या वे लोग जो बी12 अवशोषण को बाधित करने वाली दवाएं ले रहे हैं उन लोगों के लिए लाभकारी है।

हैदराबाद के ग्लेनेगल्स हॉस्पिटल्स में कंसल्टेंट और एचओडी क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट, डॉ. मनेंद्र के मुताबिक, टैबलेट की तुलना में बी12 स्ट्रिप्स अक्सर सीधे अवशोषण के कारण तेजी से काम करती हैं और पानी के बिना ले जाने और पीने में अधिक सुविधाजनक होती हैं। वे विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं जिन्हें गोलियां निगलने में कठिनाई होती है।

हालांकि, डॉ. मनेंद्र ने कहा कि दोनों ही रूप यानी टैबलेट या स्ट्रिप्स ज्यादातर लोगों के लिए प्रभावी हैं, जब उन्हें निर्धारित तरीके से लिया जाए। डॉ. मनेंद्र ने कहा कि टैबलेट ज्यादा किफायती हो सकते हैं और अलग-अलग खुराक में आते हैं, जबकि स्ट्रिप्स की कीमत आमतौर पर ज्यादा होती है।

डॉ. मनेंद्र के अनुसार, बी12 स्ट्रिप्स की अक्सर उन लोगों को दी जाती है, जिनमें विटामिन बी12 की गंभीर कमी या अवशोषण संबंधी दिक्कतें होती हैं, लेकिन नियमित रूप से इसकी मात्रा को पूरा करने के लिए टैबलेट देने की ही सलाह दी जाती है।

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